देहरादून: राजधानी दून के कूड़े से राजस्थान में सीमेंट बनाया जाएगा. नगर निगम राजधानी के कूड़े के बचे हुए आरडीएफ (Refuse Derived Fuel) को राजस्थान की एक सीमेंट फैक्ट्री को बेचने की योजना तैयार कर रहा है. पहले इस आरडीएफ को नगर निगम हिमाचल भेज रहा था, लेकिन इसमें गाड़ी की कॉस्टिंग अधिक होने के चलते अब निगम ने ये फैसला लिया है. इस योजना से निगम को दोहरा लाभ होगा. एक तो निगम की आमदनी बढ़ेगी, दूसरा शीशमबाड़ा में मौजूद लाखों टन कूड़े के ढेर से लोगों को निजात मिलेगी.
शीशमबाड़ा में देहरादून शहर का प्रतिदिन 250 से 300 टन कूड़ा जाता है, जिससे प्लांट में खाद बनाई जाती है. इससे हर दिन करीब 50 से 60 टन आरडीएफ जाता है, जिसका न कंपनी और न ही नगर निगम के पास कोई उपचार है. इस आरटीएफ से शीशमबाड़ा में पिछले 2 साल के ढेर से स्थानीय लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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अब कूड़े के ढ़ेर से निजात पाने के लिए नगर निगम ने अब आरडीएफ को राजस्थान की सीमेंट कंपनी को बेचने की योजना बना रहा है. जिसके लिए निगम ने एक ट्रक सेंपल के तौर पर राजस्थान भेजा है. अगर सबकुछ सही रहा तो जल्द ही राजधानी के कूड़े से राजस्थान में सीमेंट तैयार किया जाएगा.
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नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानाकारी देते हुए बताया कि शीशमबाडा प्लांट में कूड़े से खाद और आरडीएफ बनता है. आरडीएफ को पहले निगम हिमाचल के बिलासपुर भेजता था. ये एक हिल एरिया था जिसके कारण इसकी कॉस्टिंग बहुत अधिक थी जिसके कारण निगम ने यहां आरडीएफ भेजना बन्द कर दिया था. अब निगम राजस्थान की फैक्ट्री से इस मामले में बात कर रहा है.