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कोरोनिल पर आयुष मंत्रालय की रोक, पतंजलि ने भेजा 11 पन्नों का जवाब - patanjali reacts after ayush ministry asks for details of coronil

केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना की दवा पर रोक लगाने के बाद पतंजलि की ओर से आयुष मंत्रालय को 11 पन्नों का जवाब भेजा गया है. मंत्रालय को बताया गया है कि पतंजलि ने क्लीनिकल ट्रायल के सभी स्टेंडर्ड पैरामीटर्स को 100 फीसदी पूरा किया है. पढ़ें पूरी खबर...

कोरोना की दवा कोरोनिल
कोरोना की दवा कोरोनिल
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Published : Jun 24, 2020, 9:30 AM IST

देहरादून : बाबा रामदेव का दावा है कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए उन्होंने कोरोनिल दवा बनाई है, जो कोरोना के खात्मे में सौ फीसदी कारगर है. वहीं केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने स्वामी रामदेव के इस दावे को झटका दिया. आयुष मंत्रालय ने इस दवा के प्रचार-प्रसार पर तुरंत रोक लगाने के साथ ही पतंजलि को दवा से संबंधित पूरी जानकारी मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए हैं.

आयुष मंत्रालय के इस निर्देश के बाद पतंजलि में हड़कंप मच गया और स्वामी रामदेव अपनी पूरी टीम के साथ आयुष मंत्रालय को जवाब देने में जुट गए. मंगलवार देर शाम पतंजलि रिसर्च केंद्र ने आयुष मंत्रालय को 11 पेज के दस्तावेजों के साथ अपना जवाब भेज दिया है.

पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने इस बारे में जानकारी भी दी है. आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि आयुष मंत्रालय ने इस फैसले में जल्दबाजी दिखाई है, उन्हें पहले इस बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए थी. साथ ही उन्होंने इसके पीछे दुनिया के ड्रग माफिया और डब्ल्यूएचओ के दबाव से भी इनकार नहीं किया है.

यह भी पढ़े: केंद्र ने रोका पतंजलि की कथित कोरोना रोधी दवा का प्रचार- मांगा ब्योरा, पतंजलि ने भेजा जवाब

क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल के परिणाम शत प्रतिशत
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आयुष मंत्रालय के कम्युनिकेशन गैप की वजह से यह सब कन्फ्यूजन पैदा हुआ है. उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय को इस बारे में जवाब दे दिया है. साथ ही बालकृष्ण ने आयुष मंत्रालय के दवा के प्रचार पर रोक लगाए जाने के सवाल पर कहा कि हमने कोरोना की दवा का प्रचार किया ही नहीं, बल्कि हमने तो दवा के क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल के परिणामों को दुनिया के सामने रखा है, जिसके शत प्रतिशत परिणाम आए हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आयुष मंत्रालय को अगर पता नहीं था तो उन्हें इतनी जल्दी नहीं करनी चाहिए थी, बल्कि पहले सच जानना चाहिए था. उन्होंने कहा कि दवा देशभर में बिकेगी और तयशुदा समय पर कोरोनिल को बाजार में उतार दिया जाएगा.

वहीं, पतंजलि की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि कोरोना की दवा को लेकर आयुष मंत्रालय के साथ जो कम्युनिकेशन गैप था, वह दूर हो गया है.

  • यह सरकार आयुर्वेद को प्रोत्साहन व गौरव देने वाली है जो communication gap था वह दूर हो गया है व Randomised Placebo Controlled Clinical Trials के जितने भी Standard Parameters हैं उन सबको 100% fullfill किया है इसकी सारी जानकारी हमने आयुष मंत्रालय को दे दी है @moayush @yogrishiramdev pic.twitter.com/0CAMPZ3xvR

    — Acharya Balkrishna (@Ach_Balkrishna) June 23, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मंत्रालय को बताया गया है कि पतंजलि ने रेंडमाइज्ड प्लेस्कबो कंट्रोल्ड क्लीनिकल ट्रायल के जितने भी स्टेंडर्ड पैरामीटर्स हैं, उन सभी को 100 फीसदी पूरा किया है. पतंजलि द्वारा जारी बयान में यह भी कहा गया है कि इसकी पूरी जानकारी दस्तावेजों सहित आयुष मंत्रालय को भेज दी गई है.

