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दून के इस अस्पताल में पकड़ी गई टैक्स चोरी, हुए चौंकाने वाले खुलासे

देहरादून के सीएमआई अस्पताल में आयकर विभाग ने बड़ी टैक्स चोरी पकड़ी है. मंगलवार को प्रधान आयकर आयुक्त सुनीति श्रीवास्तव के निर्देशन पर सीएमआई अस्पताल में जांच की गई. इस दौरान आयकर विभाग ने कई अनियमितताएं पकड़ी.

आयकर विभाग
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Published : Oct 3, 2019, 4:31 PM IST

देहरदून: कम्बाइंड मेडिकल इंस्टीट्यूट (सीएमआई) में निदेशकों के रिश्तेदारों को बिना किसी काम के मोटा वेतन दिया जा रहा है. आयकर विभाग के जांच में यह बात सामने आई है. इसके अलावा कई और वित्तीय अनियमितताएं भी पकड़ी गई हैं. साथ ही ऋषिकेश स्थित तिरुपति ट्रेडर्स में भी आयकर चोरी का बड़ा मामला सामने आया है. आयकर विभाग ने दोनों ही जगहों से बुधवार को कई अहम दस्तावेज में कब्जे में लिए थे.

जानकारी के मुताबिक, सीएमआई अस्पताल में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी पकड़ी गई है. शुरुआती जांच में यह तथ्य सामने आया कि अस्पताल के जितने भी निदेशक हैं, उनके परिजनों और रिश्तेदारों के नाम से हर महीने मोटा वेतन जारी किया जा रहा है. जबकि उनमें से कोई भी सीएमआई में सेवाएं नहीं दे रहा है.

पढ़ें: 15 अक्टूबर तक दूर की जाएंगी वोटर आईडी की त्रुटियां, अब तक 6.46 लाख ने किया आवेदन

उधर, सीएमआई परिसर में चल रही फार्मेसी के खातों में भी अवैध लेनदेन पकड़ी गई है. सीएमआई की ओर से इनकम टैक्स रिटर्न में जो जानकारी दी गई है, मौके पर मौजूद सबूतों में इससे कई अधिक का ट्रांजेक्शन पकड़ में आया.

वहीं, तिरुपति ट्रेडर्स में भी बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी पकड़ में आई है. तिरुपति ट्रेडर्स ने यूपी निर्माण निगम से करोड़ों के काम लिए, लेकिन इनकम टैक्स रिटर्न में नहीं दिखाया. बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी पकड़े जाने पर टीम ने कई दस्तावेज कब्जे में लिए हैं.

बता दें कि मंगलवार को प्रधान आयकर आयुक्त सुनीति श्रीवास्तव के निर्देशन पर सीएमआई हॉस्पिटल व इससे जुड़े प्रतिष्ठानों के अलावा ऋषिकेश में तिरुपति ट्रेडर्स में आयकर विभाग ने जांच शुरू की. जांच की कार्रवाई बुधवार देर रात तक चली.

देहरदून: कम्बाइंड मेडिकल इंस्टीट्यूट (सीएमआई) में निदेशकों के रिश्तेदारों को बिना किसी काम के मोटा वेतन दिया जा रहा है. आयकर विभाग के जांच में यह बात सामने आई है. इसके अलावा कई और वित्तीय अनियमितताएं भी पकड़ी गई हैं. साथ ही ऋषिकेश स्थित तिरुपति ट्रेडर्स में भी आयकर चोरी का बड़ा मामला सामने आया है. आयकर विभाग ने दोनों ही जगहों से बुधवार को कई अहम दस्तावेज में कब्जे में लिए थे.

जानकारी के मुताबिक, सीएमआई अस्पताल में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी पकड़ी गई है. शुरुआती जांच में यह तथ्य सामने आया कि अस्पताल के जितने भी निदेशक हैं, उनके परिजनों और रिश्तेदारों के नाम से हर महीने मोटा वेतन जारी किया जा रहा है. जबकि उनमें से कोई भी सीएमआई में सेवाएं नहीं दे रहा है.

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उधर, सीएमआई परिसर में चल रही फार्मेसी के खातों में भी अवैध लेनदेन पकड़ी गई है. सीएमआई की ओर से इनकम टैक्स रिटर्न में जो जानकारी दी गई है, मौके पर मौजूद सबूतों में इससे कई अधिक का ट्रांजेक्शन पकड़ में आया.

वहीं, तिरुपति ट्रेडर्स में भी बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी पकड़ में आई है. तिरुपति ट्रेडर्स ने यूपी निर्माण निगम से करोड़ों के काम लिए, लेकिन इनकम टैक्स रिटर्न में नहीं दिखाया. बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी पकड़े जाने पर टीम ने कई दस्तावेज कब्जे में लिए हैं.

