उत्तरकाशी: उत्तराखंड में मौसम की मनमर्जियां जारी है. एक तरफ जहां तीन दिन पहले तक मैदानी और पहाड़ी इलाकों में लोग सूरज की तपिश जारी थी, तो वहीं बीते तीन दिनों से उत्तराखंड में मौसम को पलटी मार रहा है. उसने लोगों को मार्च के आखिर में सर्दी का अहसास कर दिया. उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री धाम समेत आसपास के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मंगलवार को बर्फबारी हुई.
उत्तरकाशी में मंगलवार सुबह से ही रिमझिम बारिश का सिलसिला जारी रहा, जिले में पिछले तीन चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है. नीचले इलाकों में जहां बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी है, तो वहीं उच्च हिमालयी क्षेत्रों गिरी बर्फ ने तापमान काफी नीचे चला गया है.
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गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में बर्फबारी होने के बाद हालात ये हो गए हैं कि लोगों की अब अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है. खराब मौसम के कारण बाजार भी सूने दिखाई दिए. सेब और अन्य नगदी फसलों के लिए भी बेमौसम ये बारिश एवं बर्फबारी नुकसानदायक बताई जा रही है, जिससे काश्तकारों की चिंता बढ़ गई हैं. जिले में बारिश से जन-जीवन पूरी तरह से प्रभावित है. खराब मौसम के बीच गंगोत्री धाम समेत मुखबा, धराली, हर्षिल, झाला और डोडीताल के साथ ही टिब्बा आदि ऊंचाई वाली चोटियों पर लगातार बर्फबारी जारी है.
बता दें कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के अलावा केदारनाथ धाम में बर्फबारी का यही हाल है. यहां भी बर्फबारी की वजह से चारधाम यात्रा की तैयारियां प्रभावित हो रही है. वहीं कुछ इलाकों में बारिश और बर्फबारी की वजह से किसानों की खेतों में तैयार खड़ी फसल बर्बाद हो चुकी है. ऐसे में काश्तकारों के सामने भी रोटी-रोटी का संकट खड़ा हो सकता है.
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