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सीमा हैदर मामले पर दो धड़ों में बंटा संत समाज, एक ने किया समर्थन, दूसरे ने की जांच की मांग - सीमा हैदर को संतों का समर्थन

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने सीमा हैदर का समर्थन किया है. परिषद के पूर्व प्रवक्ता ने कहा कि अगर सीमा जासूस भी है तो भारत का सूचना तंत्र आज इतना पावर फूल है कि उसकी जासूसी पकड़ी जा सकती है. जो अपने प्यार के लिए भारत आई है, उससे क्या खतरा?

Saints support Seema Haider
सीमा हैदर मामले पर दो धड़ों में बंटा संत समाज
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Published : Jul 23, 2023, 8:14 PM IST

Updated : Jul 23, 2023, 9:06 PM IST

सीमा हैदर मामले पर दो धड़ों में बंटा संत समाज.

हरिद्वार(उत्तराखंड): अपना प्यार पाने के लिए पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत पहुंचने वाली सीमा हैदर के हर तरफ चर्चे हैं. हर कोई अपनी अपनी नजर से सीमा का आकलन कर रहा है. 27 साल की उम्र में 4 बच्चे, कम पढ़ी लिखी होने के बावजूद इंग्लिश और हिंदी भाषा का अच्छा ज्ञान होना, कई देशों के पासपोर्ट मिलना, इन सब बातों पर सीमा सस्पेक्टेड भी लग रही है. हालांकि, भारत सरकार की जांच एजेंसियां सीमा की जांच कर रही है. इस बीच संत समाज भी अब सीमा हैदर के मामले में कूद गया है. लेकिन मामले में कूदते ही अखाड़ा परिषद दो धड़ों में बंटता नजर आ रहा है.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी ने सीमा का समर्थन करते हुए सीमा की तुलना रामायण काल के विभीषण से की है. उनका मानना है कि सीमा भारत की शरण में आई है, इसलिए उसके साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए, जैसा की हो रहा है. हालांकि, वे भी मानते है कि जांच एजेंसियों को सीमा की जांच जरूर करनी चाहिए.

सीमा हैदर की विभीषण से तुलना: सीमा का समर्थन करते हुए संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रामायण में भी जब रावण का भाई विभीषण भगवान श्रीराम के पास आया था तो श्रीराम की सेना के अधिकांश लोगों ने विभीषण को रावण का भाई होने के नाते जासूस ही बताया था. तब श्रीराम द्वारा कहा गया था कि जो शरण में आया है, उससे कैसा डर? और अगर यह जासूस भी होगा तो हमारा क्या बिगाड़ लेगा.
ये भी पढ़ेंः अखाड़ा परिषद ने सीमा हैदर के प्रेम पर लगाया प्रश्न चिन्ह, कहा, फैक्ट चेक करे सरकार

सीमा से क्या खतरा?: ऐसी ही स्थिति सीमा हैदर की है, जो अपने प्यार के कारण भारत की शरण में आई है. बाबा हठयोगी ने कहा, 'आज सीमा का कहना है कि वो भारत में जेल जाने को तैयार है, पर पाकिस्तान नहीं'. उन्होंने कहा, अगर सीमा जासूस भी है तो भारत का सूचना तंत्र आज इतना पावर फूल है कि उसकी जासूसी पकड़ी जा सकती है. भारत की जांच एजेंसियां उसकी जांच भी कर रही है. उन्होंने कहा कि आज जब हजारों रोहिंग्या बांग्लादेशी भारत में शरण ले रहे हैं तो एक सीमा, वो भी जो अपने प्यार के लिए भारत आई है, उससे क्या खतरा?
ये भी पढ़ेंः सावधान! सीमा हैदर के लिए 'सेफ' रहा नेपाल बॉर्डर, उत्तराखंड में भी हो सकती है 'घुसपैठ'

रविंद्र पुरी उठा चुके हैं सवाल: वहीं, इससे पहले अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी, सीमा हैदर की प्रेम कहानी पर सवाल उठा चुके हैं. रविंद्र पुरी ने सीमा हैदर की जांच करने की वकालत की है. उन्होंने साफ कहा है कि जांच से पता चल जाएगा कि सीमा हैदर प्रेम या फिर जासूसी के लिए भारत आई है. रविंद्र पुरी ने सीमा के भारत आने पर पर कुछ गंभीर सवाल भी उठाए हैं. उनका कहना है, 'ये कैसा प्यार है उन्हें समझ नहीं आ रहा है. 4 बच्चों की पाकिस्तानी मां को एक लड़के से प्रेम हो जाता है. ये उनकी समझ से बाहर है. इसकी जांच होना बहुत जरूरी है'.

