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चैंपियन और देशराज के विवाद से देवभूमि की हो रही छवि खराब: हीरा सिंह बिष्ट - कुंवर चैंपियन

खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कंर्णवाल के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सीएम त्रिवेंद्र के हस्तक्षेप करने के बावजूद दोनों विधायकों में सुलह नहीं हो पाई.

नहीं थम रहा चैंपियन और देशराज के बीच विवाद.
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Published : Apr 29, 2019, 12:12 PM IST

देहरादून: खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कंर्णवाल के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सीएम त्रिवेंद्र के हस्तक्षेप करने के बावजूद दोनों विधायकों में सुलह नहीं हो पाई. वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमलावर है. वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि इन दोनों विधायकों का विवाद देवभूमि की छवि को खराब कर रहा है.

नहीं थम रहा चैंपियन और देशराज के बीच विवाद.

गौर हो कि चैंपियन और कर्णवाल के बीच इस विवाद की शुरुआत हरिद्वार लोकसभा सीट के टिकट की दावेदारी से शुरू हुई थी. दोनों विधायक अपनी पत्नी के लिए हरिद्वार लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे थे. टिकट की दावेदारी के चक्कर में दोनों विधायकों के समर्थकों के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया. टिकट के दावेदारी का विवाद बढ़ते-बढ़ते फर्जी प्रमाण पत्र बनाने तक जा पहुंचा और अब यह विवाद प्रतिष्ठा की लड़ाई बनकर रह गई है.

प्रदेश भाजपा संगठन दोनों विधायकों को पहले ही नोटिस जारी कर जांच कमेटी तक गठित कर चुकी है. बावजूद इसके दोनों भाजपा विधायको में सिर फुटव्वल की स्थिति बनी हुई है. दोनों विधायकों में बढ़ रहे विवाद के सवाल पर भाजपा प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल ने कहा कि भाजपा अनुशासन प्रिय पार्टी है. पार्टी के किसी भी व्यक्ति की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. चाहे वह बूथ का कार्यकर्ता हो या बड़े से बड़े नेता.

वहीं, बीजेपी विधायकों के विवाद पर पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि भाजपा में समिति की कोई जांच नहीं हो रही है. भाजपा में एक्शन लेने की हिम्मत नहीं है. हालांकि यह भाजपा का अंदरूनी मामला है. इसलिए पार्टी संगठन और भाजपा के विधायक जानें लेकिन इस विवाद से देवभूमि की छवि खराब हो रही है.

देहरादून: खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कंर्णवाल के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सीएम त्रिवेंद्र के हस्तक्षेप करने के बावजूद दोनों विधायकों में सुलह नहीं हो पाई. वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमलावर है. वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि इन दोनों विधायकों का विवाद देवभूमि की छवि को खराब कर रहा है.

नहीं थम रहा चैंपियन और देशराज के बीच विवाद.

गौर हो कि चैंपियन और कर्णवाल के बीच इस विवाद की शुरुआत हरिद्वार लोकसभा सीट के टिकट की दावेदारी से शुरू हुई थी. दोनों विधायक अपनी पत्नी के लिए हरिद्वार लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे थे. टिकट की दावेदारी के चक्कर में दोनों विधायकों के समर्थकों के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया. टिकट के दावेदारी का विवाद बढ़ते-बढ़ते फर्जी प्रमाण पत्र बनाने तक जा पहुंचा और अब यह विवाद प्रतिष्ठा की लड़ाई बनकर रह गई है.

प्रदेश भाजपा संगठन दोनों विधायकों को पहले ही नोटिस जारी कर जांच कमेटी तक गठित कर चुकी है. बावजूद इसके दोनों भाजपा विधायको में सिर फुटव्वल की स्थिति बनी हुई है. दोनों विधायकों में बढ़ रहे विवाद के सवाल पर भाजपा प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल ने कहा कि भाजपा अनुशासन प्रिय पार्टी है. पार्टी के किसी भी व्यक्ति की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. चाहे वह बूथ का कार्यकर्ता हो या बड़े से बड़े नेता.

वहीं, बीजेपी विधायकों के विवाद पर पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि भाजपा में समिति की कोई जांच नहीं हो रही है. भाजपा में एक्शन लेने की हिम्मत नहीं है. हालांकि यह भाजपा का अंदरूनी मामला है. इसलिए पार्टी संगठन और भाजपा के विधायक जानें लेकिन इस विवाद से देवभूमि की छवि खराब हो रही है.

