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उत्तराखंड में बारिश से तबाही, हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर, चमोली में बादल फटा, नदियों का रौद्र रूप

Rain in Uttarakhand उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है. हरिद्वार में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. गंगा का बढ़ा जलस्तर यूपी के लिए खतरा न बन जाए इसलिए गंग नगर को बंद कर दिया गया है. सभी बाढ़ चौकियां अलर्ट पर हैं. चमोली जिले में बादल फटने की सूचना के साथ नंदाकिनी, अलकनंदा और पिंडर नदियों का जलस्तर बहुत बढ़ गया है. इन नदियों के किनारे रहने वाले लोगों ने अपने घर खाली कर दिए हैं.

Rain in Uttarakhand
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Published : Aug 14, 2023, 9:59 AM IST

Updated : Aug 14, 2023, 11:26 AM IST

हरिद्वार (उत्तराखंड): उत्तराखंड में पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश ने हरिद्वार में गंगा के जलस्तर को खतरे के निशान से ऊपर ला दिया है. आज सोमवार सुबह से गंगा 294.75 मीटर पर बह रही है. हरिद्वार में गंगा का खतरे का निशान 294 मीटर है.

हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर

हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर: खतरे के निशान के ऊपर बह रही गंगा के जलस्तर को देखते हुए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने अपनी सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है. सावधानी बरते हुए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने गंग नहर को भी बंद कर दिया है. साथ ही हरिद्वार जिला प्रशासन के साथ लगातार कोऑर्डिनेशन बनाते हुए गंगा के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है. वहीं दूसरी ओर हरिद्वार जिला प्रशासन ने जिले के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए हैं. साथ ही गंगा के तटवर्ती इलाकों पर रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी किया गया है.

यूपी उत्तराखंड की बाढ़ चौकियां अलर्ट: उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ हेड वर्क्स अनिल निमेष ने बताया कि गंगा सोमवार सुबह 4:00 बजे से ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसको देखते हुए सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है. साथ ही जिला प्रशासन को सूचना दे दी गई है. लगातार कंट्रोल रूम से गंगा के जल स्तर पर नजर रखी जा रही है.

चमोली के पीपलकोटी में तबाही

चमोली में फटा बादल: चमोली को लेकर मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ है. चमोली के अलग अलग हिस्सों से अतिवृष्टि और बादल फटने की खबरें आ रही हैं. चमोली के नंदानगर विकासखंड में नंदाकिनी नदी ने विकराल रूप धारण किया है. नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि कुमारतोली मोहल्ले में लोग अपने घरों को छोड़ लोग सड़क पर आ गये हैं. कुमारतोली में ही स्थित सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के भवन को छूकर नदी का पानी निकल रहा है.

नंदाकिनी नदी उफान पर: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्कूल का भवन भी क्षतिग्रस्त हो गया है. नंदानगर क्षेत्र के ऊपरी इलाकों में हुई बारिश के कारण देर रात 11 बजे अचानक नंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया. जिसके बाद लोगों ने अपने घरों से भागकर जान बचाई. कुमारतोली मोहल्ले में लोगों के घरों के आंगन से नंदाकिनी नदी का पानी बह रहा है. थाना नंदानगर से पुलिस के जवान लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की लगातार अपील कर रहे हैं. क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण भी नदी से हुए नुक़सान का आकलन नहीं किया जा सका है.
ये भी पढ़ें: केदारनाथ पैदल मार्ग पर बड़ी लिंचलोली में फटा बादल, टेंटों में फंसे लोगों को किया गया रेस्क्यू

पिंडर नदी का विकराल रूप: वहीं चमोली पुलिस के अनुसार पिंडर नदी का भी जलस्तर बढ़ा है. पुलिस की ओर से लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की लगातार अपील की जा रही है. नंदानगर के नागबगड़ मोहल्ले में भी नंदाकिनी नदी का पानी दुकानों को छूते हुए बह रहा है. एहतियातन लोगों ने अपनी दुकानों से सामान निकाल कर दुकान खाली कर दी हैं. क्षेत्र में बारिश जारी है. थराली में भी थराली और कोटडीप को जोड़ने वाले पुल के बहने की खबर है.

