देहरादून: स्वस्थ जीवन व प्रदूषण मुक्त उत्तराखंड के संदेश को लेकर CRPF के 52 वर्षीय माउंटेन साइकिलिस्ट सोहन सिंह लगातार यात्राएं कर रहे हैं. इसी कड़ी में सोहन सिंह रावत पंच केदार, बदरीनाथ और केदारनाथ की यात्रा साइकिल से पूरी कर देहरादून पहुंचे. अपनी यात्रा के दौरान सोहन सिंह ने ईंधन बचाने, कार्बन डाइऑक्साइड, प्रदूषण, स्वस्थ जीवन जैसे विषयों को लेकर लोगों को जागरुक किया. सोहन सिंह अपनी साइकिल यात्राओं से लगातार सामाजिक संदेश देने के साथ पर्यावरण को लेकर भी अलख जगा रहे हैं.
सोहन सिंह रावत अपनी साइकिल यात्राओं से जन जागरुकता अभियान के तहत पर्यावरण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया है. सड़कों पर दिनों दिन बढ़ती वाहनों की संख्या, रोड एक्सीडेंट,आरामदायक जीवनशैली से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर जैसे विषयों पर संदेश देते हुए साइकिलिस्ट जवान सोहन सिंह अब तक 15 हजार किलोमीटर की यात्रा साइकिल से पूरी कर चुके हैं.
कुछ इस तरह रही देहरादून से केदारनाथ की साइकिल यात्रा
- साइकिल से अपनी जन जागरुकता अभियान के तहत सीआरपीएफ जवान सोहन सिंह रावत 5 मई 2019 को 1:15 बजे देहरादून से देवप्रयाग 110 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर पहुंचें.
- 6 मई 2019 की सुबह देवप्रयाग से 115 किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर रात 9:00 बजे गुप्तकाशी पहुंचे.
- 7 मई 2019 की सुबह 6:00 बजे गुप्तकाशी से 36 किलोमीटर की साइकिल यात्रा पूरी कर गौरीकुंड पहुंचे.
- 8 मई 2019 की सुबह 7:00 बजे गौरीकुंड से 17 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर शाम के 7:00 बजे केदारनाथ मंदिर पहुंचकर अपना संकल्प पूरा किया.
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कुछ इस तरह रही चार केदार व बदरीनाथ की यात्रा
सीआरपीएफ जवान सोहन सिंह रावत ने बताया कि बढ़ती उम्र में स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर और उसे बेहतर बनाने के लिए उन्होंने अपनी पत्नी से प्रेरणा ली. 12 अक्टूबर 2019 को अपने जन्मदिन के उपलक्ष पर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और जन जागरुकता का संकल्प लेते हुए पंच केदार, बदरीनाथ और केदारनाथ की यात्रा शुरू की. पहले दिन के लिए उन्होंने रुद्रप्रयाग को लक्ष्य बनाया जो देहरादून से 178 किलोमीटर दूर है. जिसके तहत उन्होंने ऋषिकेश शिवपुरी से होते हुए साकनीधार की चढ़ाई दिन में 12:00 बजे तक पूरी कर ली थी. उसके बाद वे शाम 7 बजे रुद्रप्रयाग पहुंचे.
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यहां बदरीनाथ-केदारनाथ समिति के गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करने के बाद अगले दिन 13 अक्टूबर की सुबह 7:30 बजे वे अपनी साइकिल से कुंड, उखीमठ, मनसूना, रासुलेक, उनियाना होते हुए 67 किलोमीटर की यात्रा कर रांसी पहुंचे. यहां से लगभग 6 किलोमीटर साइकिल के साथ पैदल यात्रा कर वे गोंडार गांव पहुंचे. जहां रात्रि विश्राम करने के बाद 14 अक्टूबर की सुबह उन्होंने भगवान मदमहेश्वर के दर्शन किये. फिर दोपहर 1:30 उन्होंने वापसी के लिए यात्रा शुरू की और 9:00 बजे वे रांसी पहुंचे. यहां से अलग-अलग धामों के पड़ाव को पार करते हुए सीआरपीएफ जवान सोहन सिंह रावत 20 अक्टूबर 2019 की शाम 6:45 को हेलन से 58 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर बदरीनाथ पहुंचे.
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सीआरपीएफ जवान सोहन सिंह रावत का कहना है कि आज जिस तरह से सड़कों पर वाहन कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ रहे हैं उससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा ये काफी गंभीर विषय है. आरामदायक जीवनशैली के चलते आज कम उम्र में ही शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है. ऐसे में वे साइकिल यात्राओं से वे स्वस्थ जीवन का संदेश दे रहे हैं. सोहन सिंह रावत ने बताया कि उन्होंने संकल्प लिया है कि वह कम से कम वाहन इस्तेमाल कर न सिर्फ ईंधन बचाएंगे बल्कि पर्यावरण बचाने की मुहिम में भी अपना योगदान देंगे.