हैदराबाद : भारत बंद को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा 'भारत बंद' सफल रहा. हमें किसानों और जनता का पूरा समर्थन मिला. अगर जनता को कुछ असुविधा हुई तो कोई बात नहीं, एक दिन उन किसानों के साथ एकजुटता में रहें जो पिछले 10 महीनों से धूप, गर्मी के तहत मुसीबतों (दिल्ली सीमा पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध) का सामना कर रहे हैं.
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Bharat Bandh was a success, public supported it. It's okay if public experienced some inconvenience, let one day be in solidarity with farmers who have been experiencing troubles (protesting against farm laws at Delhi border) under sun, heat for last 10 months: Rakesh Tikait, BKU pic.twitter.com/WVWDMRZhoh
— ANI (@ANI) September 27, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) September 27, 2021
गाजीपुर बॉर्डर पर सुबह करीब 11 बजे से NH-58 को जामकर बैठे किसानों ने अब मेरठ से गाजियाबाद और गाजियाबाद से मेरठ दोनों साइड से खोल दिया है. इस दौरान किसान नेताओं का कहना है कि आज भारत बंद पूरी तरीके से सफल हुआ है.
भारत बंद के मद्देनजर सुबह 11 बजे से ही जनपद गाजियाबाद के दुहाई गांव के पास गाजियाबाद से मेरठ और मेरठ से गाजियाबाद दोनों तरफ का रोड बंद करके बैठे किसानों ने अब रास्ते को दोनों ओर से खोल दिया है, जिसकी वजह से सुबह से जाम में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली है. तो वहीं दूसरी ओर किसान नेता आज के भारत बंद को सफल मान रहे हैं.
किसान नेता नेपाल सिंह का कहना है कि उन्होंने अब शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर सड़क खोल दी है. इसके साथ ही वह आज के भारत बंद को सफल मानते हैं, क्योंकि आज पूरी तरीके से भारत बंद रहा है.
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पिछले साल लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान 10 महीने से आंदोलन कर रहे हैं. अपने आंदोलन को और मजबूत करने के लिए किसानों ने आज (27 सितंबर) भारत बंद करने का एलान किया था. आंदोलन को 40 से अधिक किसान संघों समर्थन किया था. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने किसानों के इस ऐतिहासिक संघर्ष के 10 महीने पूरे होने पर केंद्र सरकार के खिलाफ सोमवार यानी 27 सितंबर को 'भारत बंद' का आह्वान किया था. बंद सुबह 6 बजे से शुरू हुआ और शाम 4 बजे तक जारी रहा.
देशव्यापी हड़ताल के दौरान पूरे देश में सभी सरकारी और निजी कार्यालय, शैक्षणिक और अन्य संस्थान, दुकानें, उद्योग और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान के साथ-साथ सार्वजनिक कार्यक्रम और अन्य कार्यक्रम बंद रहे. हालांकि, अस्पताल, मेडिकल स्टोर, राहत और बचाव कार्य सहित सभी आपातकालीन प्रतिष्ठानों और आवश्यक सेवाओं व व्यक्तिगत आपात स्थितियों में भाग लेने वाले लोगों को छूट रही.
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