वाराणसी: यूपी नगर निकाय का चुनाव हो चुका है. 27 मई को वाराणसी में मेयर और 100 पार्षद शपथ लेगें. यह शपथ ग्रहण समारोह रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगा. शपथ लेने के बाद पार्षदों के अलावा मेयर को 3 साल पहले नगर निगम में शामिल किए गए 84 गांवों की जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी. इन 84 गांवों को तीन साल पहले कागज में तो नगर निगम में शामिल कर लिया गया था, लेकिन यहां कोई सुविधा नहीं मिली. यहां गांव के लोगों को सबसे अधिक संकट सीवरेज सिस्टम ना होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस बार लोगों को उम्मीद है कि जल्द से जल्द सब कुछ अच्छा होगा.
84 गांव में बिछेगी सीवर पाइप: वाराणसी जल निगम के अधीक्षण अभियंता मनोज कुमार का कहना है कि जिन 84 गांव को शहरी सीमा में शामिल किया गया है. उनके एरिया के विस्तार के बाद अब उन गांव में नगर निगम और जल निगम मिलकर सीवर की पाइप लाइन बिछाने जा रहा है. इसका एक प्रस्ताव तैयार करके सरकार के पास भेजा गया था. जिस पर अप्रूवल भी मिल चुका है. बस मिनी सदन में प्रस्ताव पास होने के बाद यहां पर काम शुरू कर दिया जाएगा. अधीक्षण अभियंता ने बताया कि लगभग 3 साल से बदहाल लोगों को इस बड़े प्लान से बहुत बड़ा फायदा होगा.
![वाराणसी नगर निगम में शामिल 84 गांवों में पानी निकासी बड़ी समस्या.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-var-1-84-village-sever-7200982_25052023145328_2505f_1685006608_394.jpg)
27 मई को पार्षद और मेयर लेंगे शपथः नगर निगम का चुनाव संपन्न होने के बाद इन क्षेत्रों से पार्षदों को चुन लिया गया है. साथ ही मेयर समेत नगर निगम का पूरा अमला भी इन क्षेत्रों के विकास को लेकर पहले ही दावे कर चुका है. नवनिर्वाचित मेयर अशोक तिवारी ने ईटीवी भारत के संवाददाता को फोन पर बताया कि इन गांवों के विकास के लिए मिनी सदन की जल्द बैठक बुलाई जाएगी. 27 तारीख को शपथ ग्रहण के बाद पूरे शहर में विकास कार्य को लेकर तेजी से काम किए जाएगा. जो भी ग्रामीण क्षेत्र शहर में शामिल किए गए हैं, उनको हर सुविधा मिलेगी. यहां के लोगों के लिए सीवर सिस्टम एक बड़ी समस्या है. जिसके ध्वस्त होने के कारण लोग परेशान हैं. सबसे पहले इस पर ही काम शुरू किया जाएगा.
पानी निकासी एक बड़ी समस्या: नगर निगम सीमा में शामिल हुए मंडुवाडीह शिवदासपुर के रहने वाले संजय चौबे और अमित अवस्थी ने भी ईटीवी भारत के संवाददाता को बताया कि 3 साल से वह उम्मीद ही कर रहे हैं. इस बार भी उम्मीद है कि सब अच्छा होगा. चुनाव जीतकर पार्षद और मेयर तो लोग बन गए हैं. अब काम कितनी तेजी से होगा, यह देखने वाली बात है. बारिश का सीजन शुरू होने के साथ ही इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के सामने सीवर सिस्टम ना होने की वजह से पानी निकासी एक बड़ी समस्या बनकर सामने आती है. अधिकांश क्षेत्रों में खाली पड़े प्लाट या फिर पोखरा पोखरी में सीवर के पानी को स्टोर करने की व्यवस्था पुराने समय से चली आ रही है. बारिश के समय में प्लाट और पोखरे ओवरफ्लो होने के बाद पूरे क्षेत्र के लोगों के लिए एक मुसीबत का सबब बन जाता है.
जोन में बंट गए हैं गांव: अधीक्षण अभियंता मनोज कुमार ने बताया कि वाराणसी नगर निगम में जो 84 गांव शामिल हुए हैं. उन सभी गांवों को 4 जोनों में बांटा गया है. इन सभी जोन के लिए सीवरेज वाटर सप्लाई की व्यवस्था की जा रही है. अभी से लेकर डीपीआर और सर्वे का काम जल्द शुरू होने जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों के 84 गांवों को शहरी सीमा में जोड़ने के बाद नगर निगम के सीमा का विस्तार हुआ है. जल्द ही नए ग्रामीण क्षेत्र के जुड़ने के बाद लगभग 7000 से ज्यादा भवन गृहकर भी दायरे में आए हैं.
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