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कुमाऊं की काशी में क्या है पंचायतों की स्थिति, यहां जानें

बागेश्वर में 407 ग्राम पंचायतें, 120 क्षेत्र पंचायतें जबकि 19 जिला पंचायतों के लिए 3 चरणों में चुनाव होना है. जिसमें पहले चरण में बागेश्वर ब्लॉक में चुनाव संपन्न हो चुके हैं. दूसरे चरण में गरुड़ ब्लॉक और तीसरे चरण में कपकोट ब्लॉक में चुनाव होना है.

कुमाऊं की काशी में क्या है पंचायतों की स्थिति, जानें
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Published : Oct 10, 2019, 7:24 PM IST

Updated : Oct 10, 2019, 7:48 PM IST

बागेश्वर: कुमाऊं की काशी नगरी के नाम से प्रसिद्ध बागेश्वर जिला अपने आप में पर्यटन की अपार संभावनाओं को समटे हुए है. पिंडारी ग्लेशियर जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल , कौसानी जिसे भारत का स्विट्जरलैंड कहा जाता है इसी जिले में स्थित हैं. इन दिनों जिले के गांव-गांव में पंचायत चुनाव की चहल-पहल देखी जा सकती है.आइए एक नजर डालते हैं बागेश्वर जिले में पंचायतों की स्थिति पर..

बागेश्वर में पंचायत 'पावर'

ग्राम पंचायतें क्षेत्र पंचायत जिला पंचायत
407 120 19

पहले चरण में कहां-कहां हुआ 'एक्शन'

विकासखंड विकासखंड का नाम
1 बागेश्वर

अब कहां-कहां होगा पंचायत का 'एक्शन'

दूसरा चरण तीसरा चरण
गरुण कपकोट

बागेश्वर में प्रधान पद के लिए आरक्षित सीटें(270)

एसटी(महिला महिला एससी एससी (महिला) ओबीसी ओबीसी(महिला)
2 133 56 58 10 11

बागेश्वर में जिला पंचायत के लिए आरक्षित सीटें(13)

महिला एससी महिला एससी ओबीसी
7 3 2 1

बागेश्वर में क्षेत्र पंचायत के लिए आरक्षित सीटें(77)

एससी(महिला एससी एसटी(महिला) ओबीसी(महिला) ओबीसी(पुरुष)
18 15 1 4 2

बागेश्वर में कौन दल कितना 'पावरफुल'

विधानसभा विधायक दल
बागेश्वर चन्दन राम दास बीजेपी
कपकोट बलवन्त सिंह भौर्याल बीजेपी

बागेश्वर और कपकोट दोनों सीटों में ही बीजेपी का कब्जा है. इस लिहाज से भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की स्थिति मजबूत नजर आ रही है . हालांकि क्षेत्रीय स्तर पर पल-पल बदल रहे चुनावी समीकरणों और ग्रामीणों में अपने क्षेत्र में अब तक मूलभूत सुविधाओं का अभाव बीजेपी व कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के लिए खतरे की घंटी बजा सकता है. कुछ सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों का पलड़ा भी भारी नजर आ रहा है. इस लिहाज से अनुमान लगा पाना बड़ा कठिन है कि इस चुनावी रण में कौन बाजी मारेगा.

बागेश्वर जिले में पंचायत चुनाव के मुद्दे

  • स्वास्थ्य
  • शिक्षा
  • बिजली
  • सड़क
  • संचार
  • पलायन
  • रोजगार
  • पानी

ये वे सभी मुद्दे हैं जो इन पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे. पलायन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे को सभी प्रत्याशी गंभीरता से ले रहे हैं. अन्य मुद्दों को लेकर भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में खूब पसीना बहा रहे हैं. देखना होगा इस चुनावी रणभूमि में कौन बाजी मरता है.

बागेश्वर: कुमाऊं की काशी नगरी के नाम से प्रसिद्ध बागेश्वर जिला अपने आप में पर्यटन की अपार संभावनाओं को समटे हुए है. पिंडारी ग्लेशियर जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल , कौसानी जिसे भारत का स्विट्जरलैंड कहा जाता है इसी जिले में स्थित हैं. इन दिनों जिले के गांव-गांव में पंचायत चुनाव की चहल-पहल देखी जा सकती है.आइए एक नजर डालते हैं बागेश्वर जिले में पंचायतों की स्थिति पर..

