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सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम के खिलाफ किया प्रदर्शन

शहर में सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने नगर निगम पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया.

kashipur
धरना प्रदर्शन
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Published : Jan 16, 2021, 5:21 PM IST

काशीपुर: शहर में सफाई कर्मचारी संघ की शाखा काशीपुर में ठेका प्रथा समाप्त करने समेत 16 सूत्रीय मांगों को लेकर नगर निगम परिसर में एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान आक्रोशित सफाई कर्मियों ने नगर निगम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की, साथ ही उग्र आंदोलन करने की भी चेतावनी दी हैं. बता दें कि शहर में सफाई कर्मचारियों ने अपनी 16 सूत्रीय मांगों को लेकर नगर निगम परिसर पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया.

इस दौरान संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय बन्नू ने कहा कि निगम द्वारा जो ठेका प्रथा यहां लागू की गई है, उसे बंद किया जाए. उनका कहना है कि सफाई कर्मचारियों को मात्र ₹8000 का वेतन दिया जाता है. जबकि ठेकेदार उनके कार्यों का ₹12000 लेता है, जोकि सरासर कर्मचारियों के साथ शोषण है.

ठेका प्रथा बंद करते हुए राजधानी देहरादून की भांति 320 मोहल्ला स्वच्छता कर्मचारी तैनात किए जाएं. अतिरिक्त वेतन के शासनादेश 2003 से लागू होने के बाद अवकाश दिवसों में कार्य करने वाले सफाई कर्मचारियों को एरियर का भुगतान किया जाए, साथ ही अन्य बीमा की जमा धनराशि की जांच करते हुए भुगतान किया जाए.

ये भी पढ़ें: राम मंदिर निर्माण में योगदान के लिए CM की अपील, कहा- सहयोग कर पुण्य कमाएं

वहीं, महानगर शाखा अध्यक्ष सुरेश सौदा सुमित ने बताया कि नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम पर है. कई बार मांग पत्र के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है. लेकिन नगर निगम की कानों पर किसी भी तरह की की जूं तक नहीं रेंग रही है. 2 दिसंबर 2020 को 12 सूत्रीय मांग पत्र और 13 जनवरी 2021 को पांच मांग पत्र 17 सूत्रीय मांग पत्र प्रस्तुत किया गया है.

काशीपुर: शहर में सफाई कर्मचारी संघ की शाखा काशीपुर में ठेका प्रथा समाप्त करने समेत 16 सूत्रीय मांगों को लेकर नगर निगम परिसर में एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान आक्रोशित सफाई कर्मियों ने नगर निगम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की, साथ ही उग्र आंदोलन करने की भी चेतावनी दी हैं. बता दें कि शहर में सफाई कर्मचारियों ने अपनी 16 सूत्रीय मांगों को लेकर नगर निगम परिसर पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया.

इस दौरान संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय बन्नू ने कहा कि निगम द्वारा जो ठेका प्रथा यहां लागू की गई है, उसे बंद किया जाए. उनका कहना है कि सफाई कर्मचारियों को मात्र ₹8000 का वेतन दिया जाता है. जबकि ठेकेदार उनके कार्यों का ₹12000 लेता है, जोकि सरासर कर्मचारियों के साथ शोषण है.

ठेका प्रथा बंद करते हुए राजधानी देहरादून की भांति 320 मोहल्ला स्वच्छता कर्मचारी तैनात किए जाएं. अतिरिक्त वेतन के शासनादेश 2003 से लागू होने के बाद अवकाश दिवसों में कार्य करने वाले सफाई कर्मचारियों को एरियर का भुगतान किया जाए, साथ ही अन्य बीमा की जमा धनराशि की जांच करते हुए भुगतान किया जाए.

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वहीं, महानगर शाखा अध्यक्ष सुरेश सौदा सुमित ने बताया कि नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम पर है. कई बार मांग पत्र के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है. लेकिन नगर निगम की कानों पर किसी भी तरह की की जूं तक नहीं रेंग रही है. 2 दिसंबर 2020 को 12 सूत्रीय मांग पत्र और 13 जनवरी 2021 को पांच मांग पत्र 17 सूत्रीय मांग पत्र प्रस्तुत किया गया है.

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