देहरादून: सड़कों पर भीख मांग कर गुजारा करने वाले मासूमों के जीवन को दिशा देने के लिए उत्तराखंड पुलिस आगे आई है. उत्तराखंड पुलिस प्रदेश भर में ऑपरेशन मुक्ति अभियान चलाने जा रही है. जिसके तहत भिक्षावृत्ति में फंसे बच्चों को नजदीकी स्कूलों में दाखिला करवाया जाएगा. वहीं, पुलिस लोगों को भी इसके लिए जागरूक कर रही है.
गौरतलब है कि पिछले साल भी उत्तराखंड पुलिस ने ऑपरेशन मुक्ति अभियान चलाकर 292 बच्चों को चिन्हित किया था. ये बच्चे भीख मांगने, कूड़ा बीनने, गुब्बारा बेचने का काम करते थे. ये बच्चे ऐसे परिवार से थे जिनकी आर्थिक स्थिति दयनीय थी. पुलिस ने इनमें से 70 बच्चों का विभिन्न स्कूलों में करवाया था. वहीं, 42 बच्चों की आर्थिक सहायता के लिए बाल कल्याण अधिकार संरक्षण आयोग को रिपोर्ट प्रेषित की थी.
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सीओ सिटी देहरादून शेखर सुयाल ने जानकारी देते हुए बताया कि आपरेशन मुक्ति अभियान के लिए जिले में दो टीमों का गठन किया है. जो सड़कों पर भीख मांगने, कूड़ा बीनने वाले बच्चों की पहचान कर उन्हें इस काम से मुक्ति दिलाएंगे साथ ही इनका एडमिशन नजदीक के स्कूलों में कराया जाएगा.
उन्होने बताया कि कुछ दिनों से शिकायतें आ रही है कि शहर में अस्थाई लोग आकर रह रहे हैं. उनके बच्चे सड़कों पर भीख मांगने का काम कर रहे है. इसका संज्ञान में लेते हुए पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्देशित किया गया है कि दोबारा से ऑपरेशन मुक्ति चलाया जाये.