रुड़की (उत्तराखंड): पिरान कलियर में हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर के सालाना उर्स/मेले में शामिल होने के लिए हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सरहद पार से पाकिस्तानी अकीदतमंदों का 107 सदस्यीय जत्था आज रुड़की पहुंचा है. पाकिस्तानी जत्था लाहौरी एक्सप्रेस से रुड़की पहुंचा है. रेलवे स्टेशन से प्रशासनिक अधिकारी बसों में जायरीनों को लेकर पिरान कलियर पहुंचे. सभी जायरीनों के ठहरने का इंतजाम साबरी गेस्ट हाउस में किया गया है.
पाकिस्तान से भारत पहुंचा जायरीनों का जत्था: जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के 107 जायरीनों का जत्था हजरत साबिर साहब के उर्स/मेले में शामिल होने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस के सरंक्षण में कलियर पहुंच गया है. बताते चलें, पाकिस्तान से हर साल हजरत मखदूम अली अहमद साबरी से अकीदतमंद जायरीन कलियर आते हैं. यह सिलसिला आजादी के बाद से विधिवत चला आ रहा है.
लाहौरी एक्सप्रेस से आए पाकिस्तानी जायरीन: पाकिस्तानी यात्री पहले पाक पट्टन स्थित दरगाह बाबा फरीदगंज शकर की दरगाह में हाजिरी लगाते हैं. उसके बाद कलियर के लिए रवाना होते हैं. पाकिस्तानी जायरीन सदा लाहौरी एक्सप्रेस से ही आते हैं, जो देश के विभाजन से पूर्व से चली आ रही है. यह जत्था तकरीबन एक सप्ताह कलियर में रहेगा. पाकिस्तानी जायरीनों के लिए सुरक्षा के कड़े इंतेज़ाम किए गए हैं. वहीं खुफिया विभाग से लेकर पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हैं.
एक सप्ताह पिरान कलियर में रुकेंगे पाकिस्तानी जायरीन: इस मौके पर जीआरपी एसपी अरुणा भारती ने बताया कि कलियर उर्स/मेले में शिरकत करने के लिए इस बार 105 पाकिस्तानी जायरीन पहुंचे हैं. जिनमें उनके साथ 2 दूतावास के अधिकारी शामिल हैं. इनको चेकिंग के बाद बसों में बैठा कर पिरान कलियर के साबरी गेस्ट हाउस के लिए रवाना किया गया है. उन्होंने बताया कि ये लोग करीब एक सप्ताह तक यहां रुकेंगे और अक्टूबर में अपने वतन के लिए रवाना होंगे. सुरक्षा के लिहाज से सभी तैयारियां की गई हैं.
अक्टूबर में पाकिस्तान लौटेंगे जायरीन: बताते चलें कि इस्लामाबाद भारतीय दूतावास में 161 पाकिस्तानी लोगों ने वीज़ा के लिए आवेदन किया था. इनमें से दूतावास ने 107 यात्रियों को पिरान कलियर उर्स/मेले का वीजा दिया है. 105 जायरीन और 2 दूतावास के अधिकारी शामिल हैं. पाकिस्तानी जायरीन मंगलवार की सुबह लाहौरी एक्सप्रेस से रुड़की पहुंचे हैं. पाक जायरीनों को पुलिस और खुफिया विभाग द्वारा कड़ी सुरक्षा के बीच रुड़की से कलियर ले जाया गया है. यह जायरीन उर्स में होने वाली प्रमुख रस्मों में शामिल होंगे और चादरपोशी करेंगे. इसके बाद एक अक्टूबर को पाकिस्तानी जायरीनों की वापसी होगी.
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