बागेश्वर में पंचायत 'पावर'

ग्राम पंचायतें क्षेत्र पंचायत जिला पंचायत
407 120 19

पहले चरण में कहां-कहां हुआ 'एक्शन'

विकासखंड विकासखंड का नाम
1 बागेश्वर

अब कहां-कहां होगा पंचायत का 'एक्शन'

दूसरा चरण तीसरा चरण
गरुण कपकोट

बागेश्वर में प्रधान पद के लिए आरक्षित सीटें(270)

एसटी(महिला महिला एससी एससी (महिला) ओबीसी ओबीसी(महिला)
2 133 56 58 10 11

बागेश्वर में जिला पंचायत के लिए आरक्षित सीटें(13)

महिला एससी महिला एससी ओबीसी
7 3 2 1

बागेश्वर में क्षेत्र पंचायत के लिए आरक्षित सीटें(77)

एससी(महिला एससी एसटी(महिला) ओबीसी(महिला) ओबीसी(पुरुष)
18 15 1 4 2

बागेश्वर में कौन दल कितना 'पावरफुल'

विधानसभा विधायक दल
बागेश्वर चन्दन राम दास बीजेपी
कपकोट बलवन्त सिंह भौर्याल बीजेपी

बागेश्वर और कपकोट दोनों सीटों में ही बीजेपी का कब्जा है. इस लिहाज से भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की स्थिति मजबूत नजर आ रही है . हालांकि क्षेत्रीय स्तर पर पल-पल बदल रहे चुनावी समीकरणों और ग्रामीणों में अपने क्षेत्र में अब तक मूलभूत सुविधाओं का अभाव बीजेपी व कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के लिए खतरे की घंटी बजा सकता है. कुछ सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों का पलड़ा भी भारी नजर आ रहा है. इस लिहाज से अनुमान लगा पाना बड़ा कठिन है कि इस चुनावी रण में कौन बाजी मारेगा.

बागेश्वर जिले में पंचायत चुनाव के मुद्दे

  • स्वास्थ्य
  • शिक्षा
  • बिजली
  • सड़क
  • संचार
  • पलायन
  • रोजगार
  • पानी

ये वे सभी मुद्दे हैं जो इन पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे. पलायन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे को सभी प्रत्याशी गंभीरता से ले रहे हैं. अन्य मुद्दों को लेकर भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में खूब पसीना बहा रहे हैं. देखना होगा इस चुनावी रणभूमि में कौन बाजी मरता है.

Intro:बागेश्वर "पंचायत पावर"

क्या है बागेश्वर जिले में पंचायतों की स्थिति, जाने....

बागेश्वर में 407 ग्राम पंचायतें 120 क्षेत्र पंचायत जबकि 19 जिला पंचायतों के लिए 3 चरणों में चुनाव होना है। जिसमें पहले चरण में बागेश्वर ब्लॉक में चुनाव संपन्न हो चुके हैं । दूसरे चरण में गरुड़ ब्लॉक और तीसरे चरण में कपकोट ब्लॉक में चुनाव होना है।

बागेश्वर। कुमाऊं की काशी के नाम से प्रसिद्ध बागेश्वर जिला पर्यटन की अपार संभावनाओं को अपने आप में संजोए हुए है। पिंडारी ग्लेशियर जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल , कौसानी जिसे भारत का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है इसी जिले में स्थित हैं। इन दिनों जिले में गांव गांव तक पंचायत चुनाव की चहल-पहल देखी जा सकती है। आइए एक नजर डालते हैं बागेश्वर जिले में पंचायतों की स्थिति पर...

दो नदियों सरयू और गोमती के संगम पर बसे इस शहर का अपना अलग राजनीतिक इतिहास रहा है। आइए एक नजर डालते हैं यहां की पंचायतों की स्थिति पर....
जिले में कुल 407 ग्राम पंचायत, 120 क्षेत्र पंचायत जबकि 19 जिला पंचायतों के लिए 3 चरणों में चुनाव होना है। जिसमें पहले चरण में बागेश्वर ब्लॉक में 5 अक्टूबर को चुनाव संपन्न हो गए हैं। बागेश्वर ब्लाक में कुल 71059 मतदाता हैं । जिसमें 36222 पुरुष मतदाता व 34837 महिला मतदाता हैं। जिसमें से 25650 महिला मतदाता तथा 21061 पुरुष मतदाता कुल 46711 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया । बागेश्वर ब्लाक में कुल मतदान 65.74% रहा। वहीं दूसरे चरण में 11 अक्टूबर को गरुड़ ब्लॉक में और तीसरे चरण का मतदान 16 अक्टूबर को कपकोट ब्लॉक में होना है।

बागेश्वर में 407 ग्राम प्रधान, 2917 ग्राम पंचायत सदस्य , 120 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 19 जिला पंचायत सदस्यों के लिए चुनाव होना है।


