वाराणसी: काशी में गंगा की लहरों में चलने वाले अलकनंदा क्रूज में मंगलवार को यात्री सफर कर रहे थे. इसी दौरान वाराणसी के गुस्साए नाविकों ने रविदास घाट पर अलकनंदा क्रूज का घेराव कर विरोध जताना शुरू कर दिया. इससे क्रूज वहीं पर रुक गया. नाविकों के विरोध के बाद क्रूज पर सवार पर्यटकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंच गई.
नाविकों से वार्ता रही फेलः बता दें कि गंगा में जल्द ही वाटर टैक्सी उतारी जाने वाली है. नाविक वाटर टैक्सी का विरोध कर रहे हैं. इस मामले को लेकर नाविक समाज और जिला प्रशासन के बीच कई बार वार्ता हो चुकी है, लेकिन यह सफल नहीं रही. इसके बाद नाराज नाविकों ने विरोध करते हुए अलकनंदा क्रूज को चारों तरफ से घेरकर अपनी नावें खड़ी कर दीं.
रविदास घाट पर अलकनंदा का घेरावः रविदास घाट के सामने एकत्र हुए नाविकों ने अलकनंदा क्रूज का घेराव दिया. नाविकों ने एक के बाद एक करके अपनी नाव क्रूज के रास्ते पर लगा दी. इससे क्रूज आगे नहीं बढ़ सका. मामला बड़ा होता देख मौके पर पुलिस फोर्स और जिला प्रशासन पहुंच गया. सभी ने नाविकों को मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन नाविकों ने मानने से इंकार कर दिया. इस विरोध के बीच अलकनंदा क्रूज के संचालन को रद्द कर दिया गया.
उपेक्षित महसूस कर रहा नाविक समाज : वाराणसी में नाविक समाज अपने आप को लगातार दरकिनार होता महसूस कर रहा है. एक बाद एक उनकी जीविका पर प्रहार किया जा रहा है. अब गंगा की लहरों में वाटर टैक्सी का संचालन शुरू होने से उनकी आय पर प्रहार होना माना जा रहा है. ऐसे में नाविक समाज ने वाटर टैक्सी को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की. इसी नाराजगी के चलते रविदास घाट के सामने नाविकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नावों की श्रृंखला बनाकर अलकनंदा क्रूज को आगे बढ़ने से रोक दिया.
क्रूज संचालक को लाखों का नुकसानः क्रूज संचालक को यात्रियों के टिकटों के रुपये वापसी से लाखों का नुकसान हुआ. क्रूज संचालक ने बताया कि आज ढाई सौ यात्री क्रूज में सवार थे. क्रूज में 700 से 1000 रुपये के बीच टिकट बुक की जाती है. आज उन्हें अपना ट्रिप रद्द कर यात्रियों के पैसे वापस करने पड़े. बुधवार को जिला प्रशासन के अनुसार ट्रिप का प्लान किया जाएगा.
वाटर टैक्सी बंद होने तक आंदोलनः वाराणसी जिला प्रशासन लगातार नाविकों से बात कर रहा है. प्रशासन का कहना है कि नाविकों की बात मानी जाएगी. वहीं, दूसरी तरफ नाविक समाज वाटर टैक्सी का लगातार विरोध कर रहा है. नाविक पूरी तरह से अपनी मांग पर कायम हैं. नाविकों ने कहा कि वाटर टैक्सी बंद के ऐलान तक आन्दोलन जारी रखेंगे.
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