वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तमाम विकास कार्यों के साथ ही सरकारी विभागों में भी सामंजस्य के साथ स्वच्छता पर विशेष जोर दिया जाता रहा है. खास तौर पर सरकारी अस्पतालों के बदल रहे स्वरूप और इनके हो रहे कायाकल्प की वजह से सरकारी अस्पतालों में अब पुराना माहौल नहीं रह गया है. साफ-सफाई और स्वच्छता की वजह से इन अस्पतालों की एक अलग पहचान बन रही है. यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में स्वच्छता मिशन के तहत चलाए जा रहे स्वच्छ भारत अभियान में वाराणसी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल को पहला स्थान हासिल हुआ है. इसके अलावा पर्यावरण समन्वय मामले में भी डीडीयू को प्रदेश में फर्स्ट रैंक मिली है.
वाराणसी के सूचना कार्यालय की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय को वर्ष 2022-23 के लिए स्वच्छ भारत मिशन में कायाकल्प पुरस्कार योजना के अन्तर्गत चिकित्सालय को प्रदेश में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है. पर्यावरण के साथ समन्वय हेतु चिकित्सालय को प्रदेश में ईको-फ्रेंडली कार्यक्रम में प्रथम स्थान हासिल हुआ. नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के अन्तर्गत चिकित्सालय द्वारा उच्च गुणवत्ता के आधार पर भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाण पत्र मिला है. इन दोनों उपलब्धि के लिए वाराणसी के जिला अधिकारी एस राजलिंगम को सम्मानित किया गया है.
वाराणसी के सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था में लगातार हो रहे सुधार के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास भी काफी बेहतर साबित हो रहे हैं. वाराणसी दौरे पर आने के दौरान मुख्यमंत्री कई बार मंडलीय और जिला अस्पताल का निरीक्षण करने भी पहुंचते हैं. जिसकी वजह से यहां पर अधिकारियों के द्वारा अस्पताल में स्वच्छता और ग्रीनरी को मेंटेन करने का काम भी किया जाता है. बेहतर सफाई और हरियाली की वजह से यहां आने वाले मरीजों और परिजनों को भी बेहतर माहौल मिलता है. जिसकी वजह से अस्पताल परिसर स्वच्छ सुंदर और सुसज्जित दिखाई देता है.