पतंजलि ने आयुष मंत्रालय को 11 पेज का जवाब दिया गया है, अब देखना होगा आयुष मंत्रालय पतंजलि योगपीठ द्वारा दिए गए जवाब से कितना संतुष्ट नजर आता है और कोरोना वायरस की दवा पतंजलि द्वारा मार्केट में आ पाती है या नहीं.

देहरादून : बाबा रामदेव का दावा है कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए उन्होंने कोरोनिल दवा बनाई है, जो कोरोना के खात्मे में सौ फीसदी कारगर है. वहीं केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने स्वामी रामदेव के इस दावे को झटका दिया. आयुष मंत्रालय ने इस दवा के प्रचार-प्रसार पर तुरंत रोक लगाने के साथ ही पतंजलि को दवा से संबंधित पूरी जानकारी मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए हैं.

आयुष मंत्रालय के इस निर्देश के बाद पतंजलि में हड़कंप मच गया और स्वामी रामदेव अपनी पूरी टीम के साथ आयुष मंत्रालय को जवाब देने में जुट गए. मंगलवार देर शाम पतंजलि रिसर्च केंद्र ने आयुष मंत्रालय को 11 पेज के दस्तावेजों के साथ अपना जवाब भेज दिया है.

पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने इस बारे में जानकारी भी दी है. आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि आयुष मंत्रालय ने इस फैसले में जल्दबाजी दिखाई है, उन्हें पहले इस बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए थी. साथ ही उन्होंने इसके पीछे दुनिया के ड्रग माफिया और डब्ल्यूएचओ के दबाव से भी इनकार नहीं किया है.

यह भी पढ़े: केंद्र ने रोका पतंजलि की कथित कोरोना रोधी दवा का प्रचार- मांगा ब्योरा, पतंजलि ने भेजा जवाब

क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल के परिणाम शत प्रतिशत
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आयुष मंत्रालय के कम्युनिकेशन गैप की वजह से यह सब कन्फ्यूजन पैदा हुआ है. उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय को इस बारे में जवाब दे दिया है. साथ ही बालकृष्ण ने आयुष मंत्रालय के दवा के प्रचार पर रोक लगाए जाने के सवाल पर कहा कि हमने कोरोना की दवा का प्रचार किया ही नहीं, बल्कि हमने तो दवा के क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल के परिणामों को दुनिया के सामने रखा है, जिसके शत प्रतिशत परिणाम आए हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आयुष मंत्रालय को अगर पता नहीं था तो उन्हें इतनी जल्दी नहीं करनी चाहिए थी, बल्कि पहले सच जानना चाहिए था. उन्होंने कहा कि दवा देशभर में बिकेगी और तयशुदा समय पर कोरोनिल को बाजार में उतार दिया जाएगा.

वहीं, पतंजलि की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि कोरोना की दवा को लेकर आयुष मंत्रालय के साथ जो कम्युनिकेशन गैप था, वह दूर हो गया है.

  • यह सरकार आयुर्वेद को प्रोत्साहन व गौरव देने वाली है जो communication gap था वह दूर हो गया है व Randomised Placebo Controlled Clinical Trials के जितने भी Standard Parameters हैं उन सबको 100% fullfill किया है इसकी सारी जानकारी हमने आयुष मंत्रालय को दे दी है @moayush @yogrishiramdev pic.twitter.com/0CAMPZ3xvR

    — Acharya Balkrishna (@Ach_Balkrishna) June 23, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मंत्रालय को बताया गया है कि पतंजलि ने रेंडमाइज्ड प्लेस्कबो कंट्रोल्ड क्लीनिकल ट्रायल के जितने भी स्टेंडर्ड पैरामीटर्स हैं, उन सभी को 100 फीसदी पूरा किया है. पतंजलि द्वारा जारी बयान में यह भी कहा गया है कि इसकी पूरी जानकारी दस्तावेजों सहित आयुष मंत्रालय को भेज दी गई है.

पतंजलि ने आयुष मंत्रालय को 11 पेज का जवाब दिया गया है, अब देखना होगा आयुष मंत्रालय पतंजलि योगपीठ द्वारा दिए गए जवाब से कितना संतुष्ट नजर आता है और कोरोना वायरस की दवा पतंजलि द्वारा मार्केट में आ पाती है या नहीं.

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