बता दें कि मंगलवार को प्रधान आयकर आयुक्त सुनीति श्रीवास्तव के निर्देशन पर सीएमआई हॉस्पिटल व इससे जुड़े प्रतिष्ठानों के अलावा ऋषिकेश में तिरुपति ट्रेडर्स में आयकर विभाग ने जांच शुरू की. जांच की कार्रवाई बुधवार देर रात तक चली.

Intro:pls नोट- महोदय इस खबर से संबंधित विजुअल ईमेल से भेजे जा रहे हैं कृपया उठाने का कष्ट करें।

summary- आयकर विभाग ने पकड़ी सीएमआई हॉस्पिटल में टैक्स चोरी, अस्पताल निवेशकों के रिश्तेदारों को दिया जा रहा था बिना काम के मोटा वेतन, अस्पताल के दस्तावेजों में भी पकड़ी गई लेनदेन की टैक्स चोरी।


देहरादून के नामी अस्पताल " कंबाइंड मेडिकल इंस्टीट्यूट" (CMI)में आयकर विभाग ने टैक्स की बड़ी चोरी पकड़ी हैं। इनकम टैक्स अधिकारियों की जांच पड़ताल के दौरान जानकारी सामने आई है कि सीएमआई अस्पताल में निवेशकों के रिश्तेदारों को बिना काम करने के मोटा वेतन दिया जा रहा था जिसका टैक्स देने में कोई लेखा-जोखा नहीं है। इतना ही नहीं सीएमआई हॉस्पिटल से जुड़े ऋषिकेश स्थित तिरूपति ट्रेडर्स संस्थान में भी आयकर विभाग को टैक्स की बड़ी चोरी पकड़ी है। इसके अलावा इनकम टैक्स की टीम ने सीएमआई हॉस्पिटल में फार्मेसी के खातों सहित अस्पताल के कई एकाउंट्स में लेनदेन मैं वित्तीय अनियमितताओं की गड़बड़ी भी अपनी जांच पड़ताल में पकड़ी है। अब आयकर विभाग सबूतों के दस्तावेज को लेकर आगे की कार्रवाई में जुटा है।

बता दें कि बीते बुधवार सुबह से लेकर देर रात तक इनकम टैक्स की टीम ने देहरादून के सीएमआई हॉस्पिटल सहित उससे जुड़े ऋषिकेश तिरुपति ट्रेडर्स में छापेमारी कार्रवाई कर हम दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया था।



Body:

बुधवार सुबह से लेकर देर रात तक c.m.i. और उससे जुड़े संस्थान में हुई थी छापेमारी की कार्रवाई

आयकर विभाग की टीम ने बुधवार सुबह से लेकर देर रात तक सीएमआई हॉस्पिटल और इससे जुड़े ऋषिकेश स्थित तिरुपति ट्रेडर्स में छापेमारी कर अकाउंट का सर्वे शुरू किया था... इस कार्रवाई के दौरान इनकम टैक्स की टीम ने कई तरह की गड़बड़ी वाले दस्तावेज अपने कब्जे में लिए.. 2 दिन की जांच पड़ताल और दस्तावेजों की छानबीन के बाद ..यह बात सामने आई कि, सीएमआई और उससे जुड़े संस्थान द्वारा इनकम टैक्स की बड़ी चोरी है ...इतना ही नहीं संस्थान द्वारा भरे जाने वाले टैक्स रिटर्न में भी कई तरह के लेन-देन की जानकारी छुपाई गई।
जानकारी के मुताबिक सीएमआई अस्पताल से जुड़े संस्थान तिरुपति ट्रेडर्स द्वारा यूपी निर्माण निगम करोड़ों रुपए के कार्य किए गए.. लेकिन इसका टैक्स रिटर्न भी आयकर विभाग को लेखा-जोखा नही दिखाया गया... ऐसे में आयकर विभाग ने दोनों संस्थानों के सबूतों वाले दस्तावेज क़ब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई करने में जुटा है।






Conclusion:भाजपा सरकार के मौजूदा दर्जाधारी मंत्री का हैं सीएमआई हॉस्पिटल में सबसे बड़ा शेयर

बता दें कि इससे पहले इनकम टैक्स की जांच पड़ताल के दौरान बुधवार रात सीएमआई हॉस्पिटल के चेयर पर्सन और मौजूदा भाजपा सरकार के दर्जाधारी मंत्री आरके जैन ने अपने बयान में यह सफाई दी थी कि, उनके हॉस्पिटल या उनसे जुड़े अन्य किसी संस्थान में टैक्स को लेकर तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हैं.. और वह आयकर विभाग की सर्वे कार्रवाई वाली में सहयोग कर रहे हैं।
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