नई दिल्ली: वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा की राज्यसभा और लोकसभा सभी पार्टी के सांसदों से वो लोग मुलाकात कर रहे हैं और आधे से ज्यादा सांसदों से उनकी मुलाकात हो भी चुकी है. इस पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा की कुछ अल्पसंख्यकों ने इस पर कानून बनाने की बात पर ऐतराज जरूर किया, मगर इस मुद्दे पर जागरूकता सभी चाहते है और चाहते हैं कि एक नीति बनाई जाए.
बीजेपी नेता आलोक कुमार का कहना है कि शादी की न्यूनतम उम्र लड़कियों की 21 साल तय किए जाने पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए. वीएचपी ने लव जिहाद पर बोलते हुए कहा कि देश में ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं और केंद्र सरकार व सभी राज्यों की सरकार को इस पर सख्त होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि वीएचपी की शुरुआत से लेकर आभी तक 25 हजार लड़कियों को लव जिहाद के चुंगल से बचाया गया, साथ ही 62 लाख हिन्दुओं को धर्मांतरण से बचाया गया है, 9 लाख लोगों को हिन्दू बनाया और 20 लाख गाय को कटने से बचाया गया है.
उन्होंने बताया की अभी तक 286 सांसदों से मुलाकात की गई है और विश्व हिंदू परिषद तीन मुद्दों पर बात कर रहा है, जिनमें पहला (1) जनसंख्या नीति पर बात, ये केवल यूनिफार्म सिविल कोड मसला नहीं है, इस पर जनंसख्या नियंत्रण हो, एक असरदार पोलिसी बने. दूसरा (2) देश के बड़े भाग में मदिर सरकार के कंट्रोल में है, 18 फीसदी टेक्स देना पड़ता है और मंदिर सरकार के कब्जे से निकले. और तीसरी मांग (3) सरकार से यह कहा गया है कि तीर्थ का विकास पर्यटन के लिहाज से नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि वे अनेक मुस्लिम और क्रिस्चियन सांसदों से मिले. साथ ही ये भी कहा की अवैध धर्मांतरण पर कल से अभियान शुरु होगा. क्योंकि जबरन धर्मांतरण की घटना की वजह से सामाजिक ताना बाना बिगड़ रहा है. इस सवाल पर कि धर्मांतरण के मामले सबसे ज्यादा कहां पाए गए हैं, आलोक ने कहा केरल में सबसे ज्यादा धर्मांतरण के मामले सामने आए हैं. इसके अलावा वीएचपी मंदिरों को सरकार के कब्जे से मुक्त करने की मांग भी उठा रही है. उनका कहना है कि यदि मंदिर सरकार से फ्री हो जाए, तो 1 लाख 80 हजार करोड़ की आय होगी, जो हिंदुओं की भलाई में काम आ सकती है.
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ईटीवी भारत ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनय कटियार से भी लव जिहाद मामले पर बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले में सख्त कानून बनाने के साथ-साथ महिलाओं को अपने विवेक से काम लेने और सोच समझकर और परखकर निर्णय लेने की भी बात कही. जनसंख्या नीति या कानून की जरूरत पर बोलते हुए कटियार ने कहा कि इस पर कानून से ज्यादा जरूरत है जागरूकता अभियान चलाने की और संसाधनों में कटौती करने की. श्रद्धा और रुबिका मर्डर जैसे मामले ना दोहराए जाएं, इसके लिए महिलाओं को भी सोच समझकर सीमा में रहकर कदम उठाने की बात कही.