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पीठासीन सम्मेलन में राजस्थान विस. अध्यक्ष का बयान, कहा- सदन की कार्यवाही से मजबूत हुआ लोकतंत्र

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Published : Dec 19, 2019, 9:17 PM IST

Updated : Dec 19, 2019, 9:34 PM IST

राजस्थान के विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने बताया कि आजादी के समय सदन के भीतर सदस्यों की संख्या कम होती थी, बावजूद इसके अच्छी डिबेट होती थी. अब सदस्यों की संख्या सदन में बढ़ गई है जिससे डिबेट की गुणवत्ता में कमी आई है.

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सदन की कार्यवाही से मजबूत हुआ लोकतंत्र

देहरादून: राजधानी में इन दिनों पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन चल रहा है. सम्मेलन में पहुंचे राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने विधानसभा और लोकसभा की कार्यवाही को लोकत्रंत्र में महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि साल 1952 के बाद से लोकसभा और विधानसभा सदन में हुई कार्यवाही से लोकतंत्र और मजबूत हुआ है. उन्होंने कहा कि जब लोकतंत्र मजबूत और इंवॉल्व होता है तो इससे अलग-अलग अनुभव सामने आते हैं.

सदन की कार्यवाही से मजबूत हुआ लोकतंत्र

पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में पहुंचे जोशी ने बताया कि पहले एक पार्टी की डोमिनेंस थी फिर कॉलिजेंन सरकारें आई. उसके बाद जब दल-बदल हुआ तो टेन शेड्यूल आ गया. इसके बाद टेन शेड्यूल के इंटरप्रिटेशन में कोर्ट ने इंटरवेंशन किया. जिसमें अलग-अलग कोर्ट के जजमेंट हैं. ऐसे में स्पीकर की एक अहम भूमिका होती है कि किस तरह से निर्णय दे कि लोगों का लोकतंत्र पर भरोसा बना रहे.

पढ़ें- हरिद्वारः कड़ाके की ठंड में ठिठुर रहे यात्री, नगर निगम ने नहीं कराई अलाव की व्यवस्था

जोशी ने बताया कि आजादी के समय सदन के भीतर सदस्यों की संख्या कम होती थी, बावजूद इसके अच्छी डिबेट होती थी. अब सदस्यों की संख्या सदन में बढ़ गई है जिससे डिबेट की गुणवत्ता में कमी आई है. उन्होंने कहा कि आजादी के समय और अब की लोकसभा और विधानसभा की कार्यवाही में थोड़ा अंतर आया है. उन्होंने कहा कि ये बदलाव देश में मजबूत लोकतंत्र की ओर इशारा करता है. जोशी ने कहा जब भी कोई चैलेंज सामने होता है तो अच्छी चीजें निकलकर सामने आती हैं जो कि भविष्य के लिए मार्गदर्शन का काम करती हैं.

देहरादून: राजधानी में इन दिनों पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन चल रहा है. सम्मेलन में पहुंचे राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने विधानसभा और लोकसभा की कार्यवाही को लोकत्रंत्र में महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि साल 1952 के बाद से लोकसभा और विधानसभा सदन में हुई कार्यवाही से लोकतंत्र और मजबूत हुआ है. उन्होंने कहा कि जब लोकतंत्र मजबूत और इंवॉल्व होता है तो इससे अलग-अलग अनुभव सामने आते हैं.

सदन की कार्यवाही से मजबूत हुआ लोकतंत्र

पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में पहुंचे जोशी ने बताया कि पहले एक पार्टी की डोमिनेंस थी फिर कॉलिजेंन सरकारें आई. उसके बाद जब दल-बदल हुआ तो टेन शेड्यूल आ गया. इसके बाद टेन शेड्यूल के इंटरप्रिटेशन में कोर्ट ने इंटरवेंशन किया. जिसमें अलग-अलग कोर्ट के जजमेंट हैं. ऐसे में स्पीकर की एक अहम भूमिका होती है कि किस तरह से निर्णय दे कि लोगों का लोकतंत्र पर भरोसा बना रहे.

पढ़ें- हरिद्वारः कड़ाके की ठंड में ठिठुर रहे यात्री, नगर निगम ने नहीं कराई अलाव की व्यवस्था

जोशी ने बताया कि आजादी के समय सदन के भीतर सदस्यों की संख्या कम होती थी, बावजूद इसके अच्छी डिबेट होती थी. अब सदस्यों की संख्या सदन में बढ़ गई है जिससे डिबेट की गुणवत्ता में कमी आई है. उन्होंने कहा कि आजादी के समय और अब की लोकसभा और विधानसभा की कार्यवाही में थोड़ा अंतर आया है. उन्होंने कहा कि ये बदलाव देश में मजबूत लोकतंत्र की ओर इशारा करता है. जोशी ने कहा जब भी कोई चैलेंज सामने होता है तो अच्छी चीजें निकलकर सामने आती हैं जो कि भविष्य के लिए मार्गदर्शन का काम करती हैं.

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देहरादून में आयोजित पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में पहुंचे राजस्थान के विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने बताया कि साल 1952 के बाद से लोकसभा और विधानसभा के सदन में हुई कार्यवाही से लोकतंत्र मजबूत हुआ है। और जब लोकतंत्र मजबूत होता है और इंवॉल्व होता है तो इससे अलग अलग अनुभव होता है।




Body:साथ ही जोशी ने बताया कि पहले एक पार्टी की डोमिनेंस थी फिर कॉलिजेंन सरकार आ गयी। और जब दल बदल हुआ तो टेन शेड्यूल आ गया। फिर टेन शेड्यूल के इंटरप्रिटेशन में कोर्ट ने इंटरवेंशन किया। जिसमें अलग-अलग कोर्ट के जजमेंट है। ऐसे में स्पीकर की एक अहम भूमिका होती है कि किस तरह से निर्णय दे कि लोगो का लोकतंत्र पर भरोसा बने रहे।


साथ ही बताया कि आजादी के समय में सदन के भीतर सदस्यों की संख्या कम होती थी, बावजूद इसके अच्छी डिबेट होती थी। लेकिन अब सदस्यों की संख्या ज्यादा हो गई है जिससे डिबेट की गुणवत्ता कम हो गई है। हालांकि आजादी के समय से अब लोकसभा और विधानसभा के सदन की कार्यवाही में थोड़ा अंतर आया है। लेकिन यह संकेत इस बात का है की देश में लोकतंत्र मजबूत होकर उभरा है। और जब चैलेंज होती है तब चीजें निकलकर आती है। और जिस तरह से चर्चा हो रही है और यह संकेत है कि आने वाले समय में लोकतंत्र और मजबूत होगा।

बाइट - सीपी जोशी, विधानसभा अध्यक्ष, राजस्थान


Conclusion:
Last Updated : Dec 19, 2019, 9:34 PM IST
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