हरिद्वार: कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में कोहराम मचा हुआ है. भारत में भी 3 मई तक कोरोना के कारण पूरी तरह से लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन के कारण ना केवल आमजन परेशान हैं, बल्कि हरिद्वार के मंदिरों और धार्मिक स्थानों पर रहने वाले जानवर भी परेशान हैं. ऐसे में जानवरों से लगाव रखने वाले बहुत से लोग अपने स्तर से खाना पानी आदि देने की व्यवस्था कर रहे हैं.
इसी कड़ी में समाजसेवी गुरजीत लहरी ने अपने साथियों के साथ मिलकर लॉकडाउन से परेशान बंदरों की भूख मिटाने का बीड़ा उठाया है. उन्होंने आमजन से भी किसी भी जानवर को भूखा ना रहने और उनका ख्याल रखने का अनुरोध किया है.
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वहीं जब इस विषय पर हरिद्वार के डीएफओ अकाश वर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि हरिद्वार क्षेत्र में कई ऐसे वन्यजीव थे जो मानव आबादी वाले इलाकों में रहने के आदि हो गए थे. वहीं मानव की सहायता से उन्हें भोजन आसानी से प्राप्त हो जाता था, लेकिन अब लॉकडाउन होने से उन्हें भोजन मिलने में काफी समस्या आ रही है. वहीं अगर देखा जाए तो कहीं ना कहीं यह एक अच्छा संकेत हैं क्योंकि भोजन ना मिलने के कारण यह बंदर अब जंगलों की ओर जाने लगे हैं.
इनके साथ-साथ मनुष्य के लिए भी अच्छा है. क्योंकि इनके शहर में रहने से कई जगहों पर वन्यजीव संघर्ष का माहौल हो गया था. जिसके चलते काफी दिक्कतें होने लगी थीं. यह बंदर आए दिन बच्चों और महिलाओं पर भोजन के लिए हमला कर देते थे. जिससे कि वन विभाग के लिए एक बहुत ही बड़ा सिर दर्द बना हुआ था. अब इन बंदरों को भोजन न मिलने के कारण यह दोबारा से जंगल की ओर प्रस्थान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरा सभी से यही अनुरोध है कि कृपया इन्हें भोजन मुहैया ना कराया जाए. जिससे यह बंदर जंगलों की ओर जाने को मजबूर हो जाएं.