सीमा हैदर मामले पर दो धड़ों में बंटा संत समाज.

हरिद्वार(उत्तराखंड): अपना प्यार पाने के लिए पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत पहुंचने वाली सीमा हैदर के हर तरफ चर्चे हैं. हर कोई अपनी अपनी नजर से सीमा का आकलन कर रहा है. 27 साल की उम्र में 4 बच्चे, कम पढ़ी लिखी होने के बावजूद इंग्लिश और हिंदी भाषा का अच्छा ज्ञान होना, कई देशों के पासपोर्ट मिलना, इन सब बातों पर सीमा सस्पेक्टेड भी लग रही है. हालांकि, भारत सरकार की जांच एजेंसियां सीमा की जांच कर रही है. इस बीच संत समाज भी अब सीमा हैदर के मामले में कूद गया है. लेकिन मामले में कूदते ही अखाड़ा परिषद दो धड़ों में बंटता नजर आ रहा है.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी ने सीमा का समर्थन करते हुए सीमा की तुलना रामायण काल के विभीषण से की है. उनका मानना है कि सीमा भारत की शरण में आई है, इसलिए उसके साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए, जैसा की हो रहा है. हालांकि, वे भी मानते है कि जांच एजेंसियों को सीमा की जांच जरूर करनी चाहिए.

सीमा हैदर की विभीषण से तुलना: सीमा का समर्थन करते हुए संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रामायण में भी जब रावण का भाई विभीषण भगवान श्रीराम के पास आया था तो श्रीराम की सेना के अधिकांश लोगों ने विभीषण को रावण का भाई होने के नाते जासूस ही बताया था. तब श्रीराम द्वारा कहा गया था कि जो शरण में आया है, उससे कैसा डर? और अगर यह जासूस भी होगा तो हमारा क्या बिगाड़ लेगा.
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सीमा से क्या खतरा?: ऐसी ही स्थिति सीमा हैदर की है, जो अपने प्यार के कारण भारत की शरण में आई है. बाबा हठयोगी ने कहा, 'आज सीमा का कहना है कि वो भारत में जेल जाने को तैयार है, पर पाकिस्तान नहीं'. उन्होंने कहा, अगर सीमा जासूस भी है तो भारत का सूचना तंत्र आज इतना पावर फूल है कि उसकी जासूसी पकड़ी जा सकती है. भारत की जांच एजेंसियां उसकी जांच भी कर रही है. उन्होंने कहा कि आज जब हजारों रोहिंग्या बांग्लादेशी भारत में शरण ले रहे हैं तो एक सीमा, वो भी जो अपने प्यार के लिए भारत आई है, उससे क्या खतरा?
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रविंद्र पुरी उठा चुके हैं सवाल: वहीं, इससे पहले अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी, सीमा हैदर की प्रेम कहानी पर सवाल उठा चुके हैं. रविंद्र पुरी ने सीमा हैदर की जांच करने की वकालत की है. उन्होंने साफ कहा है कि जांच से पता चल जाएगा कि सीमा हैदर प्रेम या फिर जासूसी के लिए भारत आई है. रविंद्र पुरी ने सीमा के भारत आने पर पर कुछ गंभीर सवाल भी उठाए हैं. उनका कहना है, 'ये कैसा प्यार है उन्हें समझ नहीं आ रहा है. 4 बच्चों की पाकिस्तानी मां को एक लड़के से प्रेम हो जाता है. ये उनकी समझ से बाहर है. इसकी जांच होना बहुत जरूरी है'.

Last Updated : Jul 23, 2023, 9:06 PM IST
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