हलद्वानी: सरोवर नगरी नैनीताल अज्ञात शवों का कब्रगाह बनता जा रहा है. कुमाऊं घूमने के बहाने अपराधी अपराध कर अज्ञात शवों को जिले के जंगलों में ठिकाने लगा रहे हैं. जिस कारण एक दर्जन से अधिक लाशें अभी तक ऐसी हैं जिनकी शिनाख्त पुलिस नहीं कर पाई है. वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा का कहना है कि अज्ञात लाशों की शिनाख्त के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है.
अपराधियों के लिए नैनीताल की शांत वादियों से लेकर हाईवे के किनारे तक शवों को ठिकाने लगाना आसान हो गया है. जिले में मिले करीब एक दर्जन से अधिक अज्ञात शवों की पुलिस अभी तक शिनाख्त नहीं कर पाई है. अज्ञात शव सबसे ज्यादा लालकुआं और नैनिताल कोतवाली क्षेत्र में पाए गए हैं.
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बता दें कि उधमसिंह नगर और नैनीताल जिला उत्तर प्रदेश से लगा हुआ क्षेत्र है. अधिकतर शवों को उत्तर प्रदेश से लाकर यहां छुपाने के लिए फेंका जाता है. इसके अलावा जिले के अलग-अलग थानों और कोतवाली में भी कई ऐसे अज्ञात शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है. कई लाशें ऐसी हैं जो अधजली हालत में मिली है, जिनकी शिनाख्त पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण बना हुआ है.
वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा का कहना है कि अज्ञात लाशों की शिनाख्त के लिए पुलिस लगातार काम कर रही हैं. सोशल मीडिया और नेशनल मीडिया का सहारा भी लिया जा रहा है. जंगल क्षेत्र होने के कारण इन शवों की शिनाख्त करने में ज्यादा परेशानी होती है.