नई दिल्ली: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने सोमवार को भारत के डिजिटीकरण फंड के लिए एक अहम घोषणा की. कंपनी भारत में डिजिटीकरण को बढ़ावा देने के लिए अगले पांच से सात सालों में 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
पिचाई ने गूगल फॉर इंडिया वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "हम भारत में इक्विटी निवेश, साझेदारी और एक ऑपरेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर इकोसिस्टम के जरिए ये निवेश करेंगे. यह भारत के भविष्य और इसकी डिजिटल अर्थव्यवस्था में हमारे आत्मविश्वास का प्रतिबिंब है."
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यह निवेश भारत के डिजिटीकरण के लिए महत्वपूर्ण चार क्षेत्रों पर फोकस करेगा.
गूगल के सीईओ ने बताया, "इसमें पहला, प्रत्येक भारतीय को उसकी भाषा में कम कीमत में सूचना उपलब्ध कराना. दूसरा, नए उत्पादों और सेवाओं का निर्माण करना जो भारत की जरूरतों के मुताबिक हो. तीसरा, व्यवसायों को डिजिटल ट्रांसफर्मेशन पर जारी रखने और अधिक सशक्त बनाना. चौथा, स्वास्थ्य और कृषि और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का लाभ देना."
इस सम्मेलन के दौरान भारत के केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद भी मौजूद थे.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने गूगल के मुख्य कार्यकारी सुंदर पिचाई से विविध विषयों पर बातचीत की. इन विषयों में भारत के किसानों, नौजवानों और उद्यमियों की जिंदगियों को बदलने के लिए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर चर्चा की गई.
दोनों ने कोरोना संकट के दौरान नई कार्य संस्कृति पर भी बातचीत की. पिचाई के साथ वर्चुअल बैठक में, प्रधानमंत्री ने कोविड-19 संकट की वजह से उपजी नई कार्य संस्कृति पर भी चर्चा की.
मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट किया, "आज सुबह, मैंने सुंदर पिचाई के साथ काफी फलदायी वार्ता की. हमने विविध विषयों पर बातचीत की, खासकर के प्रौद्योगिकी की ताकत से भारतीय किसानों, युवाओं और उद्यमियों की जिंदगी ट्रांसफॉर्म करने के बारे में बात की."
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह विभिन्न क्षेत्रों में गूगल के प्रयासों को जानकर खुश हैं. चाहे यह शिक्षा हो, लर्निग हो, डिजिटल इंडिया इत्यादि का क्षेत्र हो.
बातचीत के दौरान, मोदी ने कहा कि सुंदर पिचाई और उन्होंने नई कार्य संस्कृति के बारे में चर्चा की, जो कोविड-19 की वजह से पैदा हुई है. साथ ही दोनों ने खेल आदि क्षेत्रों में सामने आई मुश्किलों के बारे में भी चर्चा की. प्रधानमंत्री ने कहा, "हमने डेटा सुरक्षा और साइबर सुरक्षा की महत्ता के बारे में भी बातचीत की."
(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)