बागेश्वर में पंचायत की 'पावर'
1- ग्राम पंचायत - 407
2- क्षेत्र पंचायत - 120
3- जिला पंचायत- 19

बागेश्वर में कब कहां होगा पंचायत का 'एक्शन'
- पहला चरण- 05 अक्टूबर-बागेश्वर।(सम्पन्न हो गया है।)
-दूसरा चरण- 11 अक्टूबर- गरुड़।
-तीसरा चरण- 16 अक्टूबर- कपकोट।

प्रधान पद के लिए आरक्षित सीटें
-कुल सीटें- 270
-एसटी(महिला)- 2
-महिला- 133
-एससी- 56
-एससी (महिला)-58
-ओबीसी- 10
-ओबीसी(महिला)-11

जिला पंचायत के लिए आरक्षित सीटें-
- कुल सीटें- 13
- महिला- 7
- एससी( महिला)- 3
-एससी- 2
-ओबीसी- 1

क्षेत्र पंचायत के लिए आरक्षित सीटें-
- कुल सीटें- 77
- एससी(महिला)- 18
- एससी- 15
- एसटी(महिला)- 1
- महिला- 37
- ओबीसी(महिला)-4
- ओबीसी(पुरुष)-2

बागेश्वर में विधानसभा की 2 सीटें हैं । बागेश्वर और कपकोट दोनों सीटों में ही बीजेपी का कब्जा है। इस लिहाज से भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की स्थिति मजबूत नजर आ रही है । हालांकि क्षेत्रीय स्तर पर पल-पल बदल रहे चुनावी समीकरणों और ग्रामीणों में अपने क्षेत्र में अब तक मूलभूत सुविधाओं का अभाव बीजेपी व कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के लिए खतरे की घंटी बजा सकता है। कुछ सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों का पलड़ा भारी नजर आ रहा है । इस लिहाज से अनुमान लगा पाना बड़ा कठिन है कि इस चुनावी रण में कौन बाजी मारेगा।

बागेश्वर जिले में कौन 'पावरफुल'-
1-विधानसभा- बागेश्वर
पार्टी- बीजेपी
विधायक- चंदन राम दास।

2- विधानसभा- कपकोट
पार्टी- बीजेपी
विधायक- बलवंत सिंह भौर्याल।

यह तो थी जिले में पावरफुल दलों की स्थिति....
बागेश्वर जिले में अगर बात विधानसभा, लोकसभा की करें या फिर पंचायत चुनाव की करें तो स्वास्थ्य, बिजली, शिक्षा, संचार, सड़क, पानी पलायन रोजगार, हमेशा से ही यहां के बड़े मुद्दों में शामिल हैं। प्रत्याशी इन्हीं मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ते आए हैं। पंचायत चुनाव में भी इन्हीं मुद्दों को लेकर प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं... आइए एक नजर डालते हैं यहां के चुनावी मुद्दों पर


बागेश्वर जिले में पंचायत चुनाव के मुद्दे-

- स्वास्थ
- शिक्षा
- बिजली
- सड़क
- संचार
- पलायन
- रोजगार
- पानी

ये वे सभी मुद्दे हैं जो इन पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत का फैंसला करेंगे । पलायन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे को सभी प्रत्याशी गंभीरता से ले रहे हैं । अन्य मुद्दों को लेकर भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में खूब पसीना बहा रहे हैं। देखना होगा इस चुनावी रणभूमि में कौन बाजी मरता है।Body:बागेश्वर "पंचायत पावर"

क्या है बागेश्वर जिले में पंचायतों की स्थिति, जाने....

बागेश्वर में 407 ग्राम पंचायतें 120 क्षेत्र पंचायत जबकि 19 जिला पंचायतों के लिए 3 चरणों में चुनाव होना है। जिसमें पहले चरण में बागेश्वर ब्लॉक में चुनाव संपन्न हो चुके हैं । दूसरे चरण में गरुड़ ब्लॉक और तीसरे चरण में कपकोट ब्लॉक में चुनाव होना है।

बागेश्वर। कुमाऊं की काशी के नाम से प्रसिद्ध बागेश्वर जिला पर्यटन की अपार संभावनाओं को अपने आप में संजोए हुए है। पिंडारी ग्लेशियर जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल , कौसानी जिसे भारत का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है इसी जिले में स्थित हैं। इन दिनों जिले में गांव गांव तक पंचायत चुनाव की चहल-पहल देखी जा सकती है। आइए एक नजर डालते हैं बागेश्वर जिले में पंचायतों की स्थिति पर...

