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निर्भया केस के फैसले पर महिलाओं ने दिया रिएक्शन, 22 जनवरी को होगी दोषियों को फांसी - महिलाओं ने दिया रिएक्शन

दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट की ओर से सुनाया गया निर्भया केस के फैसले पर हर तबके की महिलाओं में खुशी है. वहीं, उनका कहना था कि अगर आज निर्भया जिंदा होती तो ये खुशी दोगुनी होती.

nirbhaya verdict
महिलाओं के विचार
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Published : Jan 7, 2020, 10:57 PM IST

काशीपुर: राजधानी दिल्ली में साल 2012 में हुए निर्भया केस के दोषियों को 22 जनवरी की सुबह सात बजे फांसी दे दी जाएगी. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मंगलवार को चारों दोषियों का डेथ वॉरंट जारी कर दिया है. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा सुनाए गए फैसले से देशभर में हर तबके की महिलाओं और छात्राओं में खुशी है. वहीं, प्रदेश में भी महिलाओं में इस फैसले को लेकर खुशी जताई है.

महिलाओं के विचार

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काशीपुर की महिला कांग्रेस नेत्री अलका पाल ने कहा कि कोर्ट के इस फैसले के बाद महिलाओं के अधिकार और उनके सम्मान की रक्षा हुई है. उन्होंने कहा कि निर्भया ने इस जंग को अपने जीवन के अंत समय तक लड़ा था. वहीं, डॉ. अर्चना चौहान ने पटियाला हाउस कोर्ट के इस फैसले पर जहां एक तरफ खुशी जताई तो वहीं उन्होंने दुख जताते हुए भी कहा कि यह खुशी आज दोगुनी होती अगर आज निर्भया हमारे बीच होती.

पटियाला हाउस कोर्ट के इस निर्णय को लेकर छात्राओं में भी खुशी का माहौल है. छात्रा आरती का कहना है कि अपने बच्चों के साथ अगर कुछ गलत हो रहा है, तो माता-पिता व छात्राओं के परिवार वालों को निर्भया के परिजनों की तरह लड़ाई लड़नी चाहिए.

काशीपुर: राजधानी दिल्ली में साल 2012 में हुए निर्भया केस के दोषियों को 22 जनवरी की सुबह सात बजे फांसी दे दी जाएगी. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मंगलवार को चारों दोषियों का डेथ वॉरंट जारी कर दिया है. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा सुनाए गए फैसले से देशभर में हर तबके की महिलाओं और छात्राओं में खुशी है. वहीं, प्रदेश में भी महिलाओं में इस फैसले को लेकर खुशी जताई है.

महिलाओं के विचार

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काशीपुर की महिला कांग्रेस नेत्री अलका पाल ने कहा कि कोर्ट के इस फैसले के बाद महिलाओं के अधिकार और उनके सम्मान की रक्षा हुई है. उन्होंने कहा कि निर्भया ने इस जंग को अपने जीवन के अंत समय तक लड़ा था. वहीं, डॉ. अर्चना चौहान ने पटियाला हाउस कोर्ट के इस फैसले पर जहां एक तरफ खुशी जताई तो वहीं उन्होंने दुख जताते हुए भी कहा कि यह खुशी आज दोगुनी होती अगर आज निर्भया हमारे बीच होती.

पटियाला हाउस कोर्ट के इस निर्णय को लेकर छात्राओं में भी खुशी का माहौल है. छात्रा आरती का कहना है कि अपने बच्चों के साथ अगर कुछ गलत हो रहा है, तो माता-पिता व छात्राओं के परिवार वालों को निर्भया के परिजनों की तरह लड़ाई लड़नी चाहिए.

Intro:


Summary- देश की राजधानी दिल्ली में वर्ष 2012 में हुए निर्भया रेप मर्डर केस के दोषियों को 22 जनवरी की सुबह सात बजे फांसी दे दी जायेगी। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने आज चारों दोषियों का डेथ वॉरंट जारी कर दिया। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के द्वारा सुनाए गए फैसले से देश भर में हर तबके की महिलाओं एवं छात्राओं में खुशी की लहर है। देशभर के साथ-साथ उत्तराखंड मैं भी महिलाओं में इस फैसले को लेकर खुशी का माहौल है। काशीपुर में भी महिला राजनेताओं से लेकर आम की रानियों तक में इस फैसले को लेकर खुशी का माहौल है।

एंकर- देश की राजधानी दिल्ली में वर्ष 2012 में हुए निर्भया रेप मर्डर केस के दोषियों को 22 जनवरी की सुबह सात बजे फांसी दे दी जायेगी। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने आज चारों दोषियों का डेथ वॉरंट जारी कर दिया। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के द्वारा सुनाए गए फैसले से देश भर में हर तबके की महिलाओं एवं छात्राओं में खुशी की लहर है। देशभर के साथ-साथ उत्तराखंड मैं भी महिलाओं में इस फैसले को लेकर खुशी का माहौल है। काशीपुर में भी महिला राजनेताओं से लेकर आम की रानियों तक में इस फैसले को लेकर खुशी का माहौल है।

Body:वीओ- काशीपुर में महिला कांग्रेस नेत्री अलका पाल ने कहा कि कोर्ट के इस फैसले के बाद महिलाओं के अधिकार और उनके सम्मान की रक्षा हुई है। उन्होंने कहा कि निर्भया ने इस जंग को अपने जीवन के अंत समय तक लड़ा था, वही महिला डॉक्टर अर्चना चौहान ने पटियाला हाउस कोर्ट के इस फैसले पर जहां एक तरफ खुशी जताई तो वहीं उन्होंने दुख जताते हुए भी कहा कि यह खुशी आज दोगुनी होती यदि आज निर्भया हमारे बीच में जिंदा होती।
पटियाला हाउस कोर्ट के इस निर्णय को लेकर छात्राओं में भी खुशी का माहौल है छात्रा आरती का कहना है कि अपने बच्चों के साथ यदि कुछ गलत हो रहा है होता है तो माता-पिता एवं छात्राओं के परिवार वालों को निर्भया के परिजनों की तरह लड़ाई लड़नी चाहिए।

वीओ- इससे पहले पटियाला हाउस कोर्ट के जज ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चारों दोषियों से बात की। इस दौरान मीडिया को भी अंदर नहीं जाने दिया गया। जब सुनवाई हो रही थी तो वहाँ मौजूद निर्भया की मां और दोषी मुकेश की मां कोर्ट में ही रो पड़ीं। बतादें कि कि निर्भया मामले में चारों दोषियों अक्षय, मुकेश, विनय और पवन को पहले ही फांसी की सजा दी जा चुकी है। इन सभी चारों आरोपियों को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा।

बाइट- डॉ. अर्चना चौहान, महिला डॉक्टर
बाइट- आरती, छात्रा
बाइट- अलका पाल, कांग्रेस नेत्री
बाइट- कविता यादव, पूर्व भाजपा पार्षद
बाइट- विमल जोशी, गृहणीConclusion:
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