ETV Bharat / bharat

NCP सांसद सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र में सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं पर चिंता जताई - सुप्रिया सुले

महाराष्ट्र में कोल्हापुर सहित अन्य क्षेत्रों में हाल ही में हुई सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेताओं ने चिंता जताई है. पार्टी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि ये घटनाएं लोकतंत्र के लिए अच्छी नहीं हैं. सुप्रिया सुले ने यह बात राकांपा के गठन के 24 साल पूरे होने के उपलक्ष में मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही है.

NCP MP Supriya Sule
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले
author img

By

Published : Jun 10, 2023, 1:28 PM IST

Updated : Jun 10, 2023, 1:39 PM IST

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेताओं ने कोल्हापुर सहित महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में हाल के दिनों में हुई सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं पर शनिवार को चिंता जताई. राकांपा के गठन के 24 साल पूरे होने के उपलक्ष में मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पार्टी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि ये घटनाएं लोकतंत्र के लिए अच्छी नहीं हैं. वहीं, राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने दावा किया कि सोशल मीडिया के जरिये सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की घटनाएं अतीत में कभी नहीं हुईं.

कोल्हापुर में मंगलवार को उस समय तनाव व्याप्त हो गया था, जब दो लोगों ने मैसूर के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की तस्वीर को कथित रूप से एक आपत्तिजनक ऑडियो संदेश के साथ सोशल मीडिया पर साझा किया. अगले दिन, टीपू सुल्तान की तस्वीर के कथित इस्तेमाल को लेकर शहर में हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान पथराव की घटना होने के बाद पुलिस को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को बल-प्रयोग के जरिये तितर-बितर करना पड़ा.

वहीं, अहमदनगर जिले में पुलिस ने पिछले रविवार को निकाले गए एक जुलूस के दौरान कथित रूप से मुगल बादशाह औरंगजेब के पोस्टर ले जाने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. यह कार्रवाई घटना का वीडियो वायरल होने के बाद की गई. इसी तरह, बृहस्पतिवार को एक किशोर द्वारा सोशल मीडिया पर कथित तौर पर औरंगजेब का महिमामंडन करने वाला संदेश पोस्ट किए जाने के बाद बीड जिले के आष्टी कस्बे में तनाव फैल गया. हिंदुत्व संगठनों ने शुक्रवार को आष्टी में 'बंद' का आह्वान किया.

इन घटनाओं का जिक्र करते हुए सुले ने कहा, 'यह स्थिति लोकतंत्र के लिए अच्छी नहीं है. सुले लोकसभा में पुणे जिले की बारामती सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं. राकांपा नेताओं से समुदायों के बीच तनाव घटाने की दिशा में काम करने की अपील करते हुए सुले ने कहा, 'हम महाराष्ट्र और देश के विकास के लिए लड़ना जारी रखेंगे.' उन्होंने राकांपा कार्यकर्ताओं की तारीफ करते हुए कहा कि वे पार्टी की 'रीढ़' हैं.

ये भी पढ़ें-

सुले कहा, 'कई नेताओं ने पार्टी के विकास में योगदान दिया, कई अन्य पार्टी छोड़कर चले गए, लेकिन कार्यकर्ता हमेशा से ही संगठन की रीढ़ रहे हैं. कार्यक्रम में राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष पाटिल ने कहा, 'समाज में तनाव बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कुछ ऐसा है, जो अतीत में कभी नहीं हुआ. हमें महाराष्ट्र को 'तंतमुक्त' (विवाद मुक्त) बनाने के प्रयास करने की आवश्यकता है.' इस अवसर पर सुले ने राज्य के गृह मंत्री रहे दिवंगत राकांपा नेता आर आर पाटिल और धनशोधन मामले में जेल में बंद पूर्व मंत्री नवाब मलिक को याद किया.