दो नदियों सरयू और गोमती के संगम पर बसे इस शहर का अपना अलग राजनीतिक इतिहास रहा है। आइए एक नजर डालते हैं यहां की पंचायतों की स्थिति पर....
जिले में कुल 407 ग्राम पंचायत, 120 क्षेत्र पंचायत जबकि 19 जिला पंचायतों के लिए 3 चरणों में चुनाव होना है। जिसमें पहले चरण में बागेश्वर ब्लॉक में 5 अक्टूबर को चुनाव संपन्न हो गए हैं। बागेश्वर ब्लाक में कुल 71059 मतदाता हैं । जिसमें 36222 पुरुष मतदाता व 34837 महिला मतदाता हैं। जिसमें से 25650 महिला मतदाता तथा 21061 पुरुष मतदाता कुल 46711 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया । बागेश्वर ब्लाक में कुल मतदान 65.74% रहा। वहीं दूसरे चरण में 11 अक्टूबर को गरुड़ ब्लॉक में और तीसरे चरण का मतदान 16 अक्टूबर को कपकोट ब्लॉक में होना है।

बागेश्वर में 407 ग्राम प्रधान, 2917 ग्राम पंचायत सदस्य , 120 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 19 जिला पंचायत सदस्यों के लिए चुनाव होना है।


बागेश्वर में पंचायत की 'पावर'
1- ग्राम पंचायत - 407
2- क्षेत्र पंचायत - 120
3- जिला पंचायत- 19

बागेश्वर में कब कहां होगा पंचायत का 'एक्शन'
- पहला चरण- 05 अक्टूबर-बागेश्वर।(सम्पन्न हो गया है।)
-दूसरा चरण- 11 अक्टूबर- गरुड़।
-तीसरा चरण- 16 अक्टूबर- कपकोट।

प्रधान पद के लिए आरक्षित सीटें
-कुल सीटें- 270
-एसटी(महिला)- 2
-महिला- 133
-एससी- 56
-एससी (महिला)-58
-ओबीसी- 10
-ओबीसी(महिला)-11

जिला पंचायत के लिए आरक्षित सीटें-
- कुल सीटें- 13
- महिला- 7
- एससी( महिला)- 3
-एससी- 2
-ओबीसी- 1

क्षेत्र पंचायत के लिए आरक्षित सीटें-
- कुल सीटें- 77
- एससी(महिला)- 18
- एससी- 15
- एसटी(महिला)- 1
- महिला- 37
- ओबीसी(महिला)-4
- ओबीसी(पुरुष)-2

बागेश्वर में विधानसभा की 2 सीटें हैं । बागेश्वर और कपकोट दोनों सीटों में ही बीजेपी का कब्जा है। इस लिहाज से भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की स्थिति मजबूत नजर आ रही है । हालांकि क्षेत्रीय स्तर पर पल-पल बदल रहे चुनावी समीकरणों और ग्रामीणों में अपने क्षेत्र में अब तक मूलभूत सुविधाओं का अभाव बीजेपी व कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के लिए खतरे की घंटी बजा सकता है। कुछ सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों का पलड़ा भारी नजर आ रहा है । इस लिहाज से अनुमान लगा पाना बड़ा कठिन है कि इस चुनावी रण में कौन बाजी मारेगा।

बागेश्वर जिले में कौन 'पावरफुल'-
1-विधानसभा- बागेश्वर
पार्टी- बीजेपी
विधायक- चंदन राम दास।

2- विधानसभा- कपकोट
पार्टी- बीजेपी
विधायक- बलवंत सिंह भौर्याल।

यह तो थी जिले में पावरफुल दलों की स्थिति....
बागेश्वर जिले में अगर बात विधानसभा, लोकसभा की करें या फिर पंचायत चुनाव की करें तो स्वास्थ्य, बिजली, शिक्षा, संचार, सड़क, पानी पलायन रोजगार, हमेशा से ही यहां के बड़े मुद्दों में शामिल हैं। प्रत्याशी इन्हीं मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ते आए हैं। पंचायत चुनाव में भी इन्हीं मुद्दों को लेकर प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं... आइए एक नजर डालते हैं यहां के चुनावी मुद्दों पर


बागेश्वर जिले में पंचायत चुनाव के मुद्दे-

- स्वास्थ
- शिक्षा
- बिजली
- सड़क
- संचार
- पलायन
- रोजगार
- पानी

ये वे सभी मुद्दे हैं जो इन पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत का फैंसला करेंगे । पलायन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे को सभी प्रत्याशी गंभीरता से ले रहे हैं । अन्य मुद्दों को लेकर भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में खूब पसीना बहा रहे हैं। देखना होगा इस चुनावी रणभूमि में कौन बाजी मरता है।Conclusion:
Last Updated : Oct 10, 2019, 7:48 PM IST
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