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कोरोना के चलते संकट में टैक्सी व्यवसाय, सीएम को ज्ञापन भेज लगाई मदद की गुहार - Taxi-maxi drivers and operators

राज्य में पर्यटन गातिविधियां बंद होने के कारण टैक्सी-मैक्सी चालकों और संचालकों के सामने अर्थिक संकट गहराने लगा है. जिसे लेकर उन्होंने सीएम को ज्ञापन सौंपा है.

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Published : Jun 1, 2021, 5:26 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में पर्यटन गतिविधियां बंद होने के कारण इसका सीधा असर टैक्सी चालकों और संचालकों के पर पड़ा है. जिसे लेकर टैक्सी संचालकों ने देवभूमि टैक्सी मालिक आम जन सेवा समिति की ओर से जिला प्रशासन के माध्यम से सीएम को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है.

टैक्सी-मैक्सी संचालकों का कहना है कि बीते साल से अब तक उनका रोजगार बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. मसूरी, ऋषिकेश, हरिद्वार और नैनीताल जैसे सभी शहरों में पर्यटन गतिविधियां बंद है. वहीं चार धाम यात्रा निरस्त होने के बाद और ज्याद अर्थिक संकट गहराने लगा है. वहीं, टैक्सी संचालक इसरार ने बताया कि कोरोना महामारी में उनके वाहन खड़े हैं. जिस कारण उनको घर चलाना मुश्किल हो रहा है.

पढ़ें:दुल्हन निकली कोरोना पॉजिटिव, PPE किट पहन दूल्हे संग लिए सात फेरे

उन्होंने कहा कि सामान्य दिनों में वह वाहनों से कमाई करके गुजारा करते थे, लेकिन अब उन्हें बैंक की ईएमआई देना मुश्किल हो गया है, साथ ही इस संक्रमण काल में वे वाहनों के पेपर नवीनीकरण नहीं करा पा रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि टैक्सी-मैक्सी चालकों और संचालकों की मजबूरी को समझते हुए उन्हें दो साल का टैक्स और दो साल की फिटनेस के साथ ही एक साल का इंश्योरेंस और अधिकार पत्र में छूट दी जाए. इसके साथ ही छह महीने की ईएमआई में भी छूट दी जाए.

ज्ञापन में टैक्सी-मैक्सी संचालकों और चालकों ने आर्थिक संकट से उबारने के लिए मुख्यमंत्री से पांच-पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की भी मांग की है, ताकि इस संकट काल में उनकी क्षति-पूर्ति हो सके.

देहरादून: उत्तराखंड में पर्यटन गतिविधियां बंद होने के कारण इसका सीधा असर टैक्सी चालकों और संचालकों के पर पड़ा है. जिसे लेकर टैक्सी संचालकों ने देवभूमि टैक्सी मालिक आम जन सेवा समिति की ओर से जिला प्रशासन के माध्यम से सीएम को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है.

टैक्सी-मैक्सी संचालकों का कहना है कि बीते साल से अब तक उनका रोजगार बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. मसूरी, ऋषिकेश, हरिद्वार और नैनीताल जैसे सभी शहरों में पर्यटन गतिविधियां बंद है. वहीं चार धाम यात्रा निरस्त होने के बाद और ज्याद अर्थिक संकट गहराने लगा है. वहीं, टैक्सी संचालक इसरार ने बताया कि कोरोना महामारी में उनके वाहन खड़े हैं. जिस कारण उनको घर चलाना मुश्किल हो रहा है.

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उन्होंने कहा कि सामान्य दिनों में वह वाहनों से कमाई करके गुजारा करते थे, लेकिन अब उन्हें बैंक की ईएमआई देना मुश्किल हो गया है, साथ ही इस संक्रमण काल में वे वाहनों के पेपर नवीनीकरण नहीं करा पा रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि टैक्सी-मैक्सी चालकों और संचालकों की मजबूरी को समझते हुए उन्हें दो साल का टैक्स और दो साल की फिटनेस के साथ ही एक साल का इंश्योरेंस और अधिकार पत्र में छूट दी जाए. इसके साथ ही छह महीने की ईएमआई में भी छूट दी जाए.

ज्ञापन में टैक्सी-मैक्सी संचालकों और चालकों ने आर्थिक संकट से उबारने के लिए मुख्यमंत्री से पांच-पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की भी मांग की है, ताकि इस संकट काल में उनकी क्षति-पूर्ति हो सके.

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