जयपुर : राजस्थान में चल रहे सियासी संग्राम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा तो वहीं, पलटवार में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने जनता के नाम एक पत्र लिखा है. जनता को लिखे इस पत्र में पूनिया ने प्रदेश की गहलोत सरकार और मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा है. पुनिया ने पत्र में यह भी कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री ने पीएम को पत्र लिखा है उससे यह स्पष्ट है कि अब सरकार अल्पमत में आ चुकी है.
पूनिया की ओर से जारी बयान में कहा गया कि प्रदेश सरकार पिछले 13 दिनों से पांच सितारा होटल में विधायकों की बाड़ेबंदी कर रखी है. पूनिया के अनुसार कांग्रेस में चल रही आपसी कलह का ठीकरा मुख्यमंत्री भाजपा और केंद्रीय नेतृत्व पर फोड़ना चाह रही हैं. उन्होंने कहा कि मैं आपके पत्र का जवाब जनता के दरबार में पत्र लिखकर भेज रहा हूं इसका फैसला अब जनता करेगी.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने आगे लिखा कि यह संवैधानिक संकट आपकी पार्टी की ही देन है लेकिन जनता पूछ रही है कि आप पांच सितारा होटल के बाड़े से बाहर कब आएंगे.
पढ़ें : राजस्थान : गहलोत का पीएम मोदी को पत्र, कहा-भाजपा कर रही सरकार गिराने की साजिश
पूनिया ने यह भी लिखा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रधानमंत्री को इस तरह के पत्र लिखकर जनता की सहानुभूति बटोरना चाहते हैं. लेकिन सच जनता के सामने आ चुका है. इसके अलावा भी उन्होंने कुछ आरोप वापस से दोहराए जो पूनिया बीते करीब एक पखवाड़े से लगातार मीडिया में बयान देकर प्रदेश की गहलोत सरकार पर आरोप लगाते आए हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा-
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. सीएम ने पत्र में राजस्थान के हॉर्स ट्रेडिंग के कुत्सित प्रयासों की तरफ ध्यान आकृष्ट किया है. मुख्यमंत्री ने लिखा कि भारत के लोकतंत्र की खूबसूरती रही है. सरकारों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोकहित को सर्वोपरि रखा है. कोविड-19 महामारी के दौर में हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता जीवन रक्षा है लेकिन राजस्थान में चुनी हुई सरकार को गिराने का वो प्रयास किया जा रहा है.