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उत्तराखंड में डेंगू का कहर, वन दारोगा और पुलिसकर्मी की मौत, कोतवाल भी अस्पताल में भर्ती

Dengue in Uttarakhand सूबे में डेंगू के डंक से लोग कराह रहे हैं. उत्तराखंड के 13 जिलों में से 6 जिलों में डेंगू के मामले देखे गए हैं. सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो प्रदेश के 6 जिलों में अभी तक डेंगू के 838 मामले सामने आ चुके हैं. इतना ही नहीं डेंगू की चपेट में आने से एक वन दारोगा और एक सिपाही की मौत हो चुकी है. जबकि, हरिद्वार रेंजर और एक कोतवाल डेंगू से जंग लड़ रहा है. डेंगू के बढ़ते प्रकोप ने सरकार और स्वास्थ्य महकमे की चिंता बढ़ा दी है.

Dengue in Uttarakhand
उत्तराखंड में डेंगू
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 5, 2023, 10:44 PM IST

Updated : Sep 6, 2023, 6:20 AM IST

उत्तराखंड में डेंगू का कहर

देहरादूनः उत्तराखंड में डेंगू संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. आलम ये है कि प्रदेश के 6 जिले डेंगू की चपेट में हैं. जिस पर काबू पाना एक बड़ी चुनौती बन गया है. यही वजह है कि शासन से लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अब डेंगू पर काबू पाने के लिए तमाम दिशा निर्देश दे रहे हैं. जहां स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने डेंगू के संबंध में गाइडलाइन जारी कर दी है तो वहीं स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी स्वास्थ्य समेत संबंधित विभागों के साथ बैठक कर तमाम जरूरी दिशा निर्देश दे रहे हैं. इसी बीच सीएम पुष्कर धामी भी सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पांडे से बात कर डेंगू को कंट्रोल करने के लिए कह चुके हैं.

डेंगू से इनकी गई जानः बता दें कि 12 अगस्त को देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में तैनात सिपाही जगमोहन प्रकाश की डेंगू से मौत हो गई थी. इसके बाद 1 सितंबर को हरिद्वार जिले के हरिपुर कला के फुटबॉल खिलाड़ी पुलकित की डेंगू की वजह से मौत हो गई. मामला यहीं नहीं थमा, 3 सितंबर को डेंगू संक्रमित वन दारोगा ओपी सिंह का भी इलाज के दौरान मौत हो गई. हालांकि, ये तीनों मौतें निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई हैं. उधर, हरिद्वार रेंजर दिनेश प्रसाद नौड़ियाल और ज्वालापुर कोतवाल कुंदन सिंह राणा की भी डेंगू के चलते हालत गंभीर बनी हुई है. जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है.

Dengue in Uttarakhand
उत्तराखंड में डेंगू का कहर

डेंगू बरपा रहा कहरः स्वास्थ्य विभाग की मानें तो प्रदेश के 13 जिलों में से 6 जिले में डेंगू के मामले सामने आए हैं. पिछले करीब डेढ़ महीने के भीतर प्रदेश भर में 838 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. वही, पिछले 24 घंटे के भीतर 49 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. हालांकि, वर्तमान समय में 131 मरीज का इलाज चल रहा है. जबकि, 703 मरीज डेंगू से ठीक हो चुके हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार अभी तक डेंगू संक्रमित 4 लोगों की मौत हो चुकी है. डेंगू प्रभावित 6 जिलों में से देहरादून जिले में सबसे ज्यादा 506 मामले सामने आए हैं.
ये भी पढ़ेंः देहरादून में इस रेट में कराएं डेंगू का टेस्ट, लक्षण और बचाव के तरीके भी जानिए

सीएम धामी डेंगू पर रख रहे नजरः उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामले को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिव मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे को अहम दिशा निर्देश दिए. सीएम धामी ने कहा कि सचिव स्वास्थ्य और नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक करें. बैठक कर डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण की कार्रवाई करें. इतना ही नहीं सीएम धामी ने कहा कि फॉगिंग की बेहतर व्यवस्था किए जाने के साथ ही अस्पतालों में डेंगू संक्रमित मरीजों के लिए जरूरी व्यवस्थाएं भी मुकम्मल कराई जाए.

Dengue in Uttarakhand
उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत

वहीं, मामले पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि ये अच्छी बात है कि मुख्यमंत्री ने इस बाबत निर्देश दिए हैं. मंत्री रावत ने कहा कि अभी तक प्रदेश में जितने भी डेंगू संक्रमित मरीज सामने आए हैं, उसमे से 90 फीसदी रिकवरी हुई है. जबकि, 10 फीसदी की मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं. जिनका इलाज चल रहा है.

उन्होंने कहा कि देहरादून समेत सभी जिलों की समीक्षा बैठक कर चुके हैं. इस दौरान डेंगू मरीजों के लिए स्पेशल वार्ड, नगर निगम की ओर से फॉगिंग की व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए हैं. 10 जगहों पर ब्लड कैंप लगाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं. जहां लोग स्वेच्छा से रक्तदान कर सकेंगे. अभी तक 84 हजार लोग रक्तदान करने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. इतना ही नहीं डेंगू के मामले के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को अगले 10 दिन की कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
ये भी पढ़ेंः डेंगू के मामले में इजाफा, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइडलाइन, देहरादून में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

डेंगू के लक्षण को जानिए? गौर हो कि डेंगू और मलेरिया मादा मच्छर के काटने से होती है. डेंगू एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से फैलता है. अगर किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाता है तो उसे तेज बुखार आता है. साथ ही उल्टी होती है. शरीर में दर्द के साथ जकड़न की शिकायत होती है. इसके अलावा प्लेटलेट्स भी काफी तेजी से घटने लगती है.

