हल्द्वानी: मानसून सीजन में आपदाओं से निपटने के लिए जिला प्रशासन इन दिनों तैयारियों में जुटा है. जिसके चलते बुधवार को जिला प्रशासन के आदेश पर फायर ब्रिगेड ,एंबुलेंस, जेसीबी और आपदा प्रबंधन की टीमों ने नगर के कई स्थानों में मॉक ड्रिल किया. इस दौरान बचाव दलों को शहर के अलग-अलग स्थानों में रवाना किया गया. जहां टीमों ने रेस्क्यू और बचाव का मॉक ड्रिल किया. जिसका उद्देश्य आपदा के दौरान बचाव दल को मौके पर पहुंचने में लगने वाले समय की जानकारी लेना था. ताकि आपदा के दौरान बचाव दल को समय रहते मौके पर भेजा जा सके.
बता दें कि मॉक ड्रिल के लिए टीमों को वॉक-वे मॉल, गौला बैराज और लिसा डिपो के लिए रवाना किया गया. जिसके बाद टीमों ने अपने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू और बचाव कार्य किया. वहीं, शहर में अचानक बचाव दलों की गाड़ियों को देखकर शहरवासियों में संशय का माहौल बन गया था.
जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने बताया कि दैवीय आपदा से निपटने के लिए इस तरह की मॉक ड्रिल करना जरूरी होता है. उन्होंने कहा कि दैवीय आपदा ,जंगलों और सर्वजनिक स्थानों में आग, सड़क दुर्घटनाओं के मामले में राहत बचाव कार्य में प्रशासन कितना लेट है. यह देखते हुए जिला प्रशासन ने मॉक ड्रिल किया है.
साथ ही बताया कि आज सुबह आंधी तूफान का वजह से शहर की कई सड़कों पर पेड़ गिर गए थे. जहां टीम को रवाना किया गया और तय समय टीमों ने रिस्पांस भी दिया. उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल के दौरान आज जो खामियां सामने आई उनसे सबक लेने की जरूरत है और भविष्य में एक और मॉडल किया जाएगा. जिसमें कोशिश की जाएगी कि आपदा प्रबंधन से जुड़ी हर कमी को दूर किया जा सके.