पीपलकोटी में भारी नुकसान: चमोली के नगर पंचायत पीपलकोटी के मायापुर में देर रात हुई भारी बारिश से बहुत नुकसान हुआ है. पीपलकोटी में पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा आने के कारण कई गाड़ियां मलबे में दब गईं. सड़क बंद हो गई है. फिलहाल जान के नुकसान की कोई सूचना नहीं है.
ये भी पढ़ें: भारी बारिश से डोईवाला में मकान का हिस्सा गिरने से फंसे पांच लोग, बमुश्किल किया रेस्क्यू

मैदान इलाकों में जलभराव: हरिद्वार और उधमसिंह नगर के बाद ऋषिकेश क्षेत्र में भी जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जिसके चलते आपदा विभाग ने हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी और देहरादून के जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

देहरादून जिले में जलभराव से आफत

राज्य की ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर: बीती रात से लगातार प्रदेश भर में हो रही भारी बारिश के चलते रुद्रप्रयाग जिले में अलकनंदा और मंदाकिनी नदी, श्रीनगर में अलकनंदा नदी, देवप्रयाग में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर बह रहा है. इसके साथ ही देहरादून की सौंग नदी का जलस्तर भी लाल निशान को पार कर बह रहा है. खतरे के निशान को पार कर बह रही नदियों से संभावित नुकसान को देखते हुए जिलाधिकारियों को अभी से ही जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.

हर घंटे आपातकालीन परिचालन केंद्र को सूचना देंगे डीएम: राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र की ओर से जिलाधिकारियों को जारी किए गए निर्देश में इस बात का जिक्र किया गया है कि प्रदेश की नदियों के खतरे के निशान के ऊपर बहने के चलते आम जनमानस के बचाव और सभी दलों और इकाइयों को सक्रिय करते हुए आवश्यक कार्रवाई को किया जाए. ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. इसके अलावा जिलाधिकारियों को अपने क्षेत्र की स्थितियों की सूचना भी हर घंटे परिचालन केंद्र को देने के निर्देश दिए हैं. साथ ही नदियों के जलस्तर की लगातार मॉनीटरिंग करने को कहा गया है.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में आसमान से बरसेगी 'आफत', चार जिलों में बारिश का रेड अलर्ट, देहरादून में कल स्कूल रहेंगे बंद

हरिद्वार (उत्तराखंड): उत्तराखंड में पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश ने हरिद्वार में गंगा के जलस्तर को खतरे के निशान से ऊपर ला दिया है. आज सोमवार सुबह से गंगा 294.75 मीटर पर बह रही है. हरिद्वार में गंगा का खतरे का निशान 294 मीटर है.

हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर

हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर: खतरे के निशान के ऊपर बह रही गंगा के जलस्तर को देखते हुए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने अपनी सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है. सावधानी बरते हुए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने गंग नहर को भी बंद कर दिया है. साथ ही हरिद्वार जिला प्रशासन के साथ लगातार कोऑर्डिनेशन बनाते हुए गंगा के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है. वहीं दूसरी ओर हरिद्वार जिला प्रशासन ने जिले के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए हैं. साथ ही गंगा के तटवर्ती इलाकों पर रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी किया गया है.

यूपी उत्तराखंड की बाढ़ चौकियां अलर्ट: उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ हेड वर्क्स अनिल निमेष ने बताया कि गंगा सोमवार सुबह 4:00 बजे से ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसको देखते हुए सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है. साथ ही जिला प्रशासन को सूचना दे दी गई है. लगातार कंट्रोल रूम से गंगा के जल स्तर पर नजर रखी जा रही है.

चमोली के पीपलकोटी में तबाही

चमोली में फटा बादल: चमोली को लेकर मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ है. चमोली के अलग अलग हिस्सों से अतिवृष्टि और बादल फटने की खबरें आ रही हैं. चमोली के नंदानगर विकासखंड में नंदाकिनी नदी ने विकराल रूप धारण किया है. नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि कुमारतोली मोहल्ले में लोग अपने घरों को छोड़ लोग सड़क पर आ गये हैं. कुमारतोली में ही स्थित सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के भवन को छूकर नदी का पानी निकल रहा है.

