देहरादून: बीते कई दिनों से आयुष छात्र फीस बढ़ाये जाने को लेकर लगातार सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. लाख कोशिशों के बावजूद भी अभी तक आयुष छात्रों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. आयुष छात्रों के आंदोलन को देखते हुए कांग्रेस ने भी आंदोलन को अपना समर्थन दे दिया है, जिस पर आयुष मंत्री हरक सिंह रावत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. हरक सिंह रावत ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि 2004 के बाद पहली बार साल 2015 में कांग्रेस के शासनकाल में आयुष की फीस को 80 हजार से बढ़ाकर 2 लाख 15 हजार रुपए किया गया था, जिसे अब लागू किया गया है.
आयुष मंत्री हरक सिंह रावत ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि इन तीन सालों में कांग्रेस विपक्ष की भूमिका में पूरी तरह से फेल हुई है. उन्हें ये ही नहीं पता कि कौन से मुद्दे उठाने चाहिए और कौन से नहीं. हरक सिंह रावत ने कहा जिस फीस वृद्धि का कांग्रेस विरोध कर रही है ये उन्ही के शासनकाल में बढ़ाई गई थी. जिसे अब लागू किया गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को व्यावहारिक बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले में हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को कोई निर्देश नहीं दिये हैं.
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हरक सिंह रावत ने कहा कि हाईकोर्ट ने मात्र संबंधित कॉलेजों को इसके सीधे निर्देश दिए हैं. कोर्ट में कॉलेज के खिलाफ मानहानि का मामला भी विचाराधीन है. ऐसे में जो भी कोर्ट का निर्णय होगा या फिर सरकार को आदेश दिया जाएगा, उसका अनुपालन जाएगा.
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रावत ने कहा कि साल 2004 में एमबीबीएस की फीस 1 लाख 90 हजार थी तब आयुष की फीस 80 हजार रुपये थी. आज एमबीबीएस की फीस बढ़कर 19 से 20 लाख के करीब हो गई है लेकिन आयुष छात्रों की फीस 80 हजार से मात्र 2 लाख 15 हजार की गई है. यही नहीं, अगर आयुष छात्रों को गुणवत्ता परख शिक्षा देनी है तो उसके लिए ये जरूरी है. ऐसे में ये भी सोचना चाहिए कि अगर आयुष काॅलेज बंद होते हैं तो फिर आयुष छात्रों को कैसे शिक्षा दी जाएगी.