उन्होंने कहा, 'मुझे यकीन है कि अगले साल नवाब भाई पार्टी के स्थापना दिवस पर झंडा फहराने के लिए हमारे साथ होंगे. सत्य की हमेशा जीत होगी. महाराष्ट्र में राकांपा महा विकास आघाडी (एमवीए) का हिस्सा है, जिसमें उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस भी शामिल है. इस गठबंधन ने नवंबर 2019 से जून 2022 तक महाराष्ट्र की सत्ता संभाली.

(पीटीआई-भाषा)

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेताओं ने कोल्हापुर सहित महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में हाल के दिनों में हुई सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं पर शनिवार को चिंता जताई. राकांपा के गठन के 24 साल पूरे होने के उपलक्ष में मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पार्टी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि ये घटनाएं लोकतंत्र के लिए अच्छी नहीं हैं. वहीं, राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने दावा किया कि सोशल मीडिया के जरिये सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की घटनाएं अतीत में कभी नहीं हुईं.

कोल्हापुर में मंगलवार को उस समय तनाव व्याप्त हो गया था, जब दो लोगों ने मैसूर के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की तस्वीर को कथित रूप से एक आपत्तिजनक ऑडियो संदेश के साथ सोशल मीडिया पर साझा किया. अगले दिन, टीपू सुल्तान की तस्वीर के कथित इस्तेमाल को लेकर शहर में हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान पथराव की घटना होने के बाद पुलिस को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को बल-प्रयोग के जरिये तितर-बितर करना पड़ा.

वहीं, अहमदनगर जिले में पुलिस ने पिछले रविवार को निकाले गए एक जुलूस के दौरान कथित रूप से मुगल बादशाह औरंगजेब के पोस्टर ले जाने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. यह कार्रवाई घटना का वीडियो वायरल होने के बाद की गई. इसी तरह, बृहस्पतिवार को एक किशोर द्वारा सोशल मीडिया पर कथित तौर पर औरंगजेब का महिमामंडन करने वाला संदेश पोस्ट किए जाने के बाद बीड जिले के आष्टी कस्बे में तनाव फैल गया. हिंदुत्व संगठनों ने शुक्रवार को आष्टी में 'बंद' का आह्वान किया.

इन घटनाओं का जिक्र करते हुए सुले ने कहा, 'यह स्थिति लोकतंत्र के लिए अच्छी नहीं है. सुले लोकसभा में पुणे जिले की बारामती सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं. राकांपा नेताओं से समुदायों के बीच तनाव घटाने की दिशा में काम करने की अपील करते हुए सुले ने कहा, 'हम महाराष्ट्र और देश के विकास के लिए लड़ना जारी रखेंगे.' उन्होंने राकांपा कार्यकर्ताओं की तारीफ करते हुए कहा कि वे पार्टी की 'रीढ़' हैं.

ये भी पढ़ें-

सुले कहा, 'कई नेताओं ने पार्टी के विकास में योगदान दिया, कई अन्य पार्टी छोड़कर चले गए, लेकिन कार्यकर्ता हमेशा से ही संगठन की रीढ़ रहे हैं. कार्यक्रम में राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष पाटिल ने कहा, 'समाज में तनाव बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कुछ ऐसा है, जो अतीत में कभी नहीं हुआ. हमें महाराष्ट्र को 'तंतमुक्त' (विवाद मुक्त) बनाने के प्रयास करने की आवश्यकता है.' इस अवसर पर सुले ने राज्य के गृह मंत्री रहे दिवंगत राकांपा नेता आर आर पाटिल और धनशोधन मामले में जेल में बंद पूर्व मंत्री नवाब मलिक को याद किया.

उन्होंने कहा, 'मुझे यकीन है कि अगले साल नवाब भाई पार्टी के स्थापना दिवस पर झंडा फहराने के लिए हमारे साथ होंगे. सत्य की हमेशा जीत होगी. महाराष्ट्र में राकांपा महा विकास आघाडी (एमवीए) का हिस्सा है, जिसमें उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस भी शामिल है. इस गठबंधन ने नवंबर 2019 से जून 2022 तक महाराष्ट्र की सत्ता संभाली.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jun 10, 2023, 1:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.