रुड़की: नगर एक विवाहिता ने अपनी पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता का आरोप है कि साल 2016 में उसके पति जाहिद ने नाबालिग होने पर उससे साथ कई बार दुष्कर्म और वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल भी किया. जिसके बाद आरोपी ने पीड़िता पर जबरन निकाह करने का दबाव बनाया. वहीं, निकाह के कुछ महीने बाद ही उसके पति ने तीन तलाक देकर घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया. ऐसे में अब पीड़िता ने मीडिया के सामने आकर न्याय की गुहार लगाई है.
पीड़िता अलकमा के मुताबिक, साल 2016 में उसका परिवार रुड़की के पाडली गुर्जर गांव में रहता था. आरोपी का जाहिद का उनके घर आना जाना था. एक दिन पीड़िता को अकेला पाकर जाहिद ने उसे अपनी हवस का शिकार बना दिया और मोबाइल से वीडियो भी बना ली. जिसके बाद आरोपी जाहिद उसे ब्लैकमेल कर लगातार शारीरिक संबंध बनाता रहा. पीड़िता ने बताया कि इसी बीच वह गर्भवती हो गई और आरोपी ने उसे जबरन उसे दवाई खिलाकर ऑबर्शन करवा दिया. पीड़िता ने बताया कि इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और घरवालों को इस पूरे मामले का पता चल गया.
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अलकमा ने बताया कि नाबालिग उम्र में उसके साथ दुष्कर्म होने का पता चलने पर परिजनों को काफी गुस्सा आया और वह जाहिद के परिवार पर कानूनी कार्रवाई की बात कहने लगे. वहीं, जाहिद के परिजनों ने इस मामूली बात बताकर मेरे पिता के सामने निकाह की पेशकश कर डाली. जबकि, जाहिद पहले से ही शादीशुदा था और मुझसे दोगुनी उम्र का था. पीड़िता के परिजनों ने इस निकाह से इनकार कर दिया. जिसके बाद आरोपी उनके परिवार को लगातार धमकाने लगा. जिसके तंग आकर पीड़िता के परिजन गांव का मकान बेचकर रुड़की शिफ्ट हो गए.
पीड़िता का आरोपी है कि उनके गांव छोड़ने के बाद आरोपी को लगातार कानूनी कार्रवाई का डर सताता रहा और इसलिए उसने उनका पीछा नहीं छोड़ा. इसी बीच जाहिद ने अपनी पहली पत्नी को तलाक दे दिया और पीड़िता के परिजन पर निकाह का दबाव बनाता रहा. परिजनों ने दबाव में आकर दिसंबर 2018 में उसका निकाह जाहिद से करवा दिया. इस बीच पीड़िता बालिग हो चुकी थी. पीड़िता का आरोप है कि जाहिद अक्सर नशे में उसके साथ मारपीट करता और वापस मायके जाने का दबाव बनाता. जिसके बाद पीड़िता अपने भाई के साथ अपने घर आ गई. कुछ दिन बात आरोपी जाहिद ने पीड़िता के पिता को बात करने के लिए बाजार बुलाया. जहां आरोपी और उसके साथियों ने उसके पिता पर लाठी-डंडों से हमलाकर उन्हें बुरी तरह से घायल कर दिया.
अलकमा का कहना है कि आरोपी जाहिद की गुंडागर्दी और दबंगता को देखते हुए उन्होंने इस बात की पुलिस से कोई शिकायत नहीं, लेकिन कुछ दिन बाद जाहिद उनके घर आया और तीन तलाक देकर चलता बना. ऐसे में उन्हें पुलिस का सहारा लेना पड़ा और उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत एसएसपी हरिद्वार से की. पीड़िता का कहना है कि कई बार उन्हें बयान और मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई को लेकर गंगनहर कोतवाली बुलाया गया. लेकिन जाहिद के परिवार दबाव में पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. ऐसे में पीड़िता ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है.
वहीं, इस मामले में गंगनहर कोतवाली प्रभारी राजेश शाह का कहना है कि इस संबंध में उच्चाधिकारियों के माध्यम से एक शिकायती पत्र मिला था. जिसके बाद महिला को थाने बुलाया गया. पूछताछ में उन्होंने बताया कि इस संबंध में पूर्व में कोई शिकायत नहीं की गई थी. वहीं, प्रथमदृष्टया जांच में यह मामला परिवारिक कलह का है और महिला द्वारा लगाए गए आरोप और शिकायत झूठी पाई गई. ऐसे में मुकदमा दर्ज करने का कोई औचित्य नहीं बनता. दोनों पति-पत्नी को काउंसलिंग के लिए भेजा गया है.