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ऑफिस में तोड़फोड़ : कंगना के खिलाफ बीएमसी ने खर्च किए 82.50 लाख रुपये

अभिनेत्री कंगना रनौत के घर पर बीएमसी द्वारा की गई कार्रवाई में बीएमसी अब तक एडवोकेट पर 82 लाख रुपये से ज्यादा खर्च कर चुका है. आर्थिक संकट के बाद बीएमसी के इस व्यय के बाद भाजपा शिवसेना और बीएमसी की आलोचला कर रही है.

Actress Kangana Ranaut
अभिनेत्री कंगना रनौत
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Published : Oct 28, 2020, 7:50 AM IST

Updated : Oct 28, 2020, 8:09 AM IST

मुंबई : अभिनेत्री कंगना रनौत के घर पर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा कार्रवाई पर मुंबई हाई कोर्ट में सुनवाई जारी है. इस मामले में बीएमसी एडवोकेट को अब तक 82.50 लाख रूपये अदा कर चुकी है. बता दें कि कंगना ने मुंबई नगर निगम के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दायर की थी. यह मामला आरटीआई के तहत सामने आया है.

आरटीआई कार्यकर्ता शरद यादव ने यह जानकारी दी है कि बीएमसी के तरफ से एस्पी चिनॉय हाईकोर्ट में यह केस लड़ रहे हैं. कोरोना के कारण मुंबई महापालिका पर आर्थिक संकट है. इसके बाद भी इतना खर्च करने पर भाजप ने बीएमसी और शिवसेना पर निशाना साधा है.

नगर निगम ने अवैध निर्माण के आरोप में कंगना को 354 नोटिस जारी किया था. इस नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर बीएमसी ने मणिकर्णिका फिल्म्स कार्यालय में अवैध इमारत के आरोप में इसे ध्वस्त कर दिया था.

आरटीआई कार्यकर्ता शरद यादव ने जानकारी मांगी थी कि मुंबई नगर निगम ने किस वकील को नियुक्त किया था और उन्हें कितना भुगतान किया गया था. इस मामले को हाईकोर्ट में ले जाने के लिए एस्पी चिनॉय को वकील नियुक्त किया गया.

पढ़ें - बीएमसी की कार्रवाई : बॉम्बे हाईकोर्ट में कंगना की अपील पर सुनवाई हुई

इस बीच, मुंबई नगर निगम कह रहा है कि कोरोना अवधि के दौरान राजस्व के बंद होने के कारण यह वित्तीय संकट में है. वहीं, बीजेपी पार्षद अभिजीत सामंत ने पैसे की बर्बादी के लिए नगर निगम की आलोचना की है.

मुंबई : अभिनेत्री कंगना रनौत के घर पर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा कार्रवाई पर मुंबई हाई कोर्ट में सुनवाई जारी है. इस मामले में बीएमसी एडवोकेट को अब तक 82.50 लाख रूपये अदा कर चुकी है. बता दें कि कंगना ने मुंबई नगर निगम के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दायर की थी. यह मामला आरटीआई के तहत सामने आया है.

आरटीआई कार्यकर्ता शरद यादव ने यह जानकारी दी है कि बीएमसी के तरफ से एस्पी चिनॉय हाईकोर्ट में यह केस लड़ रहे हैं. कोरोना के कारण मुंबई महापालिका पर आर्थिक संकट है. इसके बाद भी इतना खर्च करने पर भाजप ने बीएमसी और शिवसेना पर निशाना साधा है.

नगर निगम ने अवैध निर्माण के आरोप में कंगना को 354 नोटिस जारी किया था. इस नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर बीएमसी ने मणिकर्णिका फिल्म्स कार्यालय में अवैध इमारत के आरोप में इसे ध्वस्त कर दिया था.

आरटीआई कार्यकर्ता शरद यादव ने जानकारी मांगी थी कि मुंबई नगर निगम ने किस वकील को नियुक्त किया था और उन्हें कितना भुगतान किया गया था. इस मामले को हाईकोर्ट में ले जाने के लिए एस्पी चिनॉय को वकील नियुक्त किया गया.

पढ़ें - बीएमसी की कार्रवाई : बॉम्बे हाईकोर्ट में कंगना की अपील पर सुनवाई हुई

इस बीच, मुंबई नगर निगम कह रहा है कि कोरोना अवधि के दौरान राजस्व के बंद होने के कारण यह वित्तीय संकट में है. वहीं, बीजेपी पार्षद अभिजीत सामंत ने पैसे की बर्बादी के लिए नगर निगम की आलोचना की है.

Last Updated : Oct 28, 2020, 8:09 AM IST
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