देहरादून: आगामी चुनावों के लिए मतदाता सूची और वोटर कार्ड में त्रुटियों को सही करने को लेकर निर्वाचन आयोग ने निर्वाचक सत्यापन कार्यक्रम शुरू कर दिया है. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 1 सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में प्रदेश के सभी मतदाता निर्वाचन कार्ड में त्रुटियों को सही करवा सकते हैं. इसके लिए मतदाता को निर्धारित प्रारूप में आवेदन भर कर उस क्षेत्र से संबंधित बीएलओ को देना होगा. इसके साथ ही घर-घर सर्वे अभियान के तहत बीएलओ 30 सितंबर तक पहुंचकर मतदाताओं का सर्वे भी करेंगे. इसके साथ ही वोटर हेल्पलाइन 1950 पर भी कॉल कर ज्यादा जानकारी ली जा सकती है.
हेल्पलाइन के माध्यम से त्रुटि को कर सकते हैं दूर
किसी भी मतदाता के वोटर कार्ड में अगर किसी भी प्रकार की त्रुटि है तो वह उन त्रुटियों को सही करने के लिए वोटर हेल्पलाइन का सहारा ले सकता है. इसके अलावा एनवीएसपी पोर्टल, कॉमन सर्विस सेंटर, वोटर फैसिलेटर सेंटर आदि पर भी अपना कोई भी एक पहचान पत्र (पासपोर्ट, डीएल, आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक, पैन कार्ड, इलेक्ट्रिक सिटी बिल, वाटर बिल, टेलिफोन बिल, गैस कनेक्शन बिल, फॉर्मर्स आईडेंटिटी कार्ड आदि) के साथ ही वोटर आईडी का नंबर अपलोड कर सकते हैं. जिसके बाद बीएलओ घर-घर जाकर सत्यापन करेगा, फिर वोटर आईडी और पहचान पत्र का मिलान किया जाएगा.
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आगामी चुनावों में नहीं बनाये जाएंगे ऑक्सीलरी बूथ
आगामी विधानसभा या लोकसभा चुनाव में ऑक्सीलरी बूथ नहीं बनाए जाएंगे. इसकी कवायद अभी से ही निर्वाचन आयोग ने कर दी है. एक सितंबर से 30 सितंबर तक चलने वाले निर्वाचक सत्यापन अभियान के तहत ही सभी बूथों का भी सत्यापन किया जाएगा. जिन बूथों में 1400 से अधिक मतदाता होंगे उन बूथों के पास अब ऑक्सीलरी बूथ न बनाकर नया बूथ बनाया जाएगा.
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घर बैठे मिल सकेगी आपके बीएलओ की जानकारी
इस बार निर्वाचन आयोग एक नई पहल करने जा रहा है जिसके तहत मतदाता घर बैठे ही अपने बीएलओ की जानकारी ले पाएंगे. इसके लिए निर्वाचन आयोग पायलट अभियान चलाने जा रहा है. जिसमें नैनीताल, अल्मोड़ा, उधमसिंह नगर और देहरादून की एक-एक विधानसभा को शामिल किया जाएगा. रिकास्टिंग ऑफ सेक्शन एंड पार्ट्स के तहत गूगल मैप पर फिइकाली बूथ वाइज ड्रॉ की जाएगी. इससे अगर कोई भी व्यक्ति अपना बूथ चेक करता है तो उसे पता चल जाएगा की उसका बूथ कौन सा है.