Intro:उत्तराखंड भाजपा के दोनो विधायकों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है दोनों विधायक बीते महीनों से एक दूसरे पर जुबानी हमलावर हैं और हाथ धोकर दोनों विधायक एक दूसरे के पीछे पड़ गए हैं। इस विवाद से भाजपा संगठन का हर तरफ से छीछीयालेदर हो रहा है बावजूद इसके भाजपा संगठन सिर्फ अपना पुराना राग अलापता नजर आ रहा है। तो वहीं विपक्ष इस विवाद पर जमकर चुटकी लेता नजर आ रहा है। इसके साथ ही पूर्व कैबिनेट मंत्री ने यहां तक कह दिया कि इन दोनों विधायकों का विवाद देवभूमि की छवि को खराब कर रहा है।


Body:गौर हो कि चैंपियन और कर्णवाल के बीच इस विवाद की शुरुआत हरिद्वार लोकसभा सीट के टिकट दावेदारी से हुई थी। दोनो ही विधायको ने अपनी-अपनी पत्नियों के लिए हरिद्वार लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे थे। और टिकट की दावेदारी के चक्कर मे दोनो विधायको के समर्थकों के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया। और टिकट दावेदारी का विवाद बढ़ते-बढ़ते फर्जी प्रमाण पत्र बनाने तक जा पहुचा। और अब यह विवाद मूंछ की लड़ाई बन गई है।

खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कंडवाल के विवाद में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के हस्तक्षेप करने और दोनों भाजपा विधायक का विवाद आलाकमान तक पहुंचने के बावजूद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। और भाजपा संगठन द्वारा दोनों विधायकों को पहले ही नोटिस जारी किया जा चुका है इसके साथ ही भाजपा संगठन ने जांच कमेटी भी बना दी है, बावजूद इसके दोनों भाजपा विधायको में सिर फुटव्वल की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में साफ कहा जा सकता हैं कि संस्कारो की बात करने वाली भाजपा संगठन कोई ठोस कार्यवाही नही कर पा रही है। जिस वजह से दोनों विधायकों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है।


दोनो विधायकों में बढ़ रहे विवाद के सवाल पर भाजपा प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल ने बताया कि भाजपा अनुशासन प्रिय पार्टी है, और पार्टी के किसी भी व्यक्ति की अनुशासनहीनता बरदास नही किया जाएगा चाहे वह बूथ का कार्यकर्ता हो या बड़े से बड़े नेता हो। साथ ही बताया कि भारतीय जनता पार्टी किसी भी विवाद को एक सीमा तक बर्दास्त करती है, लेकिन जब बर्दास्त की सीमा पार हो जाती है तो उसपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने में भाजपा पीछे नही हटती है। यह भाजपा का रिकॉर्ड है।

बाइट - नरेश बंसल (प्रदेश महामंत्री, भाजपा)


वही भाजपा विधायको के विवाद पर पूर्व कैबिनेट हीरा सिंह बिष्ट ने भाजपा पर हमला करते हुए बताया कि भाजपा में समिति की कोई जांच नही हो रही है बस दोनो विधायकों को बुलाकर समझाएंगे, धमकाएंगे और डराएंगे। भाजपा को एक्शन लेने की हिम्मत नही है। हालांकि यह भाजपा का अंदरूनी मामला है। इसलिए भाजपा और भाजपा के विधायक जाने लेकिन इस विवाद से देवभूमि की छवि खराब हो रही है। और यहाँ के सभी भाजपा-कांग्रेस दोनो के विधायकों की छवि खराब हो रही है। साथ ही कहा कि लोग सोचते है कि उत्तराखंड के सभी विधायक ऐसे है। और कोई न कोई टीस है इन दोनों विधायकों को जो भाजपा समाधान नही कर पायी। और सब पढ़े लिखे है समझदार है लेकिन इस सीमा तक विवाद को क्यू बढ़ने दिया ये सिर्फ भाजपा के अंदर खाने की ग्रुप बाजी है। और इस प्रजातंत्र में यह बहुत ही दुखत घटना है।

बाइट - हीरा सिंह बिष्ट (पूर्व कैबिनेट मंत्री, कांग्रेस)




Conclusion:हालांकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के हस्तक्षेप करने और यह मामला आलाकमान तक पहुचने के बावजूद भाजपा विधायकों का विवाद न थमना कई सवाल खड़े कर रहा है। कि आखिर इन विधायकों का विवाद कभी थमेगा या नहीं? अगर नहीं तो संगठन इन पर क्या कार्रवाई करेगी और कब तक, यह एक बड़ा सवाल है?
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