वाराणसी: काशी में होने वाली जी20 सम्मेलन के लिए पूरे शहर को चकाचक और साफ-सुथरा करने की कवायद चल रही है. शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने विशेष अभियान छेड़ रखा है. 3 महीने से लगातार शहर के हर हिस्से में सड़कों पर बुलडोजर निकल रहे हैं. आरोप है कि सड़कों किनारे लगाए गए ट्रॉली-ठेले खोंमचे नगर निगम की टीमें को उजाड़ने में लगी हुई हैं. लेकिन, यह सब कार्रवाई नगर निगम सिर्फ आम जनता पर कर रही है. वहीं विभाग के अतिक्रमण पर नगर निगम की आंखें बंद कर रखी हैं.
आपके मन में यह ख्याल भी आ रहा होगा कि आखिर नगर निगम ने कौन सा अतिक्रमण कर रखा है. दरअसल वाराणसी नगर निगम के बाहर और नगर निगम के पीछे स्टोर रूम और डंपयार्ड बनाए गए हैं. लेकिन, इसके अलावा नगर निगम की कचरा गाड़ियों को जहां खड़ा किया जाता है. उसके आसपास का बड़ा एरिया इसके अतिक्रमण की जद में है. हालत यह हैं कि वाराणसी नगर निगम के चारों ओर इस कदर अतिक्रमण है कि यहां से गाड़ियों का निकलना मुश्किल होता है. यहां रहने वाले लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
नगर निगम के बाहर डंपयार्ड के आसपास कूड़े ढोने वाले बड़े-बड़े डंपर और गाड़ियों को पार्क करके रखा गया है, जबकि खराब हो चुकी गाड़ियां भी सड़क पर ही छोड़ दी गई हैं. यहां तक कि मोबाइल शौचालय जो आयोजनों में लगवाए जाते हैं. उनको भी नगर निगम ने सड़क पर ही रखा है, जबकि सही मायने में इन सारी चीजों को नगर निगम के डंपयार्ड या स्टोर रूम में होना चाहिए था. इसके अलावा नगर निगम में सड़कों पर रखे जाने वाले बड़े-बड़े कूड़ा कंटेनर सड़क किनारे पड़े नजर आ रहे हैं. इन्हें विभाग ने कुछ दिनों पहले खरीद कर मंगवाया हैं. सड़कों पर एक के ऊपर एक बहुमंजिला इमारत की तरह खड़ी नजर आ रही हैं. यह आने-जाने वाले के लिए काफी खतरनाक है.
वहीं, नगर निगम के अधिकारी इसे लेकर गंभीर नहीं हैं. इस बारे में अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार ने कहा कि 3 महीने से शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है. निगम कर्मियों को बार-बार मना किया जाता है कि सड़क पर सामान न छोड़ें. लेकिन, वह नहीं मानते. इस बारे में उनको मना कर कंटेनर को हटवाया जाएगा. सड़क पर पड़ी खराब हो चुकी गाड़ियों और कबाड़ वाहन को लेकर नगर आयुक्त ने कहा कि इनकी नीलामी की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है. जल्द ही इन्हें सड़कों से हटा दिया जाएगा.
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