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ऑनलाइन ठगी करने वाले हो जाएं सावधान, साइबर सेल कर रहा ये काम

कुमाऊं में साइबर क्राइम में लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. जबकि पुलिस आरोपी को पकड़ने में नाकामयाब साबित हो रही है. जिसपर डीआईजी कुमाऊं जगतराम जोशी ने चिंता जाहिर करते हुए कुमाऊं स्तर पर एक साइबर थाना खोलने की बात कही है.

कुमाऊं में साइबर सेल का होगा गठन.
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Published : Nov 16, 2019, 1:22 PM IST

हल्द्वानी: कुमाऊं में साइबर क्राइम के ग्राफ में लगातार इजाफा हो रहा है. थाने में रोजाना साइबर ठगी से जुड़े दर्जनों मामले दर्ज होते हैं, लेकिन पुलिस साइबर क्राइम की घटनाओं को रोकने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है. ऐसे में साइबर क्राइम करने वालों के हौसले भी बुलंद होते जा रहे हैं. जिसे देखते हुए डीआईजी जगतराम जोशी ने साइबर थाना खोलने की बात कही है. जिससे साइबर क्राइम पर लगाम लगाया जा सके.

कुमाऊं में साइबर सेल का होगा गठन.

पढ़ें- सोशल मीडिया पर नेहरू और गांधी पर अभद्र टिप्पणी, कांग्रेसियों ने की कार्रवाई की मांग


बता दें कि कुमाऊं में साइबर क्राइम में लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. जबकि पुलिस आरोपियों को पकड़ने में नाकामयाब साबित हो रही है. जिसपर डीआईजी कुमाऊं जगतराम जोशी ने चिंता जाहिर की है और कुमाऊं स्तर पर एक साइबर थाना खोलने की बात कही है, जिससे कि साइबर क्राइम पर लगाम लगाई जा सके. डीआईजी जगतराम जोशी का कहना है कि साइबर क्राइम से जुड़े जो भी मामले पुलिस के पास आते हैं पुलिस उन मामलों को दर्ज करती है, लेकिन तकनीकी रूप से पुलिस के पास कुमाऊं में साइबर क्राइम के मामले की जांच करने के लिए संसाधन नहीं हैं जिसके चलते सारे मामले देहरादून स्तर पर देखे जाते हैं.


उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम रोकने के लिए लोगों को खुद से जागरुक होने की जरूरत है. पुलिस भी समय-समय पर साइबर क्राइम को लेकर जन जागरुकता कार्यक्रम करती है. साथ ही कहा कि साइबर क्राइम की घटना से बचने के लिए खुद को जागरुक होने की जरूरत है तभी घटना को रोका जा सकता है.

हल्द्वानी: कुमाऊं में साइबर क्राइम के ग्राफ में लगातार इजाफा हो रहा है. थाने में रोजाना साइबर ठगी से जुड़े दर्जनों मामले दर्ज होते हैं, लेकिन पुलिस साइबर क्राइम की घटनाओं को रोकने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है. ऐसे में साइबर क्राइम करने वालों के हौसले भी बुलंद होते जा रहे हैं. जिसे देखते हुए डीआईजी जगतराम जोशी ने साइबर थाना खोलने की बात कही है. जिससे साइबर क्राइम पर लगाम लगाया जा सके.

कुमाऊं में साइबर सेल का होगा गठन.

पढ़ें- सोशल मीडिया पर नेहरू और गांधी पर अभद्र टिप्पणी, कांग्रेसियों ने की कार्रवाई की मांग


बता दें कि कुमाऊं में साइबर क्राइम में लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. जबकि पुलिस आरोपियों को पकड़ने में नाकामयाब साबित हो रही है. जिसपर डीआईजी कुमाऊं जगतराम जोशी ने चिंता जाहिर की है और कुमाऊं स्तर पर एक साइबर थाना खोलने की बात कही है, जिससे कि साइबर क्राइम पर लगाम लगाई जा सके. डीआईजी जगतराम जोशी का कहना है कि साइबर क्राइम से जुड़े जो भी मामले पुलिस के पास आते हैं पुलिस उन मामलों को दर्ज करती है, लेकिन तकनीकी रूप से पुलिस के पास कुमाऊं में साइबर क्राइम के मामले की जांच करने के लिए संसाधन नहीं हैं जिसके चलते सारे मामले देहरादून स्तर पर देखे जाते हैं.


उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम रोकने के लिए लोगों को खुद से जागरुक होने की जरूरत है. पुलिस भी समय-समय पर साइबर क्राइम को लेकर जन जागरुकता कार्यक्रम करती है. साथ ही कहा कि साइबर क्राइम की घटना से बचने के लिए खुद को जागरुक होने की जरूरत है तभी घटना को रोका जा सकता है.

Intro:sammry- बढ़ता साइबर बैंक ग्राहकों के साथ ठगी की घटनाएं बढ़ी।
( इस खबर में विजुअल बाइट मेल से उठाएं)

एंकर- कुमाऊं में इन दिनों साइबर क्राइम की घटनाएं में लगातार इजाफा होता हुआ देखा जा रहा है। पुलिस साइबर क्राइम के घटना को रोकने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है रोजाना दर्जनों मामले साइबर ठगी के थानों में पहुंच रहे हैं लेकिन पुलिस केवल शिकायत लेकर मामले को जांच की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लेती है। लेकिन अभी तक पुलिस साइबर क्राइम के घटना को रोकने या आरोपियों तक पहुंचने के लिए कोई काम नहीं कर रही है ऐसे में साइबर क्राइम करने वालों के हौसले भी बुलंद हो रहे हैं।


Body:बढ़ती साइबर क्राइम की घटना को लेकर डीआईजी कुमाऊं जगतराम जोशी भी बेहद गंभीर हैं और कुमाऊं स्तर पर एक साइबर थाना खोलने की बात कह रहे हैं जिससे कि साइबर क्राइम पर लगाम लगाई जा सके। डीआईजी जगतराम जोशी का कहना है कि साइबर क्राइम से जुड़े जो भी मामले पुलिस के पास आते हैं पुलिस उन मामलों को दर्ज करती है लेकिन तकनीकी रूप से पुलिस के पास कुमाऊं में साइबर क्राइम के मामले की जांच करने के लिए संसाधन नहीं हैं जिसके लिए सारे मामले देहरादून स्तर पर देखे जाते हैं।


Conclusion:उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम रोकने के लिए लोगों को खुद से जागरूक होने की जरूरत है । पुलिस भी समय-समय पर साइबर क्राइम को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम करती है। साइबर क्राइम की घटना से बचने के लिए खुद को जागरूक होने की जरूरत है तभी घटना रोका जा सकता है।

बाइट- जगतराम जोशी डीआईजी कुमाऊं
( इस खबर में विजुअल बाइट मेल से उठाएं)
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