नई दिल्ली : हाल ही में अपने 50 साल पूरे करने वाले प्रोजेक्ट टाइगर पर जोर देते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि यह सरकार की पहल का परिणाम है कि दुनिया के 70 प्रतिशत बाघ भारत में पाए जाते हैं. शुक्रवार को चेन्नई में जी20 पर्यावरण और जलवायु स्थिरता मंत्रिस्तरीय बैठक में एक वीडियो संदेश में, प्रधान मंत्री ने कहा कि प्रोजेक्ट लायन और प्रोजेक्ट डॉल्फिन पाइपलाइन में हैं. उन्होंने कहा कि भारत ने हाल ही में पृथ्वी पर 7 बड़ी बिल्लियों के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट एलायंस लॉन्च किया है.
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#WATCH | India has recently launched the international Big Cat Alliance for the conservation of 7 big cats on our planet. It is based on our learnings from Project Tiger, a pioneering conservation initiative. As a result of Project Tiger, 70% of the world's tigers are found in… pic.twitter.com/w1mEVnsMZq
— ANI (@ANI) July 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) July 28, 2023
पीएम मोदी ने कहा कि यह एक अग्रणी संरक्षण पहल, प्रोजेक्ट टाइगर से हमारी सीख पर आधारित है. प्रोजेक्ट टाइगर के परिणामस्वरूप, दुनिया के 70 प्रतिशत बाघ भारत में पाए जाते हैं. हम प्रोजेक्ट लायन और प्रोजेक्ट डॉल्फिन पर भी काम कर रहे हैं. इंटरनेशनल बिग कैट्स एलायंस (आईबीसीए) को इस साल अप्रैल में कर्नाटक के मैसूर विश्वविद्यालय में 'प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में' प्रधान मंत्री मोदी ने लॉन्च किया था. देश की जलवायु प्रतिबद्धताओं पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने यह भी कहा कि स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के मामले में भारत दुनिया के शीर्ष 5 देशों में से एक है.
पीएम मोदी ने कहा भारत स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के मामले में दुनिया के शीर्ष 5 देशों में से एक है. हमने 2070 तक शुद्ध शून्य प्राप्त करने का लक्ष्य भी रखा है. हम अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन सहित अपने गठबंधन के माध्यम से अपने सहयोगियों सीडीआरआई और उद्योग परिवर्तन के लिए नेतृत्व समूह के साथ सहयोग करना जारी रखेंगे.
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#WATCH | Today, India is one of the top 5 countries in the world in terms of installed renewable energy capacity. We have also set a target of attaining net zero by 2070. We continue to collaborate with our partners through our alliance including the international solar alliance,… pic.twitter.com/oiScB8c0mK
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उन्होंने कहा कि भारत जैव विविधता संरक्षण और संवर्धन पर कार्रवाई करने में लगातार अग्रणी रहा है. पर्यावरण और जलवायु स्थिरता मंत्री की बैठक दो दिवसीय चौथी पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्य समूह (ईसीएसडब्ल्यूजी) की बैठक के समापन के बाद आयोजित की जा रही है. चौथी ईसीएसडब्ल्यूजी और पर्यावरण और जलवायु मंत्रियों की बैठक का एक मुख्य आकर्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन 'संसाधन दक्षता-परिपत्र अर्थव्यवस्था उद्योग गठबंधन' का शुभारंभ था.
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गठबंधन का उद्देश्य वैश्विक सर्कुलरिटी एजेंडे को आगे बढ़ाने के प्रयास में राष्ट्रों, उद्योगों और विशेषज्ञों को एकजुट करना है. यह पहल जी20 इंडिया प्रेसीडेंसी की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बनने की ओर अग्रसर है, जो संसाधन दक्षता में जमीनी प्रयासों को बढ़ावा देने और परिपत्र अर्थव्यवस्था के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक सामूहिक प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है. ईसीएसडब्ल्यूजी ने पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में एक अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है. जो महत्वाकांक्षी और निर्णायक तरीके से जलवायु और पर्यावरण के परस्पर जुड़े मुद्दों से निपटने के लिए भारतीय राष्ट्रपति पद के दृष्टिकोण से मेल खाता है.