वाराणसीः धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में विश्व प्रसिद्ध संध्याकालीन दैनिक गंगा आरती में एक बार फिर से रौनक लौट आई है. 18 मार्च से बंद पारंपरिक दैनिक मां गंगा की आरती सात अर्चक करते थे लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आरती सिर्फ एक पुजारी द्वारा कराई जाती थी. हालांकि शनिवार से फिर गंगा के घाटों पर रौनक लौटती नजर आ रही है. एक बार फिर से गंगा आरती को पूर्व तरीके से कराया गया.
गाइडलाइन का किया गया पालन
लॉकडाउन में सांकेतिक मां गंगा की आरती कोविड-19 के गाइडलाइन के तहत होती आ रही है. गंगा सेवा निधि द्वारा दशाश्वमेध घाट पर शनिवार से सातों वेदी पर सात अर्चकों द्वारा गंगा आरती प्रारंभ की गई. घाट पर एक बार फिर भक्तों ने पूर्व की भांति हो रही आरती देखकर हर हर महादेव के उद्घोष से आरती का स्वागत किया. सब कोई इस पल को अपने कैमरे में कैद करता नजर आया. कोविड-19 के नियमों के साथ आरती प्रारंभ की गई. वहीं पूजा स्थल को पूर्ण रूप से सैनिटाइज किया गया. साथ ही लोगों को मास्क लगाकर आने की अनुमति मिली. अनाउंसमेंट के माध्यम से बार-बार लोगों को दो गज की दूरी बनाए रखने का निवेदन भी किया गया.
आंध्रप्रदेश से भी पहुंचे श्रद्धालु
आंध्र प्रदेश से वाराणसी पहुंचे श्रद्धालु अप्पा ने कहा कि हम लोग आंध्र प्रदेश में ईटीवी भारत पर लगातार वाराणसी में होने वाली गंगा आरती लाइव देखते हैं. इसके लिए ईटीवी भारत को बहुत-बहुत धन्यवाद. हम वाराणसी भ्रमण के लिए आए हैं. यहां पर मां गंगा के दर्शन किए और शाम को गंगा आरती में शामिल भी हुए. आज गंगा आरती देख कर बहुत ही अच्छा लगा, क्योंकि आरती पहले जैसी नहीं हो रही थी.
आठ महीने से कर रहे थे इंतजार
श्रद्धालु सैजल सिंह ने बताया हम लोग को पिछले आठ महीने से इस दृश्य से का इंतजार कर रहे थे. आज बहुत ही खुशी हो रही है. आरती जैसे आठ महीने पहले होती थी आज फिर से वैसे ही हो रही है. मां गंगा से हम प्रार्थना करते हैं जल्द से जल्द वैश्विक महामारी समाप्त हो.
गंगा सेवा निधि ट्रस्ट ने की अपील
सुरजीत कुमार सिंह ने बताया लगभग 8 महीने बाद गंगा सेवा निधि द्वारा विश्व प्रसिद्ध दैनिक गंगा आरती अपने पारंपरिक तरीके से प्रारंभ हुई है. कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए आरती हुई. अर्चकों ने मास्क लगाकर गंगा पूजन किया. गंगा सेवा निधि शहर के लोगों से यह अपील करता है. कि मास्क लगाएं और दो गज की दूरी बनाए रखें.