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सवालों के घेरे में जॉलीग्रांट एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था, ड्रेनेज सिस्टम और खोखली दिवारें बयां कर रहीं हकीकत

एयरपोर्ट क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम ही इसके लिए खतरा बन गया है. यहां पानी की निकासी के लिए लगाये गये बड़े पाइप किसी भी संदिग्ध को सीधे रन-वे तक पहुंचा सकते हैं. यही नहीं बताया जा रहा है की एयरपोर्ट क्षेत्र की दीवारें भी नीचे से खोखली और कमजोर हो चुकी हैं.

Security of Jolly Grant Airport under question
सवालों के घेरे में जौलीग्रांट एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था
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Published : Jan 19, 2020, 11:22 PM IST

Updated : Jan 19, 2020, 11:40 PM IST

देहरादून: अगर आप जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से सफर करने की सोच रहें हैं तो सावधान हो जाइये. एयरपोर्ट पर दबे पांव आने वाली मुसीबत कभी भी किसी बड़े हादसे का रूप ले सकती है. यहां का ड्रेनेज सिस्टम, खोखली दिवारें और आये दिन रन-वे पर घुसते गीदड़ सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं. ईटीवी भारत की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में जानिए कि कैसे जॉलीग्रांट एयरपोर्ट हवाई सफर के लिए महफूज नहीं रहा.

दुनिया भर में हवाई सफर को सबसे सुरक्षित माना जाता है. एयरपोर्ट पर सशस्त्र बलों की निगहबानी से लेकर हवाई जहाज की तकनीकी जांच तक सौ प्रतिशत फुलप्रूफ होती है. लेकिन देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर हालात खतरे के लाल सिग्नल दिखा रहे हैं. यहां चूक ऐसी है कि हादसे की पूरी गारंटी है.

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जॉलीग्रांट एयरपोर्ट का ड्रेनेज सिस्टम

दरअसल, एयरपोर्ट क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम ही इसके लिए खतरा बन गया है. यहां पानी की निकासी के लिए लगाये गये बड़े पाइप किसी भी संदिग्ध को सीधे रन-वे तक पहुंचा सकते हैं. यही नहीं बताया जा रहा है की एयरपोर्ट क्षेत्र की दीवारें भी नीचे से खोखली और कमजोर हो चुकी हैं जो कि कभी भी किसी बड़ी अनहोनी का कारण बन सकती हैं. यानी साफ है कि देहरादून के इस एयरपोर्ट पर खतरा मंडरा रहा है.

सवालों के घेरे में जौलीग्रांट एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था

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यूं तो एयरपोर्ट के चारों ओर दीवारों पर बनी मचान पर हथियारों से लैस जवान हर वक्त मौजूद रहते हैं, लेकिन एयरपोर्ट परिसर के अंदर रन-वे तक पहुंच रहे गीदड़ों ने संदिग्धों के भी यहां पहुंचने की संभावना को बयां कर दी है. बता दें कि इन दिनों जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के रनवे पर गीदड़ों का आतंक है जोकि कभी भी बड़े हादसे की वजह बन सकते हैं. देहरादून डीएफओ बताते हैं कि एयरपोर्ट से गीदड़ों को भगाने के लिए क्विक एक्शन फोर्स टीम को लगाया गया है. अबतक ये टीम एयरपोर्ट परिसर में तीन गीदड़ों को पकड़ चुकी हैं.

ऐसे में साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब एयरपोर्ट परिसर में गीदड़ आसानी के घुस सकते हैं तो अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए कोई भी यहां घुस सकता है.

पढ़ें-1984 दंगे में सबकुछ गंवाने वाले बुजुर्ग की पथराई आंखे, मुआवजे की आस

ईटीवी भारत की इस खबर का मकसद किसी को डराना नहीं बल्कि भविष्य में होने वाली किसी भी अनहोनी से सचेत करना है. इसके अलावा ईटीवी भारत इस खबर के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को भी मामले की जानकारी देना चाहता है जिससे समय रहते कड़े कदम उठाये जाएं.

देहरादून: अगर आप जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से सफर करने की सोच रहें हैं तो सावधान हो जाइये. एयरपोर्ट पर दबे पांव आने वाली मुसीबत कभी भी किसी बड़े हादसे का रूप ले सकती है. यहां का ड्रेनेज सिस्टम, खोखली दिवारें और आये दिन रन-वे पर घुसते गीदड़ सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं. ईटीवी भारत की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में जानिए कि कैसे जॉलीग्रांट एयरपोर्ट हवाई सफर के लिए महफूज नहीं रहा.

दुनिया भर में हवाई सफर को सबसे सुरक्षित माना जाता है. एयरपोर्ट पर सशस्त्र बलों की निगहबानी से लेकर हवाई जहाज की तकनीकी जांच तक सौ प्रतिशत फुलप्रूफ होती है. लेकिन देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर हालात खतरे के लाल सिग्नल दिखा रहे हैं. यहां चूक ऐसी है कि हादसे की पूरी गारंटी है.

