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Varanasi Smart City Plan: वॉटर स्पोर्ट्स फैसिलिटी और मेडिटेशन सेंटर के साथ तैयार हो रहा बनारस का ये घाट

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Published : Feb 8, 2023, 2:18 PM IST

वाराणसी में स्मार्ट सिटी योजना के तहत बनारस में वॉटर स्पोर्ट्स फैसिलिटी और मेडिटेशन सेंटर के साथ एक और घाट तैयार किया जा रहा है. इसके सेकेंड फेज का काम जोर-शोर से चल रहा है. पर्यटकों की मौज-मस्ती के साथ-साथ इस घाट को स्वास्थ्य की सुविधाओं से भी विकसित किया जा रहा है.

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Varanasi Smart City Plan को लेकर वाराणसी के स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने आदि केशव घाट के विकसित करने की दी जानकारी

वाराणसी: गंगा घाटों की लंबी श्रृंखला के रूप में बनारस की एक अलग पहचान है. यहां पर 80 घाट मौजूद हैं. जिनमें हर घाट का एक अलग महत्व और उनका इतिहास है. बनारस के 80 घाट के लंबे सफर पर यहां पर आने वाला हर पर्यटक जाना चाहता है. लेकिन, इन घाटों को सिर्फ उनके ऐतिहासिकता और पौराणिकता के लिए ही जाना जाता था. लेकिन, अब इन घाटो पर पर्यटकों को मौज-मस्ती की सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं, जिससे पर्यटक अपने बनारस टूर को शानदार और यादगार बना सकें.

आदि केशव घाटः वाराणसी के खिड़कियां घाट को नमो घाट के रूप में डेवलप किया गया. स्मार्ट सिटी योजना के तहत जब यह नमो घाट तैयार हुआ तो जनता ने इसे काफी पसंद किया. यहां हर वक्त लोगों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली. बनारस आने वाला हर सैलानी इस घाट पर जरूर जाता है. यही वजह है कि इस घाट के सेकंड फेज का काम जोर-शोर से जारी है. बनारस के अंतिम घाट के रूप में पहचान रखने वाले आदि केशव घाट और नमो घाट के बीच एक ऐसे नए घाट को तैयार किया जा रहा है, जो पर्यटकों के लिए मौज-मस्ती के साथ-साथ स्वास्थ्य की दृष्टि से भी विकसित होगा. स्मार्ट सिटी के तहत 2023 के अंत तक इस घाट को तैयार कर लिया जाएगा.

Varanasi Smart City Plan
जोर से चल रहा है आदि केशव घाट के सेकेंड फेज का काम

वॉटर स्पोर्ट्स फैसिलिटी की सुविधाः इस बारे में वाराणसी के स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने कहा कि सेकंड फेस के काम में नमो घाट और आदी केशव घाट के बीच पड़े कच्चे घाट को नए घाट के रूप में विकसित किया जा रहा है. यह स्थान अब किसी के लिए काम नहीं आता था और न यहां कोई जाना चाहता था. लेकिन इस स्थान को वॉटर स्पोर्ट्स फैसिलिटी के साथ हेली टूरिज्म के पॉइंट ऑफ व्यू से तैयार किया जा रहा है. यहां पर गंगा में एक से बढ़कर एक वाटर स्पोर्ट की शुरुआत की जाएगी. जिसमें हाई स्पीड बोट से लेकर पर्यटक पैराग्लाइडिंग का भी मजा ले सकेंगे.

प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए बनेगा कुंडः स्मार्ट सिटी महाप्रबंधक ने बताया कि गंगा नदी में विसर्जन पर रोक लगने के बाद यहां पर एक विसर्जन कुंड भी तैयार होगा. जिसमें दुर्गा प्रतिमाओं के साथ अन्य प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सकेगा. ये कुंड गंगा के पानी से ही भरा होगा. लेकिन, गंगा को प्रदूषित नहीं करेगा. इसके अतिरिक्त यहां पर एक हाई डेनसिटी का ऐसा पार्क तैयार किया जाएगा, जो बिल्कुल जंगलनुमा होगा. घने पेड़ों से घिरा यह पार्क आयुर्वेदिक पेड़ पौधों से भरा होगा. इसमें पैदल चलने के लिए एक पाथ-वे तैयार किया जाएगा. यहां बैठने की सुविधाएं और पार्टी में तमाम अन्य फैसिलिटी दी जाएगी, जिससे यहां आने वाले लोगों को एक अच्छे वातावरण का एहसास शहर के अंदर ही मिल सके.

Varanasi Smart City Plan
इस अंतिम घाट का नहीं होता था कोई इस्तेमाल

योग सेंटर और मेडिटेशन सेंटर का भी निमार्णः स्मार्ट सिटी महाप्रबंधक ने कहा कि यहां बच्चों के लिए खास तौर पर झूले और वृद्ध और हर उम्र के लिए योग सेंटर और मेडिटेशन सेंटर की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. वाराणसी में 80 घाट मौजूद हैं, जिनमें एक नये घाट का भी निर्माण किया गया है. यह रविदास घाट के रूप में जाना जाता है. इसके बाद अब एक और नया घाट तैयार होगा. जिसका नाम अभी निर्धारित नहीं है. यह नमो घाट के ही ठीक बगल में है. स्मार्ट सिटी महाप्रबंधक ने बताया कि नमो घाट का अभी उद्घाटन नहीं हुआ है, इसलिए इस घाट के तैयार होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसका भी उद्घाटन करवाने की तैयारी की जा रही है. फिलहाल इसे नमो घाट से भी बेहतरीन तरीके से तैयार करने की प्लानिंग है.