डेंगू से बचाव कैसे रोकें? बरसात के दौरान अपने घरों में पानी बिल्कुल जमा न होने दें. कूलर, बाल्टी आदि से पानी निकालते रहें. इसके अलावा टायरों और गमलों आदि में पानी जमा न होने दें. मच्छरों को दूर रखने के लिए अपने आस पास साफ सफाई रखें. पूरे बाजू वाले कपड़े पहनें. सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.

उत्तराखंड में डेंगू का कहर

देहरादूनः उत्तराखंड में डेंगू संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. आलम ये है कि प्रदेश के 6 जिले डेंगू की चपेट में हैं. जिस पर काबू पाना एक बड़ी चुनौती बन गया है. यही वजह है कि शासन से लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अब डेंगू पर काबू पाने के लिए तमाम दिशा निर्देश दे रहे हैं. जहां स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने डेंगू के संबंध में गाइडलाइन जारी कर दी है तो वहीं स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी स्वास्थ्य समेत संबंधित विभागों के साथ बैठक कर तमाम जरूरी दिशा निर्देश दे रहे हैं. इसी बीच सीएम पुष्कर धामी भी सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पांडे से बात कर डेंगू को कंट्रोल करने के लिए कह चुके हैं.

डेंगू से इनकी गई जानः बता दें कि 12 अगस्त को देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में तैनात सिपाही जगमोहन प्रकाश की डेंगू से मौत हो गई थी. इसके बाद 1 सितंबर को हरिद्वार जिले के हरिपुर कला के फुटबॉल खिलाड़ी पुलकित की डेंगू की वजह से मौत हो गई. मामला यहीं नहीं थमा, 3 सितंबर को डेंगू संक्रमित वन दारोगा ओपी सिंह का भी इलाज के दौरान मौत हो गई. हालांकि, ये तीनों मौतें निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई हैं. उधर, हरिद्वार रेंजर दिनेश प्रसाद नौड़ियाल और ज्वालापुर कोतवाल कुंदन सिंह राणा की भी डेंगू के चलते हालत गंभीर बनी हुई है. जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है.

Dengue in Uttarakhand
उत्तराखंड में डेंगू का कहर

डेंगू बरपा रहा कहरः स्वास्थ्य विभाग की मानें तो प्रदेश के 13 जिलों में से 6 जिले में डेंगू के मामले सामने आए हैं. पिछले करीब डेढ़ महीने के भीतर प्रदेश भर में 838 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. वही, पिछले 24 घंटे के भीतर 49 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. हालांकि, वर्तमान समय में 131 मरीज का इलाज चल रहा है. जबकि, 703 मरीज डेंगू से ठीक हो चुके हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार अभी तक डेंगू संक्रमित 4 लोगों की मौत हो चुकी है. डेंगू प्रभावित 6 जिलों में से देहरादून जिले में सबसे ज्यादा 506 मामले सामने आए हैं.
ये भी पढ़ेंः देहरादून में इस रेट में कराएं डेंगू का टेस्ट, लक्षण और बचाव के तरीके भी जानिए

सीएम धामी डेंगू पर रख रहे नजरः उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामले को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिव मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे को अहम दिशा निर्देश दिए. सीएम धामी ने कहा कि सचिव स्वास्थ्य और नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक करें. बैठक कर डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण की कार्रवाई करें. इतना ही नहीं सीएम धामी ने कहा कि फॉगिंग की बेहतर व्यवस्था किए जाने के साथ ही अस्पतालों में डेंगू संक्रमित मरीजों के लिए जरूरी व्यवस्थाएं भी मुकम्मल कराई जाए.

Dengue in Uttarakhand
उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत

वहीं, मामले पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि ये अच्छी बात है कि मुख्यमंत्री ने इस बाबत निर्देश दिए हैं. मंत्री रावत ने कहा कि अभी तक प्रदेश में जितने भी डेंगू संक्रमित मरीज सामने आए हैं, उसमे से 90 फीसदी रिकवरी हुई है. जबकि, 10 फीसदी की मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं. जिनका इलाज चल रहा है.

उन्होंने कहा कि देहरादून समेत सभी जिलों की समीक्षा बैठक कर चुके हैं. इस दौरान डेंगू मरीजों के लिए स्पेशल वार्ड, नगर निगम की ओर से फॉगिंग की व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए हैं. 10 जगहों पर ब्लड कैंप लगाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं. जहां लोग स्वेच्छा से रक्तदान कर सकेंगे. अभी तक 84 हजार लोग रक्तदान करने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. इतना ही नहीं डेंगू के मामले के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को अगले 10 दिन की कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
ये भी पढ़ेंः डेंगू के मामले में इजाफा, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइडलाइन, देहरादून में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

डेंगू के लक्षण को जानिए? गौर हो कि डेंगू और मलेरिया मादा मच्छर के काटने से होती है. डेंगू एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से फैलता है. अगर किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाता है तो उसे तेज बुखार आता है. साथ ही उल्टी होती है. शरीर में दर्द के साथ जकड़न की शिकायत होती है. इसके अलावा प्लेटलेट्स भी काफी तेजी से घटने लगती है.

डेंगू से बचाव कैसे रोकें? बरसात के दौरान अपने घरों में पानी बिल्कुल जमा न होने दें. कूलर, बाल्टी आदि से पानी निकालते रहें. इसके अलावा टायरों और गमलों आदि में पानी जमा न होने दें. मच्छरों को दूर रखने के लिए अपने आस पास साफ सफाई रखें. पूरे बाजू वाले कपड़े पहनें. सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.

Last Updated : Sep 6, 2023, 6:20 AM IST
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