नई दिल्ली : पूरा विश्व आज कोरोना वायरस नामक महामारी से जूझ रहा है. भारत में लॉडाउन है. आज एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजीटल प्रेस वार्ता की.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं वाली दुकानें, फैक्ट्रियों को 24 घंटे काम करने की अनुमति दे दी गई है.
उन्होंने कहा कि कई सारे होम डिलीवरी वाले फूड चेन को दिल्ली में सामान मुहैया कराने की अनुमति दी गई है. इसके लिए कंपनी का पहचान पत्र आवश्यक होगा.
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में आज कोरोना के 36 केस पाए गए हैं. पिछले एक दिन में एक केस में बढ़ोत्तरी हुई है. अभी कोरोना पर लगाम लगाने का वक्त है क्योंकि यह बड़ी तेजी से फैलता है. सब लोग घरों में रहें. जब अधिक आवश्यकता हो तो ही लोग घरों में ही रहें. आवश्यक सेवा जैसे दूध, सब्जी, दवाई इत्यादी लोगों को ई पास देना शुरू कर दिया गया है. सीएम ने कहा कि अगर ई- पास चाहिए तो 1031 नंबर पर फोन करने के बाद वाट्सऐप नंबर पर पास आ जाएगा.
केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन के समय लोग अच्छा से रहें. आवश्यक दुकानों में सभी सामान मौजूद होने चाहिए इस बात पर सरकार ध्यान दे रही है.
केजरीवाल ने कहा कि जो आवश्यक सामान लेकर जा रहा है और उसके पास ई पास नहीं तो भी उस व्यक्ति को सामान ले जाने की अनुमति दी जानी चाहिए.
बता दें कि बुधवार दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के पांच नए मामले सामने से कुल संख्या के बढ़कर 35 हो जाने के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि उनकी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए ई-पास जारी करने का फैसला किया है.
केजरीवाल ने डिजीटल प्रेस वार्ता में कहा कि दूध विक्रेता, सब्जी विक्रेता और किराना दुकानदार जैसे आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग अपने मोबाइल फोन पर पास पाने के लिए हेल्पलाइन 1031 पर कॉल कर सकते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग दैनिक उपयोग की वस्तुओं को खरीदने के लिए पास की दुकानों तक पैदल जा सकते हैं.
मेडिकल कर्मियों को घर खाली करने के लिए उनके मकानमालिकों द्वारा परेशान किए जाने की खबरों के बीच केजरीवाल ने घर के मालिकों से अनुरोध किया कि वे उन लोगों से दुर्व्यवहार नहीं करें जो वायरस से लड़ाई लड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि चिकित्सा कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि मकान मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.