देहरादून: अगर आप जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से सफर करने की सोच रहें हैं तो सावधान हो जाइये. एयरपोर्ट पर दबे पांव आने वाली मुसीबत कभी भी किसी बड़े हादसे का रूप ले सकती है. यहां का ड्रेनेज सिस्टम, खोखली दिवारें और आये दिन रन-वे पर घुसते गीदड़ सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं. ईटीवी भारत की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में जानिए कि कैसे जॉलीग्रांट एयरपोर्ट हवाई सफर के लिए महफूज नहीं रहा.
दुनिया भर में हवाई सफर को सबसे सुरक्षित माना जाता है. एयरपोर्ट पर सशस्त्र बलों की निगहबानी से लेकर हवाई जहाज की तकनीकी जांच तक सौ प्रतिशत फुलप्रूफ होती है. लेकिन देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर हालात खतरे के लाल सिग्नल दिखा रहे हैं. यहां चूक ऐसी है कि हादसे की पूरी गारंटी है.
दरअसल, एयरपोर्ट क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम ही इसके लिए खतरा बन गया है. यहां पानी की निकासी के लिए लगाये गये बड़े पाइप किसी भी संदिग्ध को सीधे रन-वे तक पहुंचा सकते हैं. यही नहीं बताया जा रहा है की एयरपोर्ट क्षेत्र की दीवारें भी नीचे से खोखली और कमजोर हो चुकी हैं जो कि कभी भी किसी बड़ी अनहोनी का कारण बन सकती हैं. यानी साफ है कि देहरादून के इस एयरपोर्ट पर खतरा मंडरा रहा है.
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यूं तो एयरपोर्ट के चारों ओर दीवारों पर बनी मचान पर हथियारों से लैस जवान हर वक्त मौजूद रहते हैं, लेकिन एयरपोर्ट परिसर के अंदर रन-वे तक पहुंच रहे गीदड़ों ने संदिग्धों के भी यहां पहुंचने की संभावना को बयां कर दी है. बता दें कि इन दिनों जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के रनवे पर गीदड़ों का आतंक है जोकि कभी भी बड़े हादसे की वजह बन सकते हैं. देहरादून डीएफओ बताते हैं कि एयरपोर्ट से गीदड़ों को भगाने के लिए क्विक एक्शन फोर्स टीम को लगाया गया है. अबतक ये टीम एयरपोर्ट परिसर में तीन गीदड़ों को पकड़ चुकी हैं.
ऐसे में साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब एयरपोर्ट परिसर में गीदड़ आसानी के घुस सकते हैं तो अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए कोई भी यहां घुस सकता है.
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ईटीवी भारत की इस खबर का मकसद किसी को डराना नहीं बल्कि भविष्य में होने वाली किसी भी अनहोनी से सचेत करना है. इसके अलावा ईटीवी भारत इस खबर के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को भी मामले की जानकारी देना चाहता है जिससे समय रहते कड़े कदम उठाये जाएं.