देहरादून (उत्तराखंड): प्रदेश में लगातार हो रही बारिश का असर अब पहाड़ों पर दिखना शुरू हो गया है. सीमांत जिले पिथौरागढ़ के लिपुलेख-तवांग घाटी के पास मंगलवार (30 मई) देर रात से रुक-रुककर हो रहे भूस्खलन के बाद कई जगह से रोड बंद हो गई है. रोड बंद होने की वजह से लगभग 80 से अधिक आदि कैलाश से पिथौरागढ़ आ रहे यात्री और 200 से ज्यादा ग्रामीण दूसरे छोर पर फंसे हुए हैं. वहीं, बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें लगातार यात्रियों के साथ ग्रामीणों से संपर्क साधने में लगी हुई है.
30 मई की रात से हो रहे लैंडस्लाइड ने कुमाऊं के एक बड़े क्षेत्र में टेंशन पैदा कर दी है. एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह ने बताया कि, दारमा दर्रा के पास व्यास वैली है जहां पर ये भूस्खलन की घटना हुई है. इसी रूट से आदि कैलाश जाने वाले यात्रियों का भी आना-जाना होता है. भूस्खलन के बाद यहां कुछ यात्री फंसे हुए हैं. इन यात्रियों को यात्रा समाप्त कर पिथौरागढ़ आना था. भूस्खलन की वजह से कोई इधर से उधर नहीं जा पा रहा है. कई जगहों से लगातार पहाड़ खिसक रहे हैं.
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एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र हर साल इसी तरह भूस्खलन की घटनाएं होती हैं. पुलिस इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है. यात्रियों और ग्रामीणों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना हो इसके लिए गूंजी थाना और एसडीआरएफ के साथ-साथ बीआरओ के लोग संपर्क साध रहे हैं. बीआरओ से बात हुई है. उनका कहना है कि जल्द ही इस पूरे मार्ग को खोल दिया जाएगा. फिलहाल किसी तरह की कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.
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बता दें, प्रदेश में लगातार 2 दिनों से कई क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है. मौसम विभाग का कहना है कि कल यानी 1 जून को भी कई इलाकों में बारिश की घटनाएं हो सकती हैं. ऐसे में सभी यात्री मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा पर निकले.