ये भी पढ़ेंः किसी भी स्मार्टफोन और लैपटॉप के पिन अनलॉक करती है 300 रुपये की ये डिवाइस

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वाराणसी: गंगा घाटों की लंबी श्रृंखला के रूप में बनारस की एक अलग पहचान है. यहां पर 80 घाट मौजूद हैं. जिनमें हर घाट का एक अलग महत्व और उनका इतिहास है. बनारस के 80 घाट के लंबे सफर पर यहां पर आने वाला हर पर्यटक जाना चाहता है. लेकिन, इन घाटों को सिर्फ उनके ऐतिहासिकता और पौराणिकता के लिए ही जाना जाता था. लेकिन, अब इन घाटो पर पर्यटकों को मौज-मस्ती की सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं, जिससे पर्यटक अपने बनारस टूर को शानदार और यादगार बना सकें.

आदि केशव घाटः वाराणसी के खिड़कियां घाट को नमो घाट के रूप में डेवलप किया गया. स्मार्ट सिटी योजना के तहत जब यह नमो घाट तैयार हुआ तो जनता ने इसे काफी पसंद किया. यहां हर वक्त लोगों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली. बनारस आने वाला हर सैलानी इस घाट पर जरूर जाता है. यही वजह है कि इस घाट के सेकंड फेज का काम जोर-शोर से जारी है. बनारस के अंतिम घाट के रूप में पहचान रखने वाले आदि केशव घाट और नमो घाट के बीच एक ऐसे नए घाट को तैयार किया जा रहा है, जो पर्यटकों के लिए मौज-मस्ती के साथ-साथ स्वास्थ्य की दृष्टि से भी विकसित होगा. स्मार्ट सिटी के तहत 2023 के अंत तक इस घाट को तैयार कर लिया जाएगा.

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जोर से चल रहा है आदि केशव घाट के सेकेंड फेज का काम

वॉटर स्पोर्ट्स फैसिलिटी की सुविधाः इस बारे में वाराणसी के स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने कहा कि सेकंड फेस के काम में नमो घाट और आदी केशव घाट के बीच पड़े कच्चे घाट को नए घाट के रूप में विकसित किया जा रहा है. यह स्थान अब किसी के लिए काम नहीं आता था और न यहां कोई जाना चाहता था. लेकिन इस स्थान को वॉटर स्पोर्ट्स फैसिलिटी के साथ हेली टूरिज्म के पॉइंट ऑफ व्यू से तैयार किया जा रहा है. यहां पर गंगा में एक से बढ़कर एक वाटर स्पोर्ट की शुरुआत की जाएगी. जिसमें हाई स्पीड बोट से लेकर पर्यटक पैराग्लाइडिंग का भी मजा ले सकेंगे.

प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए बनेगा कुंडः स्मार्ट सिटी महाप्रबंधक ने बताया कि गंगा नदी में विसर्जन पर रोक लगने के बाद यहां पर एक विसर्जन कुंड भी तैयार होगा. जिसमें दुर्गा प्रतिमाओं के साथ अन्य प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सकेगा. ये कुंड गंगा के पानी से ही भरा होगा. लेकिन, गंगा को प्रदूषित नहीं करेगा. इसके अतिरिक्त यहां पर एक हाई डेनसिटी का ऐसा पार्क तैयार किया जाएगा, जो बिल्कुल जंगलनुमा होगा. घने पेड़ों से घिरा यह पार्क आयुर्वेदिक पेड़ पौधों से भरा होगा. इसमें पैदल चलने के लिए एक पाथ-वे तैयार किया जाएगा. यहां बैठने की सुविधाएं और पार्टी में तमाम अन्य फैसिलिटी दी जाएगी, जिससे यहां आने वाले लोगों को एक अच्छे वातावरण का एहसास शहर के अंदर ही मिल सके.

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इस अंतिम घाट का नहीं होता था कोई इस्तेमाल

योग सेंटर और मेडिटेशन सेंटर का भी निमार्णः स्मार्ट सिटी महाप्रबंधक ने कहा कि यहां बच्चों के लिए खास तौर पर झूले और वृद्ध और हर उम्र के लिए योग सेंटर और मेडिटेशन सेंटर की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. वाराणसी में 80 घाट मौजूद हैं, जिनमें एक नये घाट का भी निर्माण किया गया है. यह रविदास घाट के रूप में जाना जाता है. इसके बाद अब एक और नया घाट तैयार होगा. जिसका नाम अभी निर्धारित नहीं है. यह नमो घाट के ही ठीक बगल में है. स्मार्ट सिटी महाप्रबंधक ने बताया कि नमो घाट का अभी उद्घाटन नहीं हुआ है, इसलिए इस घाट के तैयार होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसका भी उद्घाटन करवाने की तैयारी की जा रही है. फिलहाल इसे नमो घाट से भी बेहतरीन तरीके से तैयार करने की प्लानिंग है.

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