वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में विकास के साथ लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कई नई योजनाओं को लांच किया गया. शहर के जाम की समस्या को खत्म करने के लिए मल्टी लेवल पार्किंग शुरुआत हुई. गोदौलिया जिसे शहर का हृदय कहा जाता है. यहां पर मल्टी लेवल पार्किंग बनाकर टू व्हीलर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध करवाई गई. इसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि, गोदौलिया दशाश्वमेध चौक और पुराने बनारस का इलाका सड़कों पर खड़े होने वाले वाहनों के लोड से मुक्त होगा.
साथ ही जाम खत्म होगा. आज इस पार्किंग को बने लगभग 1 साल का वक्त होने आ रहा है और हकीकत दावों से उलट है. इस पार्किंग के बनने के बाद जाम की समस्या से निजात नहीं मिली. यहां टू व्हीलर मल्टीलेवल पार्किंग खाली पड़ी रहती है.
दरअसल, गोदौलिया चौराहे पर साढे़ 450 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में 5 मंजिला पार्किंग बनकर तैयार हुई है. बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में 30 दुकानें बनाई गई हैं और लगभग 22 करोड़ की लागत से एक बहुमंजिला पार्किंग में 375 दो पहिया वाहन खड़े करने की व्यवस्था है. इस मल्टी लेवल पार्किंग में लिफ्ट की व्यवस्था है और इस लिफ्ट को ऊपर भेजा जाता है. इन्ही सुविधाओं का हाल जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने इस मल्टी लेवल पार्किंग का रिजल्ट चेक किया.
इसे भी पढ़े-योगी सरकार रेहड़ी पटरी वालों की दुकानों का करेगी कायाकल्प, अब नए रंग में दिखेंगी दुकानें
सबसे पहले मल्टी लेवल पार्किंग के आसपास की सड़क का हाल जाना गया और यह देखा कि क्या सड़क पर गाड़ियां खड़ी होनी बंद हो गई हैं. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. क्योंकि गोदौलिया चौराहा से लेकर गोदौलिया मार्केट बांसफाटक चौक पर गाड़ियां खड़ी थी. हालात तो बुरे तब दिखाई दिए जब पार्किंग ठीक बाहर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों की कई गाड़ियां खड़ी थी. इसका शूट करने के दौरान पुलिसकर्मियों ने विरोध भी किया.
इस रियलिटी चेक में जब हमने यहां के केयरटेकर से बातचीत की तो उसने साफ तौर पर कहा कि, गाड़ियां रोज यहां खड़ी करने की स्थिति लोकल लेवल पर बनती है. बाहर से आने वाले अधिकांश लोग बाहर ही गाड़ियां पार करते हैं. जिसकी वजह से पूरी पार्किंग फुल कभी नहीं हो पाती है और अधिकांश फ्लोर खाली पड़ा रहता है.
स्मार्ट सिटी इसकी पूरी जिम्मेदारी संभाल रहा है. स्मार्ट सिटी के पीआरओ शाकंभरी नंदन का कहना है कि, पब्लिक अवेयरनेस बेहद जरूरी है. पार्किंग बनकर तैयार हो गई है, लेकिन पब्लिक अगर इसका इस्तेमाल नहीं कर रही है तो खुद लोगों को सोचना चाहिए कि बाहर गाड़ियां खड़ी करने से जाम की स्थिति बनती है. व्यवस्था के लिए नगर निगम और ट्रैफिक विभाग मिलकर अभियान चलाता है, लेकिन लोगों की जागरूकता बेहद जरूरी है. निश्चित तौर पर मल्टी लेवल पार्किंग मना ही पर्याप्त नहीं है. इसके इस्तेमाल के साथ शहर के जाम को खत्म करने की कवायद लोगों को करनी होगी तभी इस पार्टी का सही इस्तेमाल हो पाएगा.
ऐसी ही जरुरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत