देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मतदान 14 फरवरी को होना है. इससे पहले उत्तराखंड में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. इसी के तहत टिहरी जिले में धनौल्टी विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है. दरअसल प्रीतम सिंह ने हाल ही में दल बदल कानून के तहत विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था. जिसके बाद आखिरकार विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
उत्तराखंड में हाल ही में निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने भाजपा का दामन थामा था. जिसके बाद से ही दल बदल कानून के तहत उनकी विधायकी पर खतरा बना हुआ था. इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी ने भी विधानसभा में जाकर दल बदल कानून के तहत उनकी विधायकी खत्म करने की मांग की थी.
हालांकि इसके तहत औपचारिकताएं पूरी करने में विधानसभा को काफी समय लगा. लेकिन इससे पहले ही निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भी इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है. अब प्रीतम सिंह विधानसभा के सदस्य नहीं रह गए हैं.
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अब उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 नजदीक हैं. विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड में आचार संहिता भी लागू हो चुकी है. वैसे आपको बता दें कि दल बदल के तहत निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा के खिलाफ भी शिकायत की गई थी. लेकिन अब तक ना तो उनका इस्तीफा आया है और ना ही विधानसभा की तरफ से उन पर कोई कार्रवाई की गई है. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इस पर भी जल्द कोई कार्रवाई हो सकती है.
पिछले साल ज्वाइन की थी बीजेपी: प्रीतम सिंह पंवार ने पिछले साल 8 सितंबर को बीजेपी ज्वाइन की थी. प्रीतम सिंह पंवार टिहरी जिले की धनौल्टी सीट से निर्दलीय विधायक थे. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में निर्दलीय विधायकों का गठबंधन पीडीएफ अहम भूमिका में रहा था. इसी गठबंधन का हिस्सा रहे प्रीतम सिंह पंवार को सरकार ने पीडीएफ कोटे से मंत्री पद दिया था. यह बात अलग रही कि विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस ने पार्टी टिकट से चुनाव न लड़ने वाले पीडीएफ के सभी सदस्यों के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारे थे. चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला था.