हल्द्वानी: लॉक डाउन के शुरुआती दिनों में खाद्यान्न को लेकर काफी मारामारी देखी गई, लेकिन अब धीरे-धीरे बाजारों में खाद्यान्न के संकट खत्म होता नजर आ रहा है. बाजारों में राशन की दुकानों में प्रयाप्त राशन पहुंच रहा है. इसके बावजूद भी फुटकर दुकानों पर राशन के दामों में 10 से 20% की वृद्धि देखी जा रही है.
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बता दें कि लॉकडाउन के चलते बाजारों में आटा, चावल और अन्य राशन के दामो में 10 से 20 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है. वहीं होलसेल और फुटकर रेट में काफी अंतर आ गया है. अगर बात करें कुमाऊं की सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी की तो, यहां राशन की सप्लाई पहाड़ सहित मैदानी इलाकों में की जाती है. राशन की महंगाई सबसे ज्यादा पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों में देखी जा रही है. फिलहाल पहाड़ी क्षेत्रों में यातायात की व्यवस्था अब धीरे-धीरे सुचारू हो रही है.
देखें हल्द्वानी मंडी के होलसेल और फुटकर रेट में क्या है अंतर...
राशन | होलसेल (रुपये/किलो) | फुटकर (रुपये/किलो) |
आटा | ₹22 | ₹25 से ₹30 |
चावल | ₹23 से ₹27 | ₹25 से ₹40 |
अरहर दाल | ₹80 से ₹90 | ₹100 से ₹110 |
मलका दाल | ₹65 से ₹70 | ₹70 से ₹80 |
चीनी | ₹34 | ₹38 |
सरसों तेल | ₹95 से ₹105 | ₹110 से ₹115 |
रिफाइंड | ₹95 से ₹100 | ₹105 से ₹110 |
चना दाल | ₹65 से ₹70 | ₹70 से ₹80 |
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बता दें कि राशन की सबसे ज्यादा महंगाई पहाड़ों पर देखी जा रही है. जहां लॉकडाउन के चलते सामान ढोने वाले वाहनों के किराए में वृद्धि हुई है. यह वाहन दोनों तरफ यानी आने-जाने का किराया ले रहे हैं. जिसके चलते राशन के दाम में कुछ उछाल आया है. वहीं मंडी आढ़ती गला एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुण बंसल का कहना है कि मंडी में राशन की आवक भरपूर हो रही है. उन्होंने कहा कि राशन आवक के साथ रेट में भी गिरावट देखी जा रही है और राशन की कोई कमी नहीं है.