नई दिल्ली: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा जारी है. ये अभियान जिन जगहों से गुजर रहा है, वहां लोग राहुल गांधी से मिल रहे हैं. राहुल गांधी को पूरी जनता एक राजनैतिक व्यक्तित्व के रूप में पहचानते हैं, लेकिन उनके जीवन से जुड़ी अहम बातें, जैसे कि उनकी खाने की पसंद, बचपन और स्कूल की याद से लेकर पहली नौकरी तक के बारे में शायद ही कोई जानता होगा. इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कर्ली टेल्स ने बात की.
कर्ली टेल्स ने राहुल गांधी से तमाम बातों पर बात की, जो पॉलिटिक्स से इतर थे. उन्होंने बातचीत के दौरान अपने जीवन के कई राज खोले. उन्होंने बताया कि गुस्सा आने पर वो क्या करते हैं और यात्रा से उन्हें सबसे बड़ा सबक क्या मिला. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें मटर और कटहल बिल्कुल पसंद नहीं, वहीं नॉनवेज के वो शौकीन हैं.
राहुल गांधी ने अपनी शादी के प्लांस पर बात करते हुए बताया कि अगर पसंद की लड़की मिली तो, वह सोचेंगे. अब उनकी पसंद की लड़की कैसी होनी चाहिए, इस पर उन्होंने बस इतना कहा कि लड़की लविंग और इंटेलिजेंट होनी चाहिए. उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी और पिता राजीव गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि वे शादी के खिलाफ नहीं है. माता-पिता की शादी बहुत प्यारी थी और वे एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे, ऐसे में शादी के बारे में उनके ख्याल बहुत ऊंचे हैं. वह भी ऐसे ही किसी जीवन साथी की तलाश में हैं.
वहीं, उनके खानपान की बात पूछी गई तो, उन्होंने बताया कि वे अपने डाएट को लेकर काफी सख्त रहते हैं. उन्होंने उन सब्जियों की बात कही जो उन्हें पसंद नहीं. उन्होंने बताया कि वो सबकुछ खाते हैं, बस दो सब्जियों को छोड़कर, एक मटर और दूसरा कटहल. लेकिन इस यात्रा के दौरान उन्हें कोई च्वॉइस नहीं मिली. इसलिए जो मिल जाता है, खा लेते हैं. वहीं, तेलंगाना से जब भारत जोड़ो यात्रा गुजरी थी, तब उन्हें खाने में थोड़ी मुश्किल हुई थी, क्योंकि यहां लोग स्पाइसी चीजें बहुत खाते हैं. नॉनवेज की बात करें तो राहुल गांधी चिकन टिक्का, मटन, कबाब के शौकीन हैं और ऑमलेट खाना भी पसंद करते हैं.
बचपन की यादों और स्कूल के किस्सों के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि स्कूल में उनका पाला दो तरह की टीचर्स से पड़ा था. एक वो जो उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं करते थे और दूसरे वो जो उन्हें कुछ ज्यादा ही पसंद करते थे. उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज में हिस्ट्री और फिर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल रिलेशन एंड पॉलिटिक्स की पढ़ाई की. इस बीच पिता की मौत के बाद वह अमेरिका चले गए. यहां रोलिंस कॉलेज में इंटरनेशनल रिलेशन, इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से मास्टर्स किया. राहुल ने बताया कि उन्होंने पहली नौकरी 20-22 साल की उम्र में लंदन में 'मॉनिटर' नामक कंपनी में की. जिसके लिए उन्हें 3000 से 2,500 पाउंड सैलरी मिलती थी. हालांकि, ये रकम उस वक्त काफी बड़ी मानी जाती थी, लेकिन बाहर रहते थे तो सारा पैसा किराया और अन्य खर्चों में चला जाता था.
राहुल गांधी ने अपने फिजिकल फिटनेस के बारे में भी बताया. साथ ही स्कूबा डाइविंग और मार्शल आर्ट्स के एक्सपियरेंस भी शेयर किये. इतना ही नहीं, राहुल गांधी के लिए मेडिटेशन का एक ही अर्थ है कि अपने आप से और दूसरों के लिए आप सच्चे रहें. वहीं, फेवरेट पीएम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि कई प्रधानमंत्री हैं जो अपने-अपने समय में बेहतरीन काम किये हैं. जाहिर-सी बात है कि उनकी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी भी तो पीएम थे, जिनसे वे प्यार करते हैं. इसके बावजूद अन्य कई पीएम हैं, जो अपने वक्त पर जनहित कार्य किये हैं.
राहुल गांधी से सवाल किया गया कि अगर वो पीएम बने तो क्या करेंगे. उन्होंने जवाब दिया कि सबसे पहले वो देश की एजुकेशन सेक्टर में बदलाव लाएंगे. इसके अलावा, छोटे-छोटे बिजनेस को मजबूती देने की कोशिश करेंगे. इसके बाद उनसे एक और रोचक बात पूछी गई कि जब उन्हें गुस्सा आता है, तो वो क्या करते हैं. इसका जवाब भी अनोखा था. उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनके धैर्य रखने की क्षमता बढ़ी है. यात्रा के बीच उन्होंने कई तरह के इंसानों से मुलाकात की. कुछ लोग हाथ पकड़ लेते हैं, तो कुछ उनसे गले लग जाते हैं. यहां तक कि कभी-कभी उन्हें भीड़ में धक्का भी खाना पड़ा है. ऐसी स्थिति में ही उन्होंने खुद को शांत और संयमित रखना सीख लिया. इसके अलावा जब गुस्सा हावी होने लगे, तो वो शांत हो जाते हैं और ओवर रिएक्ट नहीं करते हैं. ये उनके करीबी लोग बेहतर जानते हैं.
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