हल्द्वानी: बहुचर्चित सूरज सक्सेना हत्याकांड में अब तक इंसाफ न मिलने से लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. सूरज सक्सेना की हत्या के एक हफ्ते बाद भी अब तक पुलिस दोषियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. जिससे आहत परिवार इंसाफ की गुहार लगाते हुए स्थानीय लोगों के साथ आइटीबीपी के गेट पर धरने पर बैठ गया है.
सूरज सक्सेना के परिजनों ने आइटीबीपी जवानों पर हत्या करने का आरोप लगाया है. शनिवार को सूरज के परिजन आइटीबीपी कैंप के बाहर धरने पर बैठ गये. परिजनों ने मामले में जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है. इस दौरान लालकुआं और बिन्दुखत्ता के लोगों ने भी सूरज के परिजनों का समर्थन किया है. सभी ने जल्द से जल्द सूरज हत्याकांड का खुलासा करने की मांग की है.
पढ़ें-खुशखबरी: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 329 पदों पर निकाली भर्ती, ऐसे करें आवेदन
हालांकि इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच चल रही है. वहीं दूसरी ओर पुलिस भी इस मामले का खुलासा करने में जी जान से जुटी हुई है, लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली होने से लोगों में सूरज को इंसाफ दिलाने के लिए आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है.
पढ़ें-हरिद्वार में बेहोश होकर गिर गये थे जेटली, तभी चला था कैंसर का पता
गौरतलब है कि 16 अगस्त को नानकमत्ता का रहने वाला सूरज सक्सेना आइटीबीपी की भर्ती में शामिल होने पहुंचा था. जहां 2 दिन बाद संदिग्ध परिस्थितियों में सूरज का शव बरामद किया गया था. जिसके बाद से ही सूरज के परिवार और साथियों ने आइटीबीपी के जवानों पर उसके साथ मारपीट करने और हत्या का आरोप लगाया था. सूरज के परिजनों ने इस मामले में आइटीबीपी के जवानों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज भी कराया है, लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कर पाई है.