उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसे को बीते 10 दिन हो चुके हैं. लगातार रेस्क्यू अभियान जारी है. अभियान में केंद्र और राज्य की 6 एजेंसी कार्य कर रही है. इन एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए उत्तराखंड के आईएएस नीरज खैरवाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है. मंगलवार देर शाम नीरज खैरवाल, अपर सचिव तकनीकी, सड़क और परिवहन महमूद अहमद और एनएचआईडीसीएल सुरंग परियोजना निदेशक अंशू मनीष खलको ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अधिक जानकारी दी.
उत्तरकाशी सुरंग बचाव कार्य में जुटे 'अपर सचिव तकनीकी, सड़क और परिवहन महमूद अहमद' ने बताया 'सबसे पहले, एनएचआईडीसीएल ने ऑक्सीजन आपूर्ति, भोजन, पानी या दवा की सुविधा सुनिश्चित की है. अंदर रोशनी और बिजली की आपूर्ति है. अंदर 2 किमी तक जगह है. 4 इंच की पाइपलाइन से, हम सूखे मेवे और अन्य खाने की चीजें भेज रहे थे. अब 6 इंच की पाइपलाइन के माध्यम से हमने अंदर एक वॉकी-टॉकी भेजा और संचार स्थापित किया है. हमें एक वीडियो भी मिला है जिसमें सभी मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ नजर आ रहे हैं'.
उन्होंने आगे बताया कि हमने कई एजेंसियों को इकट्ठा किया है. हम उनके साथ समन्वय कर रहे हैं. प्रत्येक एजेंसी को एक विशिष्ट कार्य सौंपा गया है. हमारी टीम हर चीज की निगरानी कर रही है, ताकि सभी एजेंसियों के बीच समन्वय बना रहे. हम सेना, बीआरओ और अन्य एजेंसियों से हर संभव योगदान ले रहे हैं. जिला प्रशासन हमारा सहयोग कर रहा है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ भी काम कर रहे हैं. हम अंदर फंसे अपने श्रमिकों को बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं.
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मजदूरों को 10वें दिन मिला नमक: वहीं, एनएचआईडीसीएल सुरंग परियोजना निदेशक अंशू मनीष खलको ने बताया कि हमने 6 इंच के पाइप को पूरी तरह साफ कर लिया है. मंगलवार को मजदूरों के लिए संतरा, केला, मौसम्बी और दवाइयां भेजी है. पिछले चार-पांच दिन से वे लोग नमक की मांग कर रहे थे. नमक भी आज भेज दिया गया है. ये सभी प्रक्रिया जारी है. आज रात के खाने के लिए उनको रोटी, सब्जी, पुलाव भेजा जाएगा.
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