नई दिल्ली : पंजाब के फिरोजपुर में पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा, प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा को भंग होते देख मैंने कांग्रेस नेतृत्व के समक्ष कुछ प्रश्न रखे थे. एक टेलीविजन नेटवर्क ने उन प्रश्नों के कुछ चिंताजनक परिणाम राष्ट्र के सम्मुख रखे हैं. पंजाब पुलिस अधिकारियों के बयान एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल पर सच को उजागर करते हैं.
पंजाब पुलिस के अधिकारी का ये वक्तव्य की प्रधानमंत्री की सुरक्षा भंग होने की जानकारी वो वरिष्ठ अधिकारियों, पंजाब प्रशासन और सरकार को देते रहे, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ऐसा हस्तक्षेप जो प्रधानमंत्री को सुरक्षा दे, ऐसा कुछ नहीं किया गया.
इसका खुलासा एक राष्ट्रीय समाचार चैनल ने किया था. बेहद चिंताजनक बात यह है कि पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे वे लगातार पंजाब में कांग्रेस सरकार और प्रशासन के साथ मिलकर पीएम और उनके मार्ग की सुरक्षा के लिए खतरे को उजागर कर रहे हैं.
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इससे जो सवाल पैदा होता है वह यह उजागर करता है कि पंजाब कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में कौन जानबूझकर पीएम की सुरक्षा के लिए इन खतरों की अनदेखी करता रहा. स्मृति ईरानी ने कहा कि डीजीपी ने बिना जानकारी के पीएम मोदी की सुरक्षा टीम को क्यों कहा कि पूरी व्यवस्था और रूट सुरक्षित है. पंजाब के वो कौन कांग्रेस सरकार में आला अधिकारी हैं जो इस अलर्ट के बाद भी प्रधानमंत्री को सुरक्षा देन के लिए कोई भी कदम नहीं उठा रहे थे.