ETV Bharat / bharat

ऊधमपुर के पांडव मंदिरों का नहीं हुआ विकास, देखें खास रिपोर्ट

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के ऊधमपुर जिले में महाभारत काल के पांडव मंदिर हैं, लेकिन इन मंदिरों का अब तक विकास नहीं हो पाया है. इस संबंध में जानने के लिए ईटीवी भारत ने पड़ताल की. इस दौरान स्थानीय लोगों ने मांग की कि क्रिमची मानसर क्षेत्र को पर्यटन के मानचित्र पर विकसित किया जाए.

author img

By

Published : Aug 28, 2020, 8:16 PM IST

Updated : Aug 28, 2020, 9:08 PM IST

Pandav temple of Krimchi in Udhampur
उधमपुर के पांडव मंदिरों का नहीं हो पाया है विकास,

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के ऊधमपुर जिले के क्रिमची गांव में प्रसिद्ध मंदिरों का एक समूह है, जिन्हें क्रिमची मंदिर या पांडव मंदिर के नाम से जाना जाता है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन व जिला प्रशासन की उदासीनता का शिकार क्रिमची के पांडव मंदिर आज सदियां बीत जाने के बाद विकास को तरस रहे हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई विधायक हुए मंत्री हुए, लेकिन आज तक केवल आश्वासन ही दिए गए और जमीनी स्तर पर कोई भी कार्य नहीं हो पाया है.

इस बात की तहकीकात करने के लिए आज ईटीवी भारत ने क्रिमची के पांडव मंदिरों व पूरे क्षेत्र का जायजा लिया और पूरे परिदृष्य को कैमरे में कैद करने के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन तक लोगों की बात पहुंचाने का एक छोटा सा प्रयास किया.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

नगर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित क्रिमची मानसर गांव व पूरा क्षेत्र सदियों से पांडवों द्वारा अज्ञातवास के दौरान निर्मित मंदिरों में चलते काफी प्रख्यात है, लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण आज तक यह क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र पर विकसित नहीं हो पाया है, जिसके कारण क्रिमची मानसर क्षेत्र का विकास नहीं हो पाया है और न ही पांडव मंदिरों को विकसित किया गया है.

स्थानीय लोगों का आरोप था कि क्रिमची में पांडव मंदिरों तक जाने के लिए आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है, जबकि कई विधायकों व मंत्रीयों ने लोगों से मंदिर को विकसित करने के लिए झूठे वादे किए. लागों का कहना है कि इतना प्रसिद्ध स्थल होने के बाद भी सरकार ने यहां के लोगों को पीने का पानी मुहैया नहीं करवाया है, जिसके चलते लोगों को बावलियों से पानी लाना पड़ता है.

यह भी पढ़ें-सैन्य उपकरणों के निर्यात के लिए भारत ने तैयार की 14 देशों की सूची

लोगों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि क्रिमची मानसर क्षेत्र को पर्यटन के मानचित्र पर विकसित किया जाए. ताकि स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिल सके. उनका मानना था कि अगर उपरोक्त क्रिमची मानसर क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र पर विकसित हो जाता है तो उसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा, जिसके कारण वह आर्थिक तौर पर अधिक सशक्त होंगे.

उन्होंने मांग करते हुए कहा कि चूंकि वर्तमान समय में जम्मू-कश्मीर प्रशासन है तो यह एक बेतहरीन समय है, अगर प्रशासन इसे विकसित करे तो यह स्थानीय लोगों के लिए वरदान साबित होगा.

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के ऊधमपुर जिले के क्रिमची गांव में प्रसिद्ध मंदिरों का एक समूह है, जिन्हें क्रिमची मंदिर या पांडव मंदिर के नाम से जाना जाता है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन व जिला प्रशासन की उदासीनता का शिकार क्रिमची के पांडव मंदिर आज सदियां बीत जाने के बाद विकास को तरस रहे हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई विधायक हुए मंत्री हुए, लेकिन आज तक केवल आश्वासन ही दिए गए और जमीनी स्तर पर कोई भी कार्य नहीं हो पाया है.

इस बात की तहकीकात करने के लिए आज ईटीवी भारत ने क्रिमची के पांडव मंदिरों व पूरे क्षेत्र का जायजा लिया और पूरे परिदृष्य को कैमरे में कैद करने के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन तक लोगों की बात पहुंचाने का एक छोटा सा प्रयास किया.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

नगर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित क्रिमची मानसर गांव व पूरा क्षेत्र सदियों से पांडवों द्वारा अज्ञातवास के दौरान निर्मित मंदिरों में चलते काफी प्रख्यात है, लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण आज तक यह क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र पर विकसित नहीं हो पाया है, जिसके कारण क्रिमची मानसर क्षेत्र का विकास नहीं हो पाया है और न ही पांडव मंदिरों को विकसित किया गया है.

स्थानीय लोगों का आरोप था कि क्रिमची में पांडव मंदिरों तक जाने के लिए आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है, जबकि कई विधायकों व मंत्रीयों ने लोगों से मंदिर को विकसित करने के लिए झूठे वादे किए. लागों का कहना है कि इतना प्रसिद्ध स्थल होने के बाद भी सरकार ने यहां के लोगों को पीने का पानी मुहैया नहीं करवाया है, जिसके चलते लोगों को बावलियों से पानी लाना पड़ता है.

यह भी पढ़ें-सैन्य उपकरणों के निर्यात के लिए भारत ने तैयार की 14 देशों की सूची

लोगों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि क्रिमची मानसर क्षेत्र को पर्यटन के मानचित्र पर विकसित किया जाए. ताकि स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिल सके. उनका मानना था कि अगर उपरोक्त क्रिमची मानसर क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र पर विकसित हो जाता है तो उसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा, जिसके कारण वह आर्थिक तौर पर अधिक सशक्त होंगे.

उन्होंने मांग करते हुए कहा कि चूंकि वर्तमान समय में जम्मू-कश्मीर प्रशासन है तो यह एक बेतहरीन समय है, अगर प्रशासन इसे विकसित करे तो यह स्थानीय लोगों के लिए वरदान साबित होगा.

Last Updated : Aug 28, 2020, 9:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.