वाराणसीः शहर में विधायक द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन करने का मामला सामने आया है. जहां एक ओर सरकार इस तरह के कार्यों पर रोक लगाने की बात कह रही है. वहीं दूसरी ओर भाजपा के ही विधायक पर इस तरह के आरोप लगे हैं. स्कूल में उनके द्वारा टैबलेट बांटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. वहीं, जिलाधिकारी ने विधायक टी राम को इस संबंध में नोटिस जारी किया है.
वाराणसी के अजगरा विधानसभा से बीजेपी विधायक टी राम पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा है. बता दें कि बीजेपी विधायक टी राम का स्कूल में टैबलेट बांटने का वीडियो वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि जहां वह टैबलेट बांट रहे हैं वह सारनाथ स्थित बोधिसत्व स्नातकोत्तर महाविद्यालय है. विधायक का यह वीडियो वाराणसी में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
इस मामले पर विधायक टी राम का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि जहां पर टैबलेट बांटे जा रहे हैं वहां आचार संहिता लागू नहीं होती है. टी राम ने कहा कि वह ग्रामीण इलाका है और ये टैबलेट सरकारी योजना के तहत बांटे गए हैं. इस मामले में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने सो कॉल्ड नोटिस जारी किया है. हालांकि अभी तक भाजपा के किसी बड़े पदाधिकारी ने इसे लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है.
बता दें कि नगर निगम के चुनाव को लेकर सभी पार्टियां लोगों को लुभाने की तैयारी में लगी हैं. ऐसे में यूपी सरकार ने भी इस पर पाबंदी लगाने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दे रखी है. ऐसे में भाजपा के ही विधायक पर इस तरह के आरोप लगने का फायदा विपक्ष उठाना चाहेगा. सपा और कांग्रेस पहले से ही भाजपा पर इस तरह के आरोप लगाकर हमलावर रही है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर आरोप लगाए हैं कि वह चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है.
नगर निगम के चुनाव को लेकर कांग्रेस भी भाजपा पर हमलावर रही है. कांग्रेस ने कहा था कि भाजपा के नेताओं के पास वाराणसी में गिनाने के लिए कोई काम नहीं है. इसके लिए वे साम-दाम-दंड-भेद कोई भी तरीका अपना सकते हैं. इसके साथ ही कांग्रेस ने कहा था कि भाजपा के मंत्री और मुख्यमंत्री सिर्फ इसलिए वाराणसी आ रहे हैं क्योंकि इन्होंने काम नहीं किया है. ये काम तो पार्षद का होता है. वही स्टार प्रचारक होता है.
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