नंदाकिनी नदी उफान पर: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्कूल का भवन भी क्षतिग्रस्त हो गया है. नंदानगर क्षेत्र के ऊपरी इलाकों में हुई बारिश के कारण देर रात 11 बजे अचानक नंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ गया. जिसके बाद लोगों ने अपने घरों से भागकर जान बचाई. कुमारतोली मोहल्ले में लोगों के घरों के आंगन से नंदाकिनी नदी का पानी बह रहा है. थाना नंदानगर से पुलिस के जवान लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की लगातार अपील कर रहे हैं. क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण भी नदी से हुए नुक़सान का आकलन नहीं किया जा सका है.
ये भी पढ़ें: केदारनाथ पैदल मार्ग पर बड़ी लिंचलोली में फटा बादल, टेंटों में फंसे लोगों को किया गया रेस्क्यू

पिंडर नदी का विकराल रूप: वहीं चमोली पुलिस के अनुसार पिंडर नदी का भी जलस्तर बढ़ा है. पुलिस की ओर से लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की लगातार अपील की जा रही है. नंदानगर के नागबगड़ मोहल्ले में भी नंदाकिनी नदी का पानी दुकानों को छूते हुए बह रहा है. एहतियातन लोगों ने अपनी दुकानों से सामान निकाल कर दुकान खाली कर दी हैं. क्षेत्र में बारिश जारी है. थराली में भी थराली और कोटडीप को जोड़ने वाले पुल के बहने की खबर है.

पीपलकोटी में भारी नुकसान: चमोली के नगर पंचायत पीपलकोटी के मायापुर में देर रात हुई भारी बारिश से बहुत नुकसान हुआ है. पीपलकोटी में पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा आने के कारण कई गाड़ियां मलबे में दब गईं. सड़क बंद हो गई है. फिलहाल जान के नुकसान की कोई सूचना नहीं है.
ये भी पढ़ें: भारी बारिश से डोईवाला में मकान का हिस्सा गिरने से फंसे पांच लोग, बमुश्किल किया रेस्क्यू

मैदान इलाकों में जलभराव: हरिद्वार और उधमसिंह नगर के बाद ऋषिकेश क्षेत्र में भी जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जिसके चलते आपदा विभाग ने हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी और देहरादून के जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

देहरादून जिले में जलभराव से आफत

राज्य की ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर: बीती रात से लगातार प्रदेश भर में हो रही भारी बारिश के चलते रुद्रप्रयाग जिले में अलकनंदा और मंदाकिनी नदी, श्रीनगर में अलकनंदा नदी, देवप्रयाग में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर बह रहा है. इसके साथ ही देहरादून की सौंग नदी का जलस्तर भी लाल निशान को पार कर बह रहा है. खतरे के निशान को पार कर बह रही नदियों से संभावित नुकसान को देखते हुए जिलाधिकारियों को अभी से ही जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.

हर घंटे आपातकालीन परिचालन केंद्र को सूचना देंगे डीएम: राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र की ओर से जिलाधिकारियों को जारी किए गए निर्देश में इस बात का जिक्र किया गया है कि प्रदेश की नदियों के खतरे के निशान के ऊपर बहने के चलते आम जनमानस के बचाव और सभी दलों और इकाइयों को सक्रिय करते हुए आवश्यक कार्रवाई को किया जाए. ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. इसके अलावा जिलाधिकारियों को अपने क्षेत्र की स्थितियों की सूचना भी हर घंटे परिचालन केंद्र को देने के निर्देश दिए हैं. साथ ही नदियों के जलस्तर की लगातार मॉनीटरिंग करने को कहा गया है.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में आसमान से बरसेगी 'आफत', चार जिलों में बारिश का रेड अलर्ट, देहरादून में कल स्कूल रहेंगे बंद

Last Updated : Aug 14, 2023, 11:26 AM IST
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