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देहरादून रेलवे स्टेशन साइन बोर्ड से गायब हुई उर्दू, विवाद शुरू - Dehradun Railway Station Sign Board News

राजधानी के रेलवे स्टेशन के साइन बोर्ड से उर्दू गायब होने से विवाद शुरू हो गया है. रेलवे के फैसले के अनुसार साइन बोर्ड में हिंदी,अंग्रेजी के साथ ही राज्य की दूसरी राजकीय भाषा का इस्तेमाल किया जा सकता है, मगर इसके लिए उर्दू को नहीं हटाया जा सकता है. जबकि राजधानी के साइन बोर्ड में उर्दू को बोर्ड से गायब कर दिया गया है.

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देहरादून रेलवे स्टेशन साइन बोर्ड से गायब हुई उर्दू
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Published : Feb 7, 2020, 8:48 PM IST

Updated : Feb 7, 2020, 9:17 PM IST

देहरादून: राजधानी का रेलवे स्टेशन साइन बोर्ड के कारण एक बार फिर चर्चाओं में आ गया है. रेलवे स्टेशन पर लगे साइन बोर्ड में हिंदी, अग्रेंजी और संस्कृत में स्टेशन का नाम लिखा गया है. इस साइन बोर्ड से उर्दू गायब है. हालांकि साइन बोर्ड में किये गये ये बदलाव रेलवे विभाग के फैसले के बाद किये गये हैं. मगर विभाग के फैसले में कही भी उर्दू को हटाने का जिक्र नहीं था. जिसके कारण राजधानी रेलवे स्टेशन का साइन बोर्ड विवादों में आ गया है.

दरअसल, कुछ समय पहले रेलवे बोर्ड ने देश के किसी भी राज्य के रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी और अंग्रेजी के साथ ही उस राज्य की दूसरी राजकीय भाषा में लिखे जाने का फरमान जारी किया था . जिसके बाद देहरादून रेलवे स्टेशन के साइन बोर्ड को बदलकर इसे हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत में कर दिया गया है. जब मामले में ईटीवी भारत ने उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे अपने किसी भी स्टेशन के साइन बोर्ड से उर्दू भाषा को नहीं हटाएगी.

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देहरादून रेलवे स्टेशन साइन बोर्ड से गायब हुई उर्दू

पढ़ें-ऐसे कैसे बनेगा डिजिटल इंडिया सरकार! टावर तो लग दिए, पर नेटवर्क गायब

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि किसी भी रेलवे स्टेशन के साइन बोर्ड में संस्कृत भाषा का इस्तेमाल एडिशनल भाषा के तौर पर किया जा सकता है. लेकिन इसके लिए साइन बोर्ड से उर्दू भाषा को नहीं हटाया जाएगा.

पढ़ें-अल्मोड़ा: 15 बाल वैज्ञानिकों ने प्रस्तुत किए शानदार मॉडल, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लेंगे भाग

इसके बाद देहरादून रेलवे स्टेशन पर लगे नये साइन बोर्ड के बारे में जब हमने देहरादून रेलवे स्टेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी से फोन पर बात की तो उन्होंने भी नए साइन बोर्ड में गलती की बात स्वीकारी. उन्होंने कहा जल्द ही इस साइन बोर्ड को बदलकर नये बोर्ड लगाये जाएंगे, जिसमें चारों भाषाओं में स्टेशन का नाम लिखा होगा.

देहरादून: राजधानी का रेलवे स्टेशन साइन बोर्ड के कारण एक बार फिर चर्चाओं में आ गया है. रेलवे स्टेशन पर लगे साइन बोर्ड में हिंदी, अग्रेंजी और संस्कृत में स्टेशन का नाम लिखा गया है. इस साइन बोर्ड से उर्दू गायब है. हालांकि साइन बोर्ड में किये गये ये बदलाव रेलवे विभाग के फैसले के बाद किये गये हैं. मगर विभाग के फैसले में कही भी उर्दू को हटाने का जिक्र नहीं था. जिसके कारण राजधानी रेलवे स्टेशन का साइन बोर्ड विवादों में आ गया है.

