देहरादून: सोमवार को केदारनाथ में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को दर्शन और पूजा-अर्चना से रोक दिया गया था. रोकने वाले लोगों को त्रिवेंद्र रावत ने तथाकथित पुरोहित बताया है. TSR ने कहा है कि इतिहास में पहली बार हुआ है, जब किसी को भगवान के दर्शन से रोका गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनके साथ कल (सोमवार को) केदारनाथ में हुई अभद्रता को लेकर कहा है कि इससे पंडा-पुरोहित और ब्राह्मण समाज में सभी की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. उन्होंने कहा कि केदारनाथ में जिन लोगों द्वारा उन्हें रोका गया है, वह तथाकथित पुरोहित हैं और कांग्रेस की विचारधारा के लोग हैं.
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पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि कल जिस तरह की घटना हुई है, यह अपने आप में बेहद आश्चर्यजनक घटना है. भगवान के दरबार में जाने से किसी को रोकना संविधानिक दृष्टि से भी नैतिक दृष्टि से भी और परंपरागत दृष्टि से भी गलत है.
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने उन्हें रोकने वाले तथाकथित पंडा लोगों से सवाल किया है क्या उनके द्वारा कभी केदारनाथ में किसी समाज विरोधी कार्य करने वाले या फिर अपराधिक पृष्ठभूमि रखने वाले व्यक्ति को रोका गया है. लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को केदारनाथ के दर्शन से रोका गया है, यह अपने आप में कितना सही है. उन्होंने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है.
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पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि इस घटना के बाद लोगों की प्रतिक्रियाएं आई हैं. लोग इस तरह के अनैतिक काम करने वाले तथाकथित पंडा-पुरोहितों को लेकर अलग विचारधारा विकसित कर रहे हैं.