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जॉलीग्रांट एयरपोर्ट का ड्रेनेज सिस्टम

दरअसल, एयरपोर्ट क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम ही इसके लिए खतरा बन गया है. यहां पानी की निकासी के लिए लगाये गये बड़े पाइप किसी भी संदिग्ध को सीधे रन-वे तक पहुंचा सकते हैं. यही नहीं बताया जा रहा है की एयरपोर्ट क्षेत्र की दीवारें भी नीचे से खोखली और कमजोर हो चुकी हैं जो कि कभी भी किसी बड़ी अनहोनी का कारण बन सकती हैं. यानी साफ है कि देहरादून के इस एयरपोर्ट पर खतरा मंडरा रहा है.

सवालों के घेरे में जौलीग्रांट एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था

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यूं तो एयरपोर्ट के चारों ओर दीवारों पर बनी मचान पर हथियारों से लैस जवान हर वक्त मौजूद रहते हैं, लेकिन एयरपोर्ट परिसर के अंदर रन-वे तक पहुंच रहे गीदड़ों ने संदिग्धों के भी यहां पहुंचने की संभावना को बयां कर दी है. बता दें कि इन दिनों जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के रनवे पर गीदड़ों का आतंक है जोकि कभी भी बड़े हादसे की वजह बन सकते हैं. देहरादून डीएफओ बताते हैं कि एयरपोर्ट से गीदड़ों को भगाने के लिए क्विक एक्शन फोर्स टीम को लगाया गया है. अबतक ये टीम एयरपोर्ट परिसर में तीन गीदड़ों को पकड़ चुकी हैं.

ऐसे में साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब एयरपोर्ट परिसर में गीदड़ आसानी के घुस सकते हैं तो अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए कोई भी यहां घुस सकता है.

पढ़ें-1984 दंगे में सबकुछ गंवाने वाले बुजुर्ग की पथराई आंखे, मुआवजे की आस

ईटीवी भारत की इस खबर का मकसद किसी को डराना नहीं बल्कि भविष्य में होने वाली किसी भी अनहोनी से सचेत करना है. इसके अलावा ईटीवी भारत इस खबर के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को भी मामले की जानकारी देना चाहता है जिससे समय रहते कड़े कदम उठाये जाएं.

Intro:ready to air

special report.....

Summary-ये खबर सरकारी सिस्टम और हर उस शख्स के लिए चेतावनी है..जो जौलीग्रांट एयरपोर्ट से सफ़र करने की सोच रहा हैं..etv bharat आगाह करना चाहता है ..दबे पांव आने वाली उस मुसीबत से जो किसी बड़े हादसे का रूप ले सकती है...etv भारत की स्पेशल/एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में जानिए कि कैसे जौलीग्रांट एयरपोर्ट अब हवाई सफ़र के लिए महफूज नही रहा....देखिये रिपोर्ट..


Body:दुनिया भर में हवाई सफर को सबसे सुरक्षित माना जाता है..एयरपोर्ट पर सशस्त्र बलों की निगेहबानी से लेकर हवाई जहाज की तकनीकी जांच तक सौ प्रतिशत फुलप्रूफ होती है..लेकिन देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर हालात खतरे के लाल सिग्नल दिखा रहे हैं..चूक ऐसी की हादसे की पूरी गारंटी है..etv bharat की ये खबर सरकारी सिस्टम समेत हर उस शख्स को आगाह करने के लिए है, जो जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से सफर करने की सोच रहा है..क्योंकि दुर्घटनाएं बताकर नही घटती..लेकिन सतर्कता और चौकसी इन्हें जरूर टाल सकती है.. दरअसल एयरपोर्ट क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम ही इसके लिए खतरा बन गया है..यहां पानी की निकासी के लिए लगे बड़े पाइप किसी भी संदिग्ध को सीधे रनवे तक पहुंचा सकते हैं.. यही नहीं बताया जा रहा है की एयरपोर्ट क्षेत्र की दीवारें भी नीचे से खोखली और कमजोर हो चुकी है...यानी साफ है कि देहरादून के इस एयरपोर्ट पर खतरा मंडरा रहा है... सुनिए डीएफओ देहरादून राजीव धीमान का ये बयान ...


वाइट राजीव धीमान डीएफओ देहरादून


यूं तो एयरपोर्ट में इन दीवारों पर बनी मचान में हथियारों से लैस जवान मौजूद रहते हैं.. लेकिन एयरपोर्ट परिसर के अंदर रनवे तक पहुंच रहे गीदड़ों ने संदिग्धों के भी आसानी से पहुंचने की संभावना को बयां कर दिया है... आपको बता दें कि इन दिनों एयरपोर्ट में रनवे पर गीदड़ों का आतंक है.. जोकि बड़े हादसे की कभी भी वजह बन सकते हैं.. डीएफओ देहरादून बताते हैं कि एयरपोर्ट में गीदड़ कभी कभी रनवे तक पहुच जाते हैं...जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.. हालांकि अब इसके लिए क्विक एक्शन फोर्स की टीम को लगाया गया है..जो अबतक एयरपोर्ट परिसर में तीन गीदड़ पकड़ चुके हैं।


वाइट राजीव धीमान डीएफओ देहरादून




Conclusion:इस खबर का मकसद किसी को डराना नहीं बल्कि सभी को आगाह करना है ताकि आने वाली मुसीबत से पहले ही निपटा जा सके।।

नवीन उनियाल देहरादून
Last Updated : Jan 19, 2020, 11:40 PM IST
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