दरअसल, कुछ समय पहले रेलवे बोर्ड ने देश के किसी भी राज्य के रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी और अंग्रेजी के साथ ही उस राज्य की दूसरी राजकीय भाषा में लिखे जाने का फरमान जारी किया था . जिसके बाद देहरादून रेलवे स्टेशन के साइन बोर्ड को बदलकर इसे हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत में कर दिया गया है. जब मामले में ईटीवी भारत ने उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे अपने किसी भी स्टेशन के साइन बोर्ड से उर्दू भाषा को नहीं हटाएगी.

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देहरादून रेलवे स्टेशन साइन बोर्ड से गायब हुई उर्दू

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उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि किसी भी रेलवे स्टेशन के साइन बोर्ड में संस्कृत भाषा का इस्तेमाल एडिशनल भाषा के तौर पर किया जा सकता है. लेकिन इसके लिए साइन बोर्ड से उर्दू भाषा को नहीं हटाया जाएगा.

पढ़ें-अल्मोड़ा: 15 बाल वैज्ञानिकों ने प्रस्तुत किए शानदार मॉडल, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लेंगे भाग

इसके बाद देहरादून रेलवे स्टेशन पर लगे नये साइन बोर्ड के बारे में जब हमने देहरादून रेलवे स्टेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी से फोन पर बात की तो उन्होंने भी नए साइन बोर्ड में गलती की बात स्वीकारी. उन्होंने कहा जल्द ही इस साइन बोर्ड को बदलकर नये बोर्ड लगाये जाएंगे, जिसमें चारों भाषाओं में स्टेशन का नाम लिखा होगा.

Intro:देहरादून- रेलवे रीमॉडलिंग के कार्य के चलते पिछले 3 महीनों से बंद चल रहे देहरादून रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का संचालन शनिवार से शुरू होना है । लेकिन इससे पहले ही देहरादून रेलवे स्टेशन सवालों के घेरे में आ गया है ।

दरअसल जनवरी माह के दूसरे सप्ताह में रेलवे बोर्ड की ओर से देश के किसी भी राज्य के रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी, अंग्रेजी के साथ ही उस राज्य की दूसरी राजकीय भाषा में लिखे जाने का फरमान जारी किया गया था । जिसके बाद आज जब देहरादून रेलवे स्टेशन में लगे बोर्ड पर हमारी नज़र गई तो हमने देखा कि दून रेलवे स्टेशन का नाम हिंदी, अंग्रेजी, और संस्कृत में लिखा गया है । लेकिन अब उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी की ओर जारी किए गए एक आदेश में यह साफ किया गया है कि भारतीय रेलवे अपने सभी रेलवे स्टेशनों में लगे साइन बोर्ड से उर्दू भाषा को नहीं हटाएगी ।




Body:उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी की ओर से जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि किसी भी रेलवे स्टेशन के साइन बोर्ड में संस्कृत भाषा का इस्तेमाल एक एडिशनल भाषा के तौर पर किया जा सकता । लेकिन इसके स्थान पर साइन बोर्ड से उर्दू भाषा को नही हटाया जाएगा ।

वही देहरादून रेलवे स्टेशन में लगे नए साइन बोर्ड से उर्दू भाषा को हटाए जाने के संबंध में जब हमने देहरादून रेलवे स्टेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी से फोन पर बात की तो वह नए साइन बोर्ड में त्रुटि की बात स्वीकारने लगे । उनका कहना था कि इन साइन बोर्ड्स के स्थान पर जल्दी नए साइन बोर्ड लगाए जाएंगे जिसमें हिंदी अंग्रेजी उर्दू और संस्कृत में रेलवे स्टेशन का नाम लिखा रहेगा ।


Conclusion:
Last Updated : Feb 7, 2020